क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है

क्रिप्टो एक्सचेंज में इतनी बड़ी गिरावट पर कोई अचरज नहीं होना चाहिए
कैनबरा, नवंबर 12 (द कंवरसेशन) अधिक समय नहीं हुआ जब एफटीएक्स दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग मंचों में से एक था। वर्ष 2019 में स्थापित इस क्रिप्टो एक्सचेंज में बड़ी तेजी से बढ़ोतरी हुई और वर्ष 2022 की शुरुआत में इसका मूल्य 30 अरब डॉलर तक पहुंच गया था। लेकिन पिछले दो हफ्तों में पूरी तस्वीर ही बदल चुकी है।
सबसे पहले एफटीएक्स और परिसंपत्ति-व्यापार फर्म अल्मेडा रिसर्च के संबंधों को लेकर चिंताएं सामने आईं। इस दौरान ग्राहकों के पैसे को एफटीएक्स से अल्मेडा में स्थानांतरित किए जाने की चर्चाएं भी शामिल हैं।
कुछ दिनों बाद सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज और एफटीएक्स के प्रतिद्वंद्वी बिनेंस ने ऐलान किया कि वह एफटीटी टोकन की अपनी होल्डिंग को बेच देगी। इससे घबराए ग्राहक एफटीएक्स से धन निकालने के लिए दौड़ पड़े और यह एक्सचेंज अब पतन के कगार पर पहुंच चुका है। इसकी वेबसाइट पर यह संदेश भी जारी कर दिया गया है कि वह वर्तमान में निकासी की प्रक्रिया में असमर्थ है।
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह इतने बड़े पैमाने पर हुई कोई पहली गिरावट नहीं है।
बचाव की राह मुश्किल
एफटीएक्स और अल्मेडा दोनों एक्सचेंज का बहुलांश स्वामित्व रखने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस साल की शुरुआत में अन्य बदहाल क्रिप्टो कंपनियों को मुश्किल से उबारा था। लेकिन अब वह अपनी कंपनियों को बचाने के लिए आठ अरब डॉलर का निवेश करने वाले की तलाश में हैं।
लेकिन कई फर्मों के पहले ही एफटीएक्स में अपनी हिस्सेदारी को बट्टे खाते में डाल देने से बैंकमैन-फ्राइड के लिए इच्छुक निवेशकों को ढूंढना आसान नहीं होगा।
बिनेंस ने इस क्रिप्टो एक्सचेंज का अधिग्रहण करने के बारे में सोचा लेकिन आखिर में उसका फैसला नकारात्मक ही रहा। इसने कदाचार के आरोपों और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग की जांच से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए अपने कदम पीछे खींच लिए।
ऐसी स्थिति में अब क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है एफटीटी की कीमत बहुत गिर गई है। एक हफ्ते पहले यह 24 डॉलर पर कारोबार कर रहा था लेकिन अब यह चार डॉलर से भी नीचे आ गया है।
सही तरह से विनियमित नहीं हो रहे एक्सचेंजों पर बिना किसी अंतर्निहित मौलिक मूल्य के ‘परिसंपत्तियों’ में व्यापार करना हमेशा एक बहुत ही जोखिम भरा प्रयास होता है। कई लोगों के लिए यह नुकसान का सौदा बन सकता है।
क्रिप्टो से अलग तरह की परिसंपत्तियों का मामला अलग होता है। आम कंपनी के शेयरों का एक बुनियादी मूल्य होता है जो कंपनी के मुनाफे से भुगतान किए गए लाभांश पर आधारित होता है। रियल एस्टेट का भी एक आधारभूत मूल्य होता है जो निवेशक को मिलने वाले किराये या उस पर उसके भौतिक कब्जे को दर्शाता है। एक बांड का भी मूल्य उस पर मिलने वाले ब्याज की राशि पर निर्भर करता है। यहां तक कि सोने का भी कुछ व्यावहारिक उपयोग होता है।
लेकिन बिटकॉइन, ईथर और डॉगकॉइन जैसी कथित क्रिप्टो मुद्राओं का ऐसा कोई बुनियादी मूल्य नहीं होता है। वे पार्सल आगे बढ़ाने वाले खेल की तरह हैं जिसमें सट्टेबाज कीमत गिरने से पहले उन्हें किसी और को बेचने की कोशिश करते हैं।
क्रिप्टो पर प्रभाव
इन घटनाओं ने क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र में विश्वास को और कम कर दिया क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है है। इस नई घटना से पहले ही क्रिप्टो-मुद्राओं का ‘मूल्य’ तीन लाख करोड़ डॉलर के उच्च स्तर से गिरकर एक लाख करोड़ डॉलर पर आ गया था। अब तो यह और भी नीचे गिर गया है।
जिस तरह इंटरनेट आधारित कारोबार में अमेज़ॅन जैसी कुछ कंपनियां ही दिग्गज बन पाई हैं, उसी तरह यह संभव है कि क्रिप्टो की रूपरेखा तय करने वाली ब्लॉकचेन तकनीक पर निर्भर केवल कुछ कंपनियां ही स्थायी तौर पर उपयोगी साबित हों।
मुद्रा के इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप के विचार को केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा की शक्ल में अब अपनाया जा रहा है। लेकिन बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के मुख्य अर्थशास्त्री ह्यून सोंग शिन के शब्दों में कहें तो ‘क्रिप्टो से जो कुछ भी किया जा सकता है वह केंद्रीय बैंक के पैसे से बेहतर किया जा सकता है।’
द कंवरसेशन प्रेम प्रेम जतिन
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
क्रिप्टो मार्केट में मचा कोहराम, लोगों को एक ही दिन में हो गया मोटा नुकसान!
