मुद्रा जोड़े

सप्ताहांत पर व्यापार क्यों?

सप्ताहांत पर व्यापार क्यों?
बिछाए जाते हैं नुकीले पत्थर

Indian Railways : रेलवे ट्रैक पर क्यों बिछे होते हैं पत्थर? जानिए क्या काम आती है यह गिट्टी

नवभारत टाइम्स लोगो

नवभारत टाइम्स 14 घंटे पहले

नई दिल्ली :

भारतीय रेलवे (Indian Railways) से हर रोज लाखों लोग सफर करते हैं। रेलवे देश की लाइफ लाइन (Life Line of India) है। आपने भी अपने जीवन में कई बार रेल यात्रा (Train Journey) की होंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रेल की पटरी पर पत्थर (Ballast) क्यों बिछे रहते हैं? रेलवे से जुड़े ऐसे कई रोचक फैक्ट्स हैं, जिनके बारे में अक्सर लोग नहीं जानते। जैसे- रेलवे स्टेशनों के पीछे सेंट्रल, जंक्शन और टर्मिनस क्यों लिखा होता है। इनका मतलब क्या है। रेलवे में सीटों का चुनाव हम मूवी टिकट की तरह क्यों नहीं कर सकते आदि। आज हम आपको बताएंगे कि रेल पटरियों (Railway Track) पर पत्थर क्यों पड़े होते हैं ? आखिर ये पत्थर क्या काम आते हैं।

सप्ताह के इन दिनों में न दे किसी को उधार

कोलकाता: जिंदगी में ऐसे भी मोड़ आते सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? है जब हमारें किसी दोस्त व रिश्तेदारो से पैसों की जरूरत होती है और बिना कुछ सोचे हम उनकी मदद कर देते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में किसी को पैसे उधार देने को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं। ज्योतिषीयों का कहना है कि गलत दिन किया लेन-देन आपको बर्बाद कर सकता है। सप्ताह में कुछ दिन ऐसे होते हैं, जब गलती से भी किसी व्यक्ति को पैसा उधार नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से आपको काफी नुकसान भी हो सकता है। आईए जानतें है की सप्ताह के किन दिनों में नहीं देना चाहिए किसी को उधार।

मंगलवार- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार के दिन किसी व्यक्ति को उधार पैसा नहीं देना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपका धन कभी वापस नहीं आएगा। इतना ही नहीं, ज्योतिष में इस दिन पैसा उधार लेने से भी मना किया गया है।

Karka Saptahik Rashifal 5 Dec 2022 -11 Dec 2022: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, नई आर्थिक योजनाओं की होगी शुरुआत

Kark- India TV Hindi

Kark

Karka Saptahik Rashifal - कर्क साप्ताहिक राशिफल-5 Dec 2022 - 11 Dec 2022: एक्सरसाइज या योग को अपने जीवन का हिस्सा, इस दौरान आप बना सकते हैं। क्योंकि इस समय कई ग्रह-नक्षत्रों की अनुकूल चाल, आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रोत्साहन देगी। इसलिए इसका उत्तम व उचित लाभ उठाए। बृहस्पति नौवें भाव में मौजूद होंगे और इनकी दृष्टि आपकी चंद्र राशि पर पड़ रही होगी जिसके परिणामस्वरूप इस सप्ताह आपका सामना, अपने जीवन की कई नई आर्थिक योजनाओं से होगा। ऐसे में यदि आपको किसी कारणवश धन से जुड़ा कोई अचानक फैसला लेना पड़े तो, उससे पहले उसकी अच्छाईयों और कमियों पर सावधानी से ग़ौर फ़रमाएँ, और उसके बाद ही किसी भी निर्णय पर पहुंचे। अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।

Mainpuri By-Election: डिंपल यादव ने नुक्कड़ सभाओं में मांगा वोट, समाजवादी व्यापार सभा भी उतरी मैदान में

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में जनसंपर्क करती डिंपल यादव

Mainpuri By-Election: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी पूर्व सांसद डिंपल यादव ने शनिवार को चुनाव कार्यालय जीटी रोड कुरावली से जनसंपर्क शुरू किया. उन्होंने सतीश यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? के जीटी रोड स्थित आवास, ग्राम पनवाह, सरीफपुर, पहाड़पुर, इसईखास, सोनई, पडरिया चौराहा, ज्योति, नई सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? मंडी के सामने श्याम सुन्दर सक्सेना के आवास पर संपर्क किया.

