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एसएंडपी 500

एसएंडपी 500

मुद्रास्फीति में कमी, उत्पादन में वृद्धि से नवंबर में देश में मजबूत रहीं विनिर्माण गतिविधियां

नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) मांग में जुझारूपन तथा लागत के दबाव में कमी आने से नए ऑर्डर की संख्या बढ़ी तथा निर्यात में वृद्धि हुई जिससे भारत में विनिर्माण गतिविधियां नवंबर में तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। एक मासिक सर्वेक्षण में बृहस्पतिवार को यह बात कही गई।

मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) अक्टूबर के 55.3 से बढ़कर नवंबर में 55.7 हो गया जो तीन महीनों के दौरान परिचालन परिस्थितियों में मजबूत सुधार दर्शाता है।

नवंबर के पीएमआई आंकड़ों के साथ ही लगातार 17वें महीने में समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार देखने को मिला।

पीएमआई की भाषा में 50 से अधिक अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाते हैं।

एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पोल्याना डी लीमा ने कहा, ‘‘यह अच्छे उत्पादकों के लिए सामान्य बात थी जिन्होंने मांग में जुझारूपन के स्पष्ट रूझान को देखते हुए तीन महीनों के दौरान उत्पादन को काफी बढ़ा लिया। हालिया महीने में नए एसएंडपी 500 ऑर्डर की संख्या बढ़ी तथा निर्यात में विस्तार हुआ है।’’

इसके अलावा कंपनियां भी वृद्धि की संभावनाओं को लेकर काफी आश्वस्त हैं।

लीमा ने बताया कि सर्वे में शामिल प्रतिभागियों ने इस बारे में मजबूत भरोसा जताया कि उनके उत्पादों की मांग में तेजी बनी रहेगी तथा 2023 में उत्पादन बढ़ाने की उनकी क्षमता भी अच्छी रहेगी। नवंबर में सकारात्मक धारणा का जो स्तर देखा गया है वह करीब आठ वर्षों में सबसे अच्छा है।

कीमतों के लिहाज से देखा जाए तो लागत से जुड़ी मुद्रास्फीति 28 महीनों में सबसे कमजोर रही जबकि दाम फरवरी के बाद से सबसे कम गति से बढ़े हैं। वहीं रोजगार की दृष्टि से भी नवंबर अच्छा महीना रहा जब लगातार नौंवे महीने रोजगार में मजबूत वृद्धि देखी गई।

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

लगातार दूसरे दिन ग्लोबल मार्केट में तेजी का रुख

नई दिल्ली (New Delhi), 24 नवंबर . ग्लोबल मार्केट एसएंडपी 500 एसएंडपी 500 से आज लगातार दूसरे दिन अच्छे संकेत मिल रहे हैं. अमेरिकी बाजार पिछले कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए. इसी तरह यूरोपीय बाजार में भी पिछले सत्र के कारोबार में लगातार तेजी बनी रही. वहीं, एशियाई बाजार में भी ज्यादातर इंडेक्स मजबूती के साथ कारोबार करते नजर आ रहे एसएंडपी 500 हैं.

पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार में मजबूती का रुख बन रहा बना रहा. कल ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के मिनट्स जारी किए गए, जिनमें ब्याज दरों में पहले की तुलना में कम बढ़ोतरी करने के संकेत दिए गए हैं. यूएस फेड की बैठक में इस बात की चर्चा भी हुई कि ब्याज दरों में लगातार तेज बढ़ोतरी करने से देश की अर्थव्यवस्था और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. इसलिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार को तुलनात्मक तौर पर कम किया जाना चाहिए.

यूएस फेड की बैठक के मिनट्स जारी होने के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में उत्साह का रुख देखा गया. एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.59 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4,027.26 अंक के स्तर पर बंद हुआ. इसी तरह डाओ जोंस ने 0.28 प्रतिशत की उछाल के एसएंडपी 500 साथ 34,194.06 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया. जबकि नैस्डेक 110.91 अंक यानी 0.99 प्रतिशत की उछाल के साथ 11,285.32 अंक के स्तर पर बंद हुआ. थैंक्स गिविंग डे के कारण आज अमेरिकी बाजारों में छुट्टी रहेगी.