Cryptocurrency: क्रिप्टो मार्केट में आज जबरदस्त अफरा-तफरी देखने को मिल रही है, लगभग सभी बड़ी क्रिप्टोकरेंसी आज गिरावट ट्रेड कर रही है। लगभग 3 महीने के बाद ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप $1 लाख करोड़ के नीचे पहुंच गया है।
Updated Nov 9, 2022 | 05:03 PM IST
Petrol-Diesel Rate Today, 15 November 2022: यहां बेहद कम कीमत में मिल रहा है पेट्रोल-डीजल, आज ही फुल करवा लें टंकी
Cryptocurrency: क्रिप्टो मार्केट में मचा कोहराम!
- क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में 1 दिन में $100 अरब से ज्यादा की घटी।
- 3 महीने के बाद मार्केट कैप $1 लाख करोड़ के नीचे।
- ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट में 12 घंटे में 12% की गिरावट।
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट में आज भारी गिरावट देखी जा रही है और इस गिरावट का आलम कुछ इस प्रकार है कि ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट कैप में 1 दिन में $100 अरब से ज्यादा घटकर लगभग 3 महीने के बाद कैप $1 लाख करोड़ के नीचे पहुंच गई है। ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट में पिछले 12 घंटे में 12% की गिरावट भी देखने को मिली है। पिछले 48 घंटे में FTX टोकन 95% टूटा तो वहीं बिटकॉइन (Bitcoin) $18,000 तक फिसला गया।
क्रिप्टोकरेंसी में बिकवाली बढ़ने से FTX एक्सचेंज का दिवालिया होने का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल दिवालिया होने की अफवाह से FTX टोकन की बिकवाली बढ़ी। आपको बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज Binance ने लिक्विडिटी की समस्या से जूझ रहे दुनिया के तीसरे सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज FTX को खरीदने का ऐलान किया। Binance का कहना है कि वे FTX खरीदने के बेहद करीब हैं।
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FTX एक्सचेंज में लिक्विडिटी संकट की रिपोर्ट के चलते क्रिप्टो मार्केट में उथल-पुथल मच गई। बिनांस (Binance) के CEO चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) ने 8 नवंबर की सुबह ट्वीट कर कहा कि एफटीएक्स (FTX) में लिक्विडिटी एक बड़ा संकट है और इस समस्या को हल करने के लिए FTX द्वारा मदद मांगे जाने के बाद उन्होंने एक नॉन बाइंडिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका मकसद FTX का पूरी तरह से अधिग्रहण करना और लिक्विडिटी के संकट को दूर करना है।
भारतीय निवेशकों ने भी क्रिप्टो बेचना शुरू कर दिया। भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी में पैनिक सेलिंग देखने को मिली।अक्टूबर 2021 के बाद से क्रिप्टो ट्रेडिंग में 90-95% की गिरावट दर्ज की गई और भारत में टैक्स नियमों से भी क्रिप्टो में ट्रेड का रुझान कम हुआ है।
भारत में शीर्ष 5 सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज 2021
क्रिप्टोकुरेंसी निवेश की दुनिया में नई चर्चा है। क्या आप क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं? यदि हां, तो आपने सोचा होगा, “भारत में कौन सा क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज सबसे अच्छा है?” आपको क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग की एक स्पष्ट तस्वीर देने के लिए, यह ब्लॉग सभी आवश्यक जानकारी को शामिल करता है जैसे “क्रिप्टोकरेंसी के लिए सबसे अच्छा एक्सचेंज क्या हैं?”, “भारत में सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज 2021 के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें और बेचें?”, “जो हैं भारत में बिटकॉइन एक्सचेंज?”।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या हैं?
