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एक क्रिप्टो

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जैसे अगर रामू ने श्यामू को 100 बिटकॉइन भेजे तो यह ब्लॉकचेन के तहत ग्लोबल बहीखाते में रिकॉर्ड हो जाएगा। उसके बाद रामू और श्यामू चाहे कितनी भी कोशिश कर लें उसका डुप्लीकेट नहीं बना सकते हैं। क्योंकि रिकार्डेड इंट्री का मिलान किया जाएगा और क्रॉस चेक होने पर उसका बाद में इस्तेमाल नहीं हो पाएगा।

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Cryptocurrency: जानें कितना गिरा क्रिप्टो का दाम, एक क्लिक में देखें रेट

रूस और यूक्रेन की लड़ाई के बाद अचानक से क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिला. फिलहाल इसकी कीमत में फिर से गिरावट देखी जा रही है.

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बहुत ही कम समय में निवेशकों का चहेता बन गया है. आज ज्यादातर लोग जल्दी अमीर बनने के लिए इसमें निवेश कर रहे हैं. हालांकि क्रिप्टो में जितना जोखिम है उतना ही इसमें फायदा भी है. बहुत ही कम समय में इसने अपने निवेशकों को करोड़पति बनाया है. हालांकि भारत सरकार की तरह से इसमें निवेश के लिए हरी झंडी मिलने के बावजूद ही अभी यह भारत में रेगुलेटेड नहीं है. बहरहाल क्रिप्टो में निवेश करने से पहले उसके बारे में जानना और समझना बेहद जरुरी है, नहीं तो आप मुसीबत में पड़ सकते हैं. निवेशकों का क्रिप्टो की तरफ आकर्षण देखकर दुनियाभर के कई देशों की सरकारों की सख्ती के चलते लोकप्रिय क्रिप्टो बिटकॉइन (Bitcoin) से लेकर कई क्रिप्टो करेंसी के रेट में काफी गिरावट भी दर्ज किया गया. इस दौरान कई ऐसे करेंसी भी हैं जिनके रेट अभी भी ऊपर हैं. वहीं कुछ क्रिप्टो ने अपने निवेशकों को 1000 फीसदी का मुनाफा भी दिया है. ऐसे में आइये जानते हैं कि इस वक्त बिटक्वाइन (Bitcoin), डॉगकॉइन (Dogecoin), एक्सआरपी (XRP) और एथेरियम (Ethereum) के अलावा कार्डानो (Cardano) का लेटेस्ट रेट क्या है.

एक क्रिप्टो

इस तेज़ी से आगे बढ़ते डिजिटल संसार में पैसों नें भी डिजिटल रूप ले लिया है, इस आभासी डिजिटल मुद्रा को ही क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है। जैसे की “बिट कॉइन”, इसका नाम आपने बहुत बार सुना होगा। आजकल क्रिप्टो करेंसी एक ऐसा विषय बन गया है जिसके बारे में सुना तो हर किसी ने है लेकिन ये डिजिटल मुद्रा क्या है ? कैसे काम करती है ? इसके लाभ क्या क्या होते एक क्रिप्टो हैं ? इस से हम कैसे कमाई कर सकते हैं ? ऐसे सवाल आपके मन में भी आते होंगे।

क्रिप्टो करेंसी क्या है?

तो चलिए आज जानते हैं क्रिप्टो करेंसी के बारे में, क्रिप्टो करेंसी एक आभासी यानी वर्चुवल मुद्रा है जिसे सबसे पहले वर्ष 2009 में लाया गया था और सबसे पहली क्रिप्टो करेंसी बिट कॉइन ही थी जो अबतक की सबसे ज्यादा प्रसिद्ध और सबसे महंगी कॉइन है।

क्रिप्टो करेंसी के फायदे :