अमेरिकी बाजार में आई तेजी का असर यूरोपीय बाजारों पर भी दिखा. पिछले सत्र के कारोबार में एफटीएसई इंडेक्स 0.17 प्रतिशत की मजबूती के साथ 7,465.24 अंक के स्तर पर बंद हुआ. इसी तरह सीएसी इंडेक्स ने 0.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6,779.09 अंक के स्तर पर पिछले एसएंडपी 500 सत्र के कारोबार का अंत किया. पिछले सत्र में डीएएक्स इंडेक्स में लगातार बिकवाली का दबाव बने रहने के कारण उसका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा. बिकवाली के दबाव के बावजूद इस सूचकांक ने 0.04 प्रतिशत की बढ़त हासिल करके 14,427.59 अंक के स्तर पर कारोबार का अंत किया.एसएंडपी 500

अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में तेजी का असर आज एशियाई बाजारों पर भी साफ नजर आ रहा है. स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स को छोड़ कर एशिया के ज्यादातर बाजारों में तेजी बनी हुई है. एसजीएक्स निफ्टी 0.26 अंक की तेजी के साथ 18,301 अंक के स्तर पर एसएंडपी 500 कारोबार करता नजर आ रहा है. इसी तरह निक्केई इंडेक्स 299.78 अंक यानी 1.07 प्रतिशत की छलांग लगाकर 28,415.52 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है. हैंग सेंग इंडेक्स भी 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,586.26 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है.

जबकि ताइवान वेटेड इंडेक्स 103.05 अंक यानी 0.71 प्रतिशत की मजबूती के साथ 14,711.59 अंक के स्तर पर ट्रेड कर रहा है. वहीं, जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.65 प्रतिशत मजबूत होकर 7,099.50 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है. इसी तरह कोस्पी इंडेक्स 0.57 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2,431.81 अंक के स्तर पर बना हुआ है. इसके अलावा सेट कंपोजिट इंडेक्स 0.01 प्रतिशत की सांकेतिक बढ़त के साथ 7,099.70 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है.

एशियाई बाजारों में अभी तक सिर्फ दो इंडेक्स कमजोरी के साथ काम करते नजर आ रहे हैं. इनमें से स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.09 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 3,252.94 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है. जबकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,093.51 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है. इन दोनों इंडेक्स में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट का रुख बना हुआ है.

फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले अमेरिकी शेयरों में मजबूती

अमेरिकी शेयरों में सोमवार को मजबूती रही. डॉव जोंस और एसएंडपी 500 सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए.

फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले अमेरिकी शेयरों में मजबूती

खास बातें

  • डॉव जोंस और एसएंडपी 500 सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए
  • फेडरल रिजर्व की बैठक पर निवेशकों की नजर बनी हुई है.
  • फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले अमेरिकी शेयरों में मजबूती

अमेरिकी शेयरों में सोमवार को मजबूती रही. डॉव जोंस और एसएंडपी 500 सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए. फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक मंगलवार को शुरू होने वाली है. एक समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज में 56.87 अंकों यानी 0.23 फीसदी की मजबूती के साथ 24,386.03 पर बंद हुआ.

एसएंडपी 500 सूचकांक 8.49 अंकों यानी 0.32 फीसदी की बढ़त के साथ 2,655.99 पर बंद हुआ.नैस्डैक कंपोजिट सूचकांक 35.00 अंकों यानी 0.51 फीसदी की बढ़त के साथ 6,875.08 पर बंद हुआ. फेडरल रिजर्व की बैठक पर निवेशकों की नजर बनी हुई है.

VIDEO: शेयर बाजार के गुर : जानें कैसे काम करता है स्टॉक एक्सचेंज?
सीएमई ग्रुप का कहना है कि फेडरल रिजर्व 2017 में तीसरी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है.

दुनिया भर में मंदी की मार, लेकिन भारतीय शेयर बाजार गुलजार, क्या है वजह?

BSE Sensex: विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजार में दिलचस्पी कैसे बढ़ रही है?