Mainpuri By-Election: शिवपाल बोले- बहू की होगी ऐतिहासिक जीत, चाहे जितनी भी ताकत लगा ले भाजपा

मैनपुरी के लोगों को भटका नहीं सकती बीजेपी: डिंपल

डिंपल यादव ने कई नुक्कड़ सभाओं में जनता से कहा कि यहां के मतदाता 05 दिसंबर 2022 को समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न साइकिल वाले बटन को ईवीएम में दबा कर इतिहास रचने जा रहे हैं. कुरावली में उन्होंने कहा कि यहां के लोगों को नेताजी मुलायम सिंह यादव ने आगे बढ़ाने का काम किया. समाजवादी पार्टी की सरकार ने इस क्षेत्र में बहुत काम किया है. यहां के लोगों को भाजपा भटका नहीं सकती है.

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी पूर्व सांसद डिंपल यादव को विजयी बनाने के लिए समाजवादी व्यापार सभा और विभिन्न व्यापार मंडलों से जुड़े व्यापारी व वैश्य समाज के नेताओं ने जनसंपर्क किया. दुकानदारों डिंपल यादव को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की. लेनगंज, स्टेशन रोड, कचहरी रोड आदि क्षेत्रों में व्यापारी जनसंपर्क व चौपाल का आयोजन किया गया.

नोटबंदी, जीएसटी, ऑन लाइन शॉपिंग से व्यापार चौपट

व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग व प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता ने व्यापारियों व वैश्य समाज के लोगों से संवाद करते हुए कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, ऑन लाइन शॉपिंग आदि के कारण व्यापार चौपट हो रहा है. समाजवादी पार्टी की सरकार में छोटे व मध्यमवर्गीय व्यापारियों के लिए बहुत काम हुए हैं.

बीजेपी की गलत नीतियों के कारण व्यापार चौपट हो गया है. छोटे व मझोले व्यापारियों का व्यापार तबाह हो गया है. आज व्यापारी बहुत परेशान है. संजय गर्ग व अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि श्रद्धेय नेताजी मुलायम सिंह यादव का व्यापारी वर्ग ऋणी है. व्यापारी वर्ग डिंपल यादव को भारी मतों से विजयी बनाकर श्रद्धेय नेताजी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट और राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अमेरिका और रूस के बाद अब विश्व का ‘तीसरा ध्रुव’ बन रहा है भारत, ये रहे प्रमाण

भारत FTA

देखो बंधुओं, विश्व दो ध्रुवों में बंटा हुआ है ये तथ्य है। तब अमेरिका और सोवियत संघ थे, आज रूस और अमेरिका हैं। बीच में चीन ने भी धक्कामुक्की की परंतु हाथ कुछ न आया। पर एक देश ऐसा भी है, जिसका प्रभाव सबसे मजबूत और सबसे अलग है और जिससे संबंध प्रगाढ़ करने के लिए सब लालायित हो रहे हैं, वह है अपना भारत। दरअसल, आर्थिक शक्ति ही विदेशी संबंधों की आधारशिला मानी जाती है। जितने अधिक FTA किसी देश के साथ होंगे, उतना ही उस देश की ओर लोग और संस्थाएं आकर्षित होंगी क्योंकि FTA यानी मुक्त व्यापार समझौता इस बात का सूचक है कि देश की आर्थिक स्थिति कैसी है और इस परिप्रेक्ष्य में भारत का कद काफी बढ़ने वाला है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे भारत विश्व के नए ध्रुव के रूप में उभर रहा है और क्यों भारत के साथ व्यापार बढ़ाने को लेकर अनेक देश अतिउत्सुक हैं।

कई सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? देशों के साथ हो चुका है भारत का FTA