  • क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें धोखाधड़ी के चांस बहुत कम होते है।
  • क्रिप्टो करेंसी decentralized होते है इसलिए यूजर इसका मालिक एक क्रिप्टो होता है ना कि बैंक या सरकार
  • इसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान होता है किसी भी लेन-देन के लिए, हमें बस smart device जैसे smartphone और internet connection की जरुरत पड़ती है और तुरंत हम online भुकतान कर सकते है।
  • दुसरे payment option के मुकाबले इसमें transaction fees बहुत कम होती है।
  • और सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि आज के समय में लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके लाखों रूपये कमा रहे हैं।

अगले ब्लॉग में हम आपको बतायेंगे कि क्रिप्टो करेंसी में किस तरीके से निवेश करके लाखों रूपये आसानी से कमाए जा सकते हैं।

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Highlights वित्तीय प्रणाली की स्थिरता को लेकर चुनौतियां खड़ी होंगी। केंद्रीय बैंक की क्षमता को गंभीर रूप से कमतर करेगी। मादक पदार्थों की तस्करी में भी क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल किया जा सकता है।

Cryptocurrency: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शीर्ष अधिकारियों ने एक संसदीय समिति से कहा है कि क्रिप्टो करेंसी से अर्थव्यवस्था के एक हिस्से का ‘‘डॉलरीकरण’’ हो सकता है जो भारत के संप्रभु हितों के खिलाफ होगा।

क्रिप्टो पर TDS का सरलीकरण

TDS on Crypto Simplified

वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) के एक क्रिप्टो हस्तांतरण के लिए भुगतान किए गए किसी भी प्रतिफल पर 1% TDS लगाने के लिए 2022 के फाइनेंस बिल ने आयकर अधिनियम, 1961 में 194S नामक एक नई धारा बनाई है। ऐसे समझें कि, जब आप कोई क्रिप्टो (क्रिप्टो को VDA माना जाता है) खरीदते हैं, तो आपको (या इस लेनदेन को सुविधाजनक बनाने वाला एक्सचेंज को) TDS के रूप में ट्रांज़ैक्शन मूल्य का 1% एक क्रिप्टो काटना और रोक कर रखना होगा। इस रोके गए टैक्स को आगे सरकार को चुकाना होगा।

इससे पहले कि हम ज्यादा विस्तार से समझें, यहां आपके लिए एक अच्छी खबर है: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने स्पष्ट एक क्रिप्टो किया है कि जब कोई एक्सचेंज के माध्यम से क्रिप्टो खरीद रहा है (यहां तक कि P2P ट्रांज़ैक्शन के मामले में भी), एक्सचेंज द्वारा धारा 194S के तहत टैक्स काटा जा सकता है।

क्रिप्टो जैकिंग क्या है?

यह एक प्रकार का साइबर अपराध है, जिसमें हैक किए गए कंप्यूटर के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग की जाती है। इसके कारण, साइबर अपराधी क्रिप्टो माइनिंग मैलवेयर विकसित और वितरित कर रहे हैं। जब मैलवेयर एक छेड़छाड़ किए गए डिवाइस पर लोड हो जाता है, तो यह नए सिक्कों का निर्माण करता है। हालाँकि, यह वेब ब्राउज़र और ब्राउज़र के एक्सटेंशन में भेद्यताएँ (vulnerabilities) पैदा करता है।

  • आमतौर पर, साइबर अपराधी क्लाउड पर हमला करने के लिए Log4j भेद्यता का उपयोग कर रहे एक क्रिप्टो हैं।
  • रैंसमवेयर या किसी अन्य प्रकार के साइबर अपराध की तुलना में क्रिप्टो जैकिंग एक कम जोखिम वाला हमला है।
  • वित्तीय उद्योग को कई क्रिप्टो जैकिंग हमलों का सामना करना पड़ा है।
  • क्रिप्टो जैकिंग में; पीड़ितों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि उनके कंप्यूटर या नेटवर्क से पहले ही छेड़छाड़ की जा चुकी है।
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