दुनिया भर में मंदी की मार, लेकिन भारतीय शेयर बाजार गुलजार, क्या है वजह?

इन दिनों भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) लगातार ऊपर चढ़ रहे हैं, बीएसई सेंसेक्स ने 62 हजार के स्तर को पार कर नया रिकॉर्ड बनाया है. आज भी शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 183.9 अंक चढ़कर 62,865.74 पर पहुंचा और निफ्टी 61.5 अंक बढ़कर 18,679.55 के आसापस कारोबार कर रहा है.

शेयर बाजार ऐसे समय में नए रिकॉर्ड बना रहा है, जब चीन में कोरोना को लेकर प्रतिबंध हैं, दुनिया में मंदी का खतरा बढ़ रहा है, कई कंपनियां बड़े स्तर पर छंटनी कर रही है. ऐसे में हम तीन सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे. शेयर मार्केट में लगातार क्यों बढ़ रहा है? विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजार में दिलचस्पी कैसे बढ़ रही है? और क्या शेयर मार्केट में बढ़ोतरी जारी रहेगी?

शेयर मार्केट लगातार क्यों बढ़ रहा है?

मंदी के खतरे बीच भारतीय शेयर मार्केट में लगातार बढ़ोतरी के पीछे कई फैक्टर हैं जैसे एसएंडपी 500 अमेरिकी फेड की घोषणा कि वे अब ब्याज दरों में कर रहे बढ़ोतरी में नरमी लाएंगे. इसके एसएंडपी 500 अलावा वैश्विक बाजारों में हल्की बढ़ोतरी और गिरावट भी हल्की हो रही है, ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल के आसपास आ गई थी. फिलहाल 84 डॉलर प्रति बैरल पर है. इसके अलावा विदेशी निवेशकों ने भी भारतीय शेयर बाजारों में खूब निवेश किया है.

दुनिया भर में इक्विटी मार्केट में गिरावट के बावजूद, भारतीय शेयर बाजार सुरक्षित मानते हुए इसमें निवेश हो रहा है. बाजार तेजी की वजह विदेशी निवेशकों का लौटना है, 25 नवंबर तक विदेशी निवेशकों ने 31,700 करोड़ रुपये बाजार में निवेश किए. साथ ही बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स भी मजबूत रहा. इसके अलावा, खुदरा निवेश में भी उछाल आया.

विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजार में दिलचस्पी कैसे बढ़ रही है?

फिनवे एफएससी के सीईओ रचित चावला ने क्विंट हिंदी को बताया कि, भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों (FPI) में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है, जिसका मुख्य कारण हाल की तिमाही में आए कंपनियों के मजबूत आकंड़े हैं, इससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है कि आर्थिक सुधार होगा. साथ ही, सरकार की ओर से कई सुविधाजनक प्रोत्साहन दिए गए हैं (जैसे बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक बजट के दौरान एसएंडपी 500 सरकार आर्थिक गतिविधि को बल देने के लिए कुछ घोषणाएं करेगी) जो विदेशी निवेश को आकर्षित करते रहे हैं.

क्या शेयर मार्केट में यह बढ़ोतरी जारी रहेगी?

लॉन्ग टर्म के संदर्भ में बात करते हुए रचित चावला बताते हैं कि, देश की जीडीपी 2031 तक दोगुनी से अधिक होने जा रही है और शेयर बाजार सालाना 11 प्रतिशत की दर से बढ़ने के लिए तैयार है. वैश्विक स्थिति चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद भारतीय इक्विटी बाजार को देश की अर्थव्यवस्था के हालात ठीक लगते हैं.

भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति, सरकार द्वारा बुनियादी ढांचों में लाए जाने वाले बदलाव और लगातार बढ़ते विदेशी निवेशक बताते हैं कि आने वाले कम से कम कुछ वर्षों में बाजार में तेजी रहने का अनुमान है. बता दें कि, विदेशी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने कहा है कि बीएसई सेंसेक्स के दिसंबर 2023 एसएंडपी 500 तक 80,000 का स्तर छूने की उम्मीद है.

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