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज सुरक्षित डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं जिसके माध्यम से आप बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीद या बेच सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में बड़ी संख्या में क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म विकसित हुए हैं। भारत में सर्वश्रेष्ठ बीटीसी एक्सचेंज चुनने में आपकी मदद करने के लिए, हमने गहन शोध के बाद भारत में सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों की सूची को आत्मसात किया है।
भारत में सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज 2021
3. CoinSwitch Kuber
भारत में 5 सर्वश्रेष्ठ बीटीसी एक्सचेंज
आइए हम भारत में इनमें से प्रत्येक सर्वश्रेष्ठ बिटकॉइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर विस्तार से चर्चा करें:
1. WazirX
WazirX वज़ीरएक्स भारत में सबसे अच्छे बिटकॉइन एक्सचेंजों में से एक है जिसने 2017 के बाद से बड़ी लोकप्रियता अर्जित की है। इसकी अनूठी पीयर-टू-पीयर (पी 2 पी) प्रणाली ने भारतीय निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है, जिससे यह सबसे बड़ा क्रिप्टोकुरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बन गया है।
वज़ीरएक्स भारत क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है में सबसे अच्छे बीटीसी एक्सचेंजों में से एक है क्योंकि यह कई क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग की अनुमति देता है। क्रिप्टोकुरेंसी के प्रकार के आधार पर इसकी विशिष्ट न्यूनतम जमा, निकासी सीमाएं और निकासी शुल्क हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव को सक्षम करने के लिए बहुभाषी ग्राहक सहायता है।
2. CoinDCX
CoinDCX कम शुल्क के साथ भारत में सबसे अच्छे क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है जो 200+ क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग की अनुमति देता है। यह एक मुंबई स्थित कंपनी है, जो सिंगापुर स्थित एक प्रतिष्ठित वित्तीय सेवा कंपनी DCX द्वारा समर्थित है। CoinDCX ट्रेडिंग वॉल्यूम के आधार पर प्रति ट्रेड मामूली शुल्क लेता है। इसके 4 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं। CoinDCX में क्रिप्टोकरेंसी के लिए विशिष्ट निकासी सीमा और निकासी शुल्क है।
CoinDCX भारत में सबसे अच्छे BTC एक्सचेंजों में से एक है क्योंकि इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करके कोई भी सीधे INR से BTC में ट्रेड कर सकता है।
3. CoinSwitch Kuber
CoinSwitch Kuber उपयोगकर्ताओं को 100 रुपये जितनी कम राशि के साथ क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करने की अनुमति देता क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है है। इसने 100 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी को सूचीबद्ध किया है। CoinSwitch Kuber भारत में बिटकॉइन खरीदने के लिए सबसे अच्छे एक्सचेंजों में से एक है, खासकर शुरुआती निवेशकों के लिए। इसका सहज यूआई इसे नए निवेशकों के साथ-साथ दैनिक व्यापारियों के लिए एक उपयोगकर्ता के अनुकूल विकल्प बनाता है।
4. UnoCoin
शुरुआती शुरुआत के रूप में, UnoCoin भारत में सबसे अच्छे बिटकॉइन एक्सचेंजों में से एक बन गया है। 2013 में स्थापित, इस क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में 1.38 मिलियन से अधिक निवेशक हैं। भारतीय निवेशक INR का उपयोग करके बिटकॉइन खरीदने या बेचने के लिए UnoCoin का उपयोग कर सकते हैं। यह बिटकॉइन का उपयोग करके फोन और डीटीएच रिचार्ज करने की सुविधा भी प्रदान करता है।
5. ZebPay
ZebPay भारत में सबसे अच्छे बिटकॉइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में से एक है जो निवेशकों को 6 यूरो-क्रिप्टो और 5 क्रिप्टो-क्रिप्टो जोड़े में व्यापार करने की पेशकश करता है। इसमें एक अनूठी विशेषता भी है जो निवेशकों को आउटगोइंग लेनदेन को अक्षम करने में सक्षम बनाती है। ZebPay भारत में सबसे अच्छे बिटकॉइन एक्सचेंजों में से एक है क्योंकि लोग आसानी से 100 रुपये में निवेश करना शुरू कर सकते हैं।
उपर्युक्त भारत में कुछ बेहतरीन बिटकॉइन एक्सचेंज ऐप हैं।
भारत में बिटकॉइन का व्यापार कैसे करें?
सबसे पहले, आपको भारत में सर्वश्रेष्ठ बीटीसी एक्सचेंज का चयन करना होगा। एक बीटीसी एक्सचेंज शेयर बाजार की तरह ही है। भारत में कई बेहतरीन क्रिप्टो एक्सचेंज हैं, जिनमें कम फीस जैसे वज़ीरएक्स, कॉइनडीसीएक्स, और कॉइनस्विच कुबेर शामिल हैं। अकाउंट बनाने के लिए आप इनमें से किसी एक को चुन सकते हैं। आप इस खाते में रुपये या क्रिप्टोकरेंसी के साथ फंड कर सकते हैं और भारत में बिटकॉइन ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
FAQ
1. सबसे अच्छा क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज कौन से हैं?
भारत में सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टो एक्सचेंज उपयोगकर्ता अनुभव, सुरक्षा, विश्वसनीयता और तेज़ लेनदेन के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। भारत में सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों के बारे में अधिक जानने के लिए भारत में उपर्युक्त शीर्ष 5 बिटकॉइन एक्सचेंज देखें।
2. सबसे अच्छा क्रिप्टो एक्सचेंज कौन से हैं?
वज़ीरएक्स भारत में सबसे अच्छा क्रिप्टो एक्सचेंज है। WazirX के अलावा, CoinDCX, Unocoin, CoinSwitch Kuber और Zebpay भी क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करने के लिए बेहतरीन प्लेटफॉर्म हैं।
3. कौन सा क्रिप्टो एक्सचेंज सबसे अच्छा है?
वज़ीरएक्स सबसे बड़ा और सबसे अच्छा क्रिप्टो एक्सचेंज है।
4. भारत में बिटकॉइन का आदान-प्रदान कैसे करें?
एक बार आपका खाता किसी भी क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर बन जाने के बाद। आप इस खाते में रुपये या क्रिप्टो के साथ फंड कर सकते हैं और भारत में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है एक परेशानी मुक्त तरीके से बिटकॉइन बेचना या खरीदना शुरू कर सकते हैं।
5. शीर्ष 10 क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज कौन से हैं?
शीर्ष 10 क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज इस प्रकार हैं।
- Wazirx
- CoinDCX
- CoinSwitch Kuber
- UnoCoin
- Zebpay
- BuyUCoin
- Bitbns
- Goittus
- Colodax
- Paxful
अंतिम विचार
क्रिप्टोकुरेंसी नए जमाने की संपत्ति है और भारतीय निवेशक अगले कुछ सालों में क्रिप्टोकुरेंसी में भारी निवेश करने के इच्छुक हैं। जब भी आप ट्रेडिंग शुरू करने के लिए क्रिप्टो क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है एक्सचेंज का उपयोग करने का निर्णय लेते हैं, तो इसकी सुरक्षा सुविधाओं, भुगतान शर्तों और शुल्क के माध्यम से जाना आवश्यक है। आशा है कि भारत में सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज 2021 पर यह लेख आपको एक सूचित निर्णय लेने में सक्षम करेगा।
Crypto Exchange: क्रिप्टो एक्सचेंज की तबाही से भारत में भी भय का माहौल, देश में क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के प्रमुख सैम बैंकमैन-फ्राइड दो दिन पहले तक टेक की दुनिया के सुपरस्टार थे। उन्हें क्रिप्टो का रक्षक, डेमोक्रेटिक राजनीति में नवीनतम शक्ति और संभावित रूप से दुनिया के पहले खरबपति जैसे विशेषणों से नवाजा जाता था, लेकिन आज वह क्रिप्टो जगत के सबसे बड़े खलनायक हैं। 30 वर्षीय बैंकमैन-फ्राइड द्वारा चलाया जा रहा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुक्रवार को दिवालिया हो गया और निवेशकों और ग्राहकों ने खुद को ठगा महसूस किया। अगर आप भी क्रिप्टो में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो अच्छी तरह से जान लें कि आप एक ऐसी अंधी गली में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें कब क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम।
भारतीयों के लिए क्या हैं मायने
गुरुग्राम के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर ब्रजेश शर्मा ने पांच साल पहले क्रिप्टोकरेंसी में दो लाख रुपये का निवेश किया था। पिछले साल तक वह निवेश से काफी उत्साहित थे, लेकिन अब डर सताने लगा है। ऐसा ही कुछ बंगलूरू में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रितेश कुमार का सोचना है। उनका कहना है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को न तो मान्यता है और न ही क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है कंपनियां अपने बारे में कुछ खुलकर बताती हैं। ऐसे में अगर पैसा डूबा तो हम कोई दरवाजा भी नहीं खटखटा सकते। हैं।