उदाहरण के लिए भारत और गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल ने हाल ही में FTA के संबंध में प्रक्रिया को तेज़ करने पर सहमति जताई है, जिसे लेकर पीयूष गोयल ने सुनिश्चित किया है कि डील जल्द से जल्द होगी। इस ग्रुप में सऊदी अरब, UAE, बहरीन, कतर, ओमान और कुवैत जैसे महत्वपूर्ण देश हैं, जो भारत के महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार हैं। इनके साथ भारत ने 2021-22 के सत्र में $154 बिलियन का व्यापार किया था और इनके महासचिव डॉ NFM अल हजरफ के अनुसार, “व्यापार अब एक चुनौतीपूर्ण युग में प्रवेश करने वाले हैं। ऐसे में व्यापार, निवेश, सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, क्लाइमेट चेंज इत्यादि के लिए FTA का होना अति आवश्यक है। सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? GCC और भारत के बीच के संबंध काफी गहरे हैं।”

परंतु GCC एकमात्र इकाई नहीं है सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? जिसके साथ भारत ने इस अनुबंध पर हस्ताक्षर किया हो। भारत ने 2022 में पहले ही ऑस्ट्रेलिया एवं UAE के साथ FTA पर हस्ताक्षर कर लिया है और इसके अतिरिक्त यूरोपीय यूनियन, यूके, कनाडा, यहां तक कि अंकल सैम यानी अमेरिका तक हमसे FTA पर मुहर लगाने के लिए लालायित बैठा है। इन सभी लंबित कार्यों को सुनिश्चित करने हेतु पीयूष गोयल ने अनेक विभाग स्थापित किए हैं, जिनमें 9 डिवीजन में मंत्रालय के सरकारी अफसर सहित निजी सेक्टर के विशेषज्ञ भी होंगे। इसके अतिरिक्त 70 एंड टू एंड SOPs भी स्थापित हुए। यही नहीं, 80 डायरेक्टर और डेप्युटी सेक्रेटरी भी इन FTA के हर पक्ष का आंकलन करने हेतु नियुक्त किए गए हैं।

भारत की ओर बढ़ रही है दुनिया

ये तत्परता तनिक विचित्र नहीं लगती? Deloitte के एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ट्रेडर कई FTA पर मात खाए हैं। प्रारंभ में अगर उन्हें 100 अवसर मिलते थे तो वे केवल 3 में सफल हुए हैं। इनके सफलता का आंकलन केवल 25 प्रतिशत है, तो फिर प्रश्न है कि कोई भारतीयों के लिए इतने जतन और जोखिम क्यों लेगा? उत्तर अनेक हैं। प्रारंभ में द्विपक्षीय समझौतों में भारत सोच समझकर सभी कदम साध रहा है। उदाहरण के लिए UAE वाले FTA में भारत उनके 90 प्रतिशत उत्पादों पर ड्यूटी फ्री एक्सेस प्रदान करेगा तो UAE हमारे 99 प्रतिशत उत्पादों के लिए यही सुविधा करेगा। यहीं बात ऑस्ट्रेलियाई समझौते में भी काफी हद तक लागू हुई। परंतु ये छोटी सी बात अंग्रेजों के पल्ले सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? नहीं पड़ी, इसलिए भारत के साथ उनका समझौता अटका हुआ है।

भारत का महत्व एक और कारण से भी बढ़ा है – कोविड के पश्चात की वैश्विक व्यवस्था। आज WTO को कोई टके का भाव नहीं देता और कई देश उसके ऑर्डर को मानने को तैयार नहीं सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? है। जब भारत ने RCEP से हाथ पीछे खींचे, तभी संकेत मिल जाने चाहिए थे कि सब कुछ ठीक नहीं है। लोगों का अब पाश्चात्य संगठनों से अधिक मोहभंग हो रहा है। जो भी भारत से संधि करना चाहते हैं, उनका अपने आप में विश्व में एक महत्वपूर्ण कद है, चाहे अमेरिका हो या कोई और। भले ही ऑस्ट्रेलिया क्वाड का भाग हो परंतु उसने भारत के साथ अपने हितों को बढ़ावा देना बेहतर समझा। ठीक इसी भांति यूरोपीय यूनियन भी अब भारत के साथ अपना विशेष FTA करने को इच्छुक है।

रेटिंग: 4.47
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 143
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *