मूविंग एवरेज इंडिकेटर

RSI एक अन्य फॉरेक्स इंडिकेटर है जो Oscillator कैटेगरी से संबंधित है। यह सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला फॉरेक्स इंडिकेटर के रूप में जाना जाता है और बाजार में एक ओवरसोल्ड या ओवरबॉट स्थिति को प्रदर्शित करता है जो अस्थायी है।
moving average indicator in hindi-moving average hindi
दोस्तों इस लेख में आज हम moving average के बारे में बात करने वाले हैं जो शेयर मार्किट का सबसे पुराना एवं अभी तक सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला इंडिकेटर हैं जिसे हर नए निवेशक को इसके बारे पता होना चाहिए ।
आप जानकर हैरान होंगे की केवल मूविंग एवरेज के तर्ज पर ही कितने सारे इंडिकेटर को खोज निकाला गया हैं जिसमे macd , bolinger band मुख्य इंडिक्टर हैं जिसमे मूविंग एवरेज इंडिकेटर macd में 13 और 26 expontial मूविंग एवरेज का इस्तेमाल होता है और bollinger band में 20 moving average का उपयोग किया जाता हैं ।
वैसे मैं इसके ज्यादा डीप में जाकर कुछ नहीं बताना चाहता हूँ क्योंकि इसे आज सिंपल तरीका से समझेंगे और अंत में किन्ही दो अलग – अलग दिने के मूविंग एवरेज को चार्ट में लगाकर एक swing trading लेने का प्रयाश करंगे और देखेंगे की क्या इससे कोई ट्रेड लिया जा सकता हैं ।
मूविंग एवरेज-moving average kya hota hai
उम्मीद है आप मूविंग एवरेज के बारे में जान चुके होंगे लेकिन अभी यह जानना जरुरी है की आखिर शेयर मार्किट में मूविंग एवरेज क्यों और कैसे उपयोग किया जाता और कौन इसे सबसे ज्यादा उपयोग करता हैं
1 ) किसी भी शेयर में मुख्य 3 तरिके का ट्रेड सबसे ज्यादा देखने को मिलता हैं जिसमे अपट्रेंड , डाउनट्रेंड एवं साइडवेस मार्किट और तीनो को पता करने के लिए आपको कोई न्यूज़ , कोई एनालिसिस या फिर रोज किसी शेयर का रिकॉर्ड रखने का जरुआत नहीं है । क्योंकि सिर्फ moving average इन तीनो ट्रेंड को एक झलक में बता सकता हैं ।
2 ) जिस तरह 3 तरह का ट्रेंड सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है ठीक उसी तरह शेयर मार्किट में 3 तरह के लोग सबसे ज्यादा एक्टिव होते है जिसमे पहला intraday वाले इन्वेस्टर जो सबसे ज्यादा 15 के अंदर मूविंग एवरेज इस्तेमाल करते है ।
moving average crossover strategy in hindi
अब हम यह जान लेते है की मूविंग एवरेज इंडिकेटर आखिर किस तरह से मूविंग एवरेज से कोई शेयर ख़रीदा जा सकता हैं तो इसके लिए 50 दिन का मूविंग एवरेज को इस्तेमाल करेंगे जो हमे किसी शेयर का ट्रेंड के बारे में बताएगा ।
लेकिन मार्किट में कब क्या हो जाए कोई बता नहीं सकता हैं लेकिन अध्यन के अनुसार 50 दिन के मूविंग एवरेज के ऊपर किसी शेयर का प्राइस होने पर लोग सबसे ज्यादा खरीदने की तरफ जाते है और जब कोई स्टॉक मूविंग एवरेज इंडिकेटर इस लीन के निचे होता है तो हमे शेयर खरीदने से बचना चाहिए ।
सिर्फ स्टडी के लिए मैं आपको मूविंग एवरेज के बारे में बता रहा हूँ इसलिए यह लेख कोई शेयर खरीदने के लिए बाध्य नहीं करता हैं इसलिए बेहतर यही होगा की शेयर खरीदने से पहले अपने अडवाइजर से सलाह जरूर ले ।
एक बात और जान लेते है की कोई भी इंडिकेटर आपको सौ प्रतिसत शेयर में प्रॉफिट नहीं दिला सकता हैं और किसी एक इंडिकेटर के बदौलत भी कोई शेयर खरीदा नहीं जा सकता हैं इसके साथ और भी कई सारे इंडिकेटर यह फ़ण्डामेंटल , न्यूज़ एलिमेंट आदि जोड़ने होते हैं इसलिए इन सभी चीजों को भी जरूर एनालिसिस करना चाहिए ।
मूविंग एवरेज से कोई शेयर कैसे खरीदें
सबसे पहले हम इसके लिए दो तरह का मूविंग एवरेज का प्रयोग करेंगे जिसमे पहला 50 दिन का होगा और दूसरा 20 दिन का एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज होगा और चूँकि हम स्विंग ट्रेड लेने जो कुछ दिन का होगा इसलिए टाइम 1 घंटे का होगा ।
निचे इमेज में मैंने लाल रंग के मूविंग एवरेज को 20 दिन का दिखाया हैं और कला वाला मूविंग एवरेज 50 दिन का exponential moving average हैं इस तरह का चार्ट आप भी अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर लगा सकते हैं ।
जब लाल वाली लाइन बालक वाली लाइन को ऊपर की तरफ क्रॉस करेगी तब हमे उस शेयर को खरीदना हैं लेकिन उसके लिए कोई बड़ा कैंडल पर ट्रेड ना ले यदि कोई बड़ा कैंडल बन भी रहा है तो कुछ समय इंतजार करे फिर से प्राइस मूविंग एवरेज के पास आएगा जैसा की इमेज में देख सकते है आपको कम से कम बार शेयर खरीदने का मौका मिला हैं और लाल रेखा को बार – बार छूकर प्राइस ऊपर जा रहा हैं ।
एमटी 4 के लिए मोमेंटम संकेतक
सूचक मोमेंटम इंडिकेटर और मूविंग एवरेज दोनों से गणनाओं के परिणामों का प्रतिनिधित्व करता है जो ट्रेडर को यह बताने के लिए उसके सबविंडो के ऊपर से नीचे की ओर दोलन करता है कि किसी भी दिशा में अधिक सटीक गति क्या है दिया हुआ वक़्त।
व्यापारियों को द मोमेंटम इंडिकेटर फॉर MT4 का उपयोग करने से बहुत सारी अंतर्दृष्टि का लाभ मिल सकता है और कुछ प्रमुख अंतर्दृष्टि जो एक व्यापारी प्राप्त कर सकते हैं, नीचे सूचीबद्ध हैं।
Partially Automated Trading Besides Your Day Job
Alerts In Real-Time When Divergences Occur
Simple Moving Averages vs. Exponential Moving Averages
SMA are मूविंग एवरेज इंडिकेटर slower than EMA in responding to price action. Consequently, they indicate trends or trend reversals more slowly, but are less prone to false signals. EMA are better at catching trends early, though they will give you more false signals during consolidation periods.