- सितंबर में भारतीय क्रिप्टो मार्केट लूना और टेरा में करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी गंवा चुके हैं।
- सरकार ने क्रिप्टो के विनिमय पर टैक्स शुरू किया, तो मार्केट में स्थिरता लौटने की उम्मीद थी लेकिन एफटीएक्स मामले से संभावनाओं पर पानी फिर गया।
- भारत सरकार क्रिप्टो विनिमय पर टैक्स तो लेती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है। जानकार कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी जोखिमभरा जुआ है।
हालात और बुरे होने की आशंका
- जानकारों के अनुसार, पहले से मंदे बाजार को अब इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
- एफटीएक्स के ढहने के बाद मार्केट में नकदी का संकट पैदा हो सकता है, जिसका खामियाजा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को भुगतना पड़ेगा।
- भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के उपाध्यक्ष राजगोपाल मेनन को डर है कि सबसे बुरा अभी खत्म नहीं हुआ है और कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि पहले से मंदे बाजार को इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
सरकार और आरबीआई की सर्तकता से बचे निवेशक
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों के अरबों डॉलर डूब गए। हालांकि, सरकार और आरबीआई के सतर्क रुख से भारतीय निवेशकों पर इसका कोई असर नहीं हुआ है। आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर चेतावनी भी दी है। इसके अलावा, सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी का भारी-भरकम टैक्स और लेनदेन पर एक फीसदी का अतिरिक्त टीडीएस भी लगाया है। आंकड़ों के मुताबिक, वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार का पूंजीकरण 2021 में 3 लाख करोड़ डॉलर (234.7 लाख करोड़ रुपये) था। एक साल में ही इसका कुल बाजार मूल्य 2 लाख करोड़ डॉलर (165 लाख करोड़ रुपये) घटकर अब एक लाख करोड़ डॉलर (81.23 लाख करोड़ रुपये) रह गया है।
16 अरब डॉलर स्वाहा
एफटीएक्स के पतन से इसके सह-संस्थापक सैम बैंकमैन फ्राइड के 16 अरब डॉलर (करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये) स्वाहा हो गए।
भारत में सिर्फ 3 फीसदी निवेश
- उद्योग का अनुमान है कि क्रिप्टो की संपत्तियों में भारतीय निवेशकों का निवेश केवल 3 फीसदी है।
- वहीं, ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कूकॉइन की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 11.5 करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो निवेशक हैं।
विस्तार
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के प्रमुख सैम बैंकमैन-फ्राइड दो दिन पहले तक टेक की दुनिया के सुपरस्टार थे। उन्हें क्रिप्टो का रक्षक, डेमोक्रेटिक राजनीति में नवीनतम शक्ति और संभावित रूप से दुनिया के पहले खरबपति जैसे विशेषणों से नवाजा जाता था, लेकिन आज वह क्रिप्टो जगत के सबसे बड़े खलनायक हैं। 30 वर्षीय बैंकमैन-फ्राइड द्वारा चलाया जा रहा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुक्रवार को दिवालिया हो गया और निवेशकों और ग्राहकों ने खुद को ठगा महसूस किया। अगर आप भी क्रिप्टो में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो अच्छी तरह से जान लें कि आप एक ऐसी अंधी गली में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें कब क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम।
भारतीयों के लिए क्या हैं मायने
गुरुग्राम के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर ब्रजेश शर्मा ने पांच साल पहले क्रिप्टोकरेंसी में दो लाख रुपये का निवेश किया था। पिछले साल तक वह निवेश से काफी उत्साहित थे, लेकिन अब डर सताने लगा है। ऐसा ही कुछ बंगलूरू में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रितेश कुमार का सोचना है। उनका कहना है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को न तो मान्यता है और न ही क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियां अपने बारे में कुछ खुलकर बताती हैं। ऐसे में अगर पैसा डूबा तो हम कोई दरवाजा भी नहीं खटखटा सकते। हैं।
- सितंबर में भारतीय क्रिप्टो मार्केट लूना और टेरा में करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी गंवा चुके हैं।