Using several types of moving averages will give you a broader outlook. For instance, a trader might choose longer period SMA to help understand the broader trend, and shorter period EMA for entry signals.
SMA may better identify support and resistance levels since they reflect a balanced average of prices over a set time period.
How to determine a trend using MA?
When a price action remains above a moving average, it signals that the price has an मूविंग एवरेज इंडिकेटर uptrend. Conversely, if a price action stays below the MA it indicates a downtrend.
Using several MA simultaneously can be beneficial in determining a trend. Make sure the MA lines are set in the correct order (from fastest to slowest in an uptrend, from slowest मूविंग एवरेज इंडिकेटर to fastest in a downtrend) to confirm that you are in a strong uptrend or downtrend.
Moving Average Crossovers
MA crossovers help to determine when a new trend starts and when an existing one is about to reverse.
Upward momentum is confirmed with a bullish crossover, when short-term MA crosse above longer-term MA. This can be called a ‘Golden Cross’. Downward momentum is confirmed with a bearish crossover, when short-term MA cross below longer-term MA, also known as a ‘Death Cross’. Short term MA can be used for intraday trading, for instance, EMA with 5 and 10 periods.
Longer-term traders might prefer SMA crossovers with 50 and 200 periods.
On one hand, MA crossovers tend to work well in trending markets, while on the other, they can be worthless in sideways or consolidating markets.
क्या है टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस? शेयर बाजार में पैसा कमाने के लिए जरूरी है ये ज्ञान, जानें इसे कैसे सीखें
- News18Hindi
- Last Updated : November 03, 2022, 11:42 IST
हाइलाइट्स
टेक्निकल एनालिसिस में इंडिकेटर के जरिए स्टॉक के प्राइस की मूवमेंट का अंदाजा लगाया जाता है.
फंडामेंटल एनालिसिस में किसी भी कंपनी के बिजनेस मॉडल और ग्रोथ स्टोरी का अध्ययन किया जाता है.
टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस सीखने के लिए कई बुक, कोर्स और ऑनलाइन कंटेंट उपलब्ध है.
नई दिल्ली. शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले इसकी पर्याप्त समझ होनी चाहिए. किसी भी स्टॉक को खरीदने के लिए उसके बारे में अच्छे से अध्ययन करना होता है और यह दो तरीकों टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के जरिए किया जाता है. लेकिन, आम निवेशक को इसके बारे में ज्यादा समझ नहीं होती है लेकिन बाजार में सक्रिय रूप से काम करने वाले निवेशक और मार्केट एक्सपर्ट्स इसकी गहरी समझ रखते हैं. हालांकि, टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस की समझ विकसित करना ज्यादा मुश्किल नहीं है.
आइये जानते हैं कि आखिर टेक्निकल और फंटामेंटल एनालिसिस क्या है और कैसे इसके बारे में समझ विकसित करके शेयर बाजार में सक्रिय निवेशक के तौर पर काम किया जा सकता है. इन दोनों तरीकों से आप शेयर की कीमत का सही अनुमान और भविष्य से जुड़ी संभावनाओं के बारे में पता लगा सकते हैं, साथ ही स्टॉक कब खरीदें और कब बेचें, यह निर्णय लेने में भी आपको मदद मिलेगी.
Forex Trading में महारथ हासिल करना चाहते है तो इन 10 टेक्निकल इंडिकेटर को अच्छे से समझ लें
Technical Indicator for Forex Trading: अगर आप भी फॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको कुछ फॉरेक्स इंडिकेटर के बारे में पता होना चाहिए। यहां टॉप 10 Forex Indicators बताए गए हैं जो प्रत्येक व्यापारी को पता होना चाहिए।
Forex Indicators: फॉरेक्स मार्केट में ट्रेड करते समय इंडीकेटर्स को आवश्यक माना जाता है। कई फॉरेक्स ट्रेडर्स प्रतिदिन इन इंडिकेटर का उपयोग करते हैं, जिससे उन्हें यह समझने में मदद मिलती है कि वे Forex Market में कब खरीद या बेच सकते हैं। इन इंडिकेटर को टेक्निकल एनालिसिस के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में जाना जाता है, और प्रत्येक ट्रेडर्स को इन टेक्निक या फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में पता होना चाहिए। यहां टॉप 10 Forex Indicators हैं जो प्रत्येक व्यापारी को पता होना चाहिए।