- सरकार ने क्रिप्टो के विनिमय पर टैक्स शुरू किया, तो मार्केट में स्थिरता लौटने की उम्मीद थी लेकिन एफटीएक्स मामले से संभावनाओं पर पानी फिर गया।
- भारत सरकार क्रिप्टो विनिमय पर टैक्स तो लेती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है। जानकार कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी जोखिमभरा जुआ है।
हालात और बुरे होने की आशंका
- जानकारों के अनुसार, पहले से मंदे बाजार को अब इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
- एफटीएक्स के ढहने के बाद मार्केट में नकदी का संकट पैदा हो सकता है, जिसका खामियाजा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को भुगतना पड़ेगा।
- भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के उपाध्यक्ष राजगोपाल मेनन को डर है कि सबसे बुरा अभी खत्म नहीं हुआ है और कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि पहले से मंदे बाजार को इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
सरकार और आरबीआई की सर्तकता से बचे निवेशक
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों के अरबों डॉलर डूब गए। हालांकि, सरकार और आरबीआई के सतर्क रुख से भारतीय निवेशकों पर इसका कोई असर नहीं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है हुआ है। आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर चेतावनी भी दी है। इसके अलावा, सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी का भारी-भरकम टैक्स और लेनदेन पर एक फीसदी का अतिरिक्त टीडीएस भी लगाया है। आंकड़ों के मुताबिक, वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार का पूंजीकरण 2021 में 3 लाख करोड़ डॉलर (234.7 लाख करोड़ रुपये) था। एक साल में ही इसका कुल बाजार मूल्य 2 लाख करोड़ डॉलर (165 लाख करोड़ रुपये) घटकर अब एक लाख करोड़ डॉलर (81.23 लाख करोड़ रुपये) रह गया है।
16 अरब डॉलर स्वाहा
एफटीएक्स के पतन से इसके सह-संस्थापक सैम क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है बैंकमैन फ्राइड के 16 अरब डॉलर (करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये) स्वाहा हो गए।
क्रिप्टो बाजार में गिरावट, क्रिप्टो एक्सचेंज FTX ने दिवालिया प्रक्रिया के लिए किया आवेदन
ABC News: दुनिया की तीसरे सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज FTX ने अमेरिका में दिवालिया प्रक्रिया के तहत आवदेन कर दिया है. ये ऐसे समय पर किया गया है, जब बिनेंस से डील टूटने के चलते कंपनी फंड की कमी का सामना कर रही थी. एफटीएक्स के साथ जुड़े हुए हेज फंड अल्मेडा रिसर्च और उससे जुड़ी हुई अन्य कंपनियां भी इस आवेदन का हिस्सा है.
इसके साथ ही कंपनी के सीईओ और संस्थापक सैम बैंकमैन फ्राइड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बैंकमैन फ्राइड की संपत्ति में भी बड़ी गिरावट आई है. फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग के अनुसार, दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन करने से पहले उनकी संपत्ति 23 बिलियन डॉलर थी, जिसमें अब बड़ी गिरावट आ चुकी है. समाचार एजेंसी एपी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि FTX में चल रही दिक्क्तों के पीछे कंपनी कुछ हद तक खुद ही जिम्मेदार है. अमेरिका का डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन जांच कर रहे हैं कि क्या कंपनी के परिचालन में कोई आपराधिक कृत्य किया गया है. वहीं, जांच में इस बात ध्यान केंद्रित किया जा रहा है कि क्या FTX में ग्राहकों के फंड का उपयोग अल्मेडा रिसर्च में ट्रेडिंग करने के लिए किया है. FTX के धाराशायी होने पर समाचार एजेंसी रायटर्स ने मामले से जुड़े लोगों के हवाले से बताया कि कंपनी ने ग्राहकों के कुछ फंड में कम से कम एक बिलियन डॉलर की धनराशि गायब है. क्रिप्टो एक्सचेंज के संस्थापक सैम बैंकमैन- फ्राइड ने बड़ी चालाकी से ग्राहकों का 10 बिलियन डॉलर का फंड अपनी कंपनी अल्मेडा रिसर्च में ट्रांसफर किया था. FTX के दिवालिया प्रक्रिया के तहत आवेदन करने के बाद बिटकॉइन में 5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी और इसकी कीमत भी 16,000 डॉलर के नीचे चली गई है. इसके साथ अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर भी दबाव देखा जा रहा है.
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