तकनीकी विश्लेषण के मूल तत्व

कैंडल चार्ट कैसे पढ़े

कैंडल चार्ट कैसे पढ़े
डोजी में स्टॉक का खुलने और बंद होने का प्राइस एक सामान होता है यानि की जिस प्राइस पर स्टॉक खुलता है तथा उसी पर बंद होता है या बहुत कम अंतर होता है। डोजी की रियल बॉडी बहुत ही छोटी होती है, एक पतली लाइन की तरह। स्टॉक का प्राइस सारे दिन open price के आसपास ही घूमता रहता है और बंद भी ओपन प्राइस पर या उसके बहुत ही करीब होता है।

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कैंडलस्टिक चार्ट की जानकारी – 1, कैंडलस्टिक चार्ट सीखिए

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जापानी कैंडलस्टिक चार्ट क्या है और कैंडलस्टिक चार्ट कैसे पढ़े जाते है – 1

A beginner’s guide to Candlestick charts in Hindi

जापानी कैंडलस्टिक चार्ट का अध्ययन किसी शेयर की भविष्य की दिशा का पता लगाने के लिए किया जाता है. इसकी खोज जापान में आज से 200 साल पहले हुई थी. पीछे कई सालों से पूरे विश्व में कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग कई ट्रेडर्स शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए करते है. कैंडलस्टिक चार्ट को देख कर किसी शेयर में चल रही खरीदारी और बिकवाली का अंदाज़ा लगाया जा सकता है. कई ट्रेडर्स कैंडलस्टिक चार्ट को देख कर यह अंदाजा लगाते है की अब यह शेयर ऊपर जायेगा और इसलिए वह उस शेयर को खरीद लेते है. इसी प्रकार कई बार ट्रेडर्स कैंडलस्टिक चार्ट को देख कर यह अंदाज़ा लगाते है अब यह शेयर नीचे गिरेगा, तो वह ट्रेडर्स उस शेयर को बेच देते है. इस वेबसाइट में हम कैंडल स्टिक चार्ट के बारे में आपको सिखायेंगे की किस प्रकार से कैंडलस्टिक चार्ट को पढ़ा जाता है.

कैंडलस्टिक चार्ट अलग-अलग प्रकार की कैंडल से बनते है. एक कैंडल, किसी एक शेयर में आमतौर पर किसी एक दिन की हुई ट्रेडिंग की जानकारी देती है. वैसे आप चाहे तो यह कैंडल एक दिन की न हो कर, 5 मिनट, एक हफ्ते आदि किसी भी समय के लिए बनायीं जा सकती है. भारत में ज्यादातर शेयर ब्रोकर कंपनियों के सॉफ्टवेर में कैंडलस्टिक चार्ट बने हुए होते है. कैंडलस्टिक चार्ट में आम तौर पर दो तरह की कैंडल होती है, लाल रंग की कैंडल और हरे रंग की कैंडल. हरे रंग की कैंडल यह बताती है की उस दिन शेयर में खरीदारी हुई और उस शेयर का भाव ऊपर बंद हुआ. लाल रंग की कैंडल यह बताती है की उस दिन शेयर में बिकवाली हुई और उस शेयर का भाव नीचे बंद हुआ. नीचे हमने उदाहरण के लिए एक कैंडलस्टिक चार्ट दिया हुआ है.

यह कैंडल किसी भी शेयर के उस दिन के ओपन (open) यानि शेयर के खुलने के समय का भाव, क्लोज (close) यानि शेयर के बंद होने के समय का भाव, हाई (high) यानि उस दिन का सबसे ऊँचा भाव, लो (low) यानि उस दिन का सबसे निचला भाव, आदि के हिसाब से बनती है. किसी शेयर के open, high, low और close के भाव के अनुसार उस दिन की कैंडल का रंग का आकार होता है. अब, चूंकि इन भाव में हर दिन बदलाव होते रहते है तो इसलिए यह कैंडल का रंग और आकार प्रकार भी उसी प्रकार से बदलता रहता है. अब हम आपको कैंडल के बारे में समझायेंगे की कैंडल को किस प्रकार से पढ़ा जाता है और यह कैसे बनती है.

अब हम यह देखेंगे की कैंडलस्टिक चार्ट की हरे रंग की कैंडल किस प्रकार से बनती है.

इसके लिए हम मान लेते है किसी एक शेयर में एक दिन के open, high, low और close के भाव इस प्रकार है.

Date open high low close
01-01-2017 100 104 98 103

इसमें ऊपर 01-01-2017 का open का भाव 100 रूपये है, इसी प्रकार high price यानि दिन भर का सबसे ज्यादा का भाव 104 रूपये है, उस का low price यानि दिन भर का सबसे कम भाव 98 रूपये है और close price 103 रूपये है. अब आप यहाँ पर देख सकते है की 01-01-2017 को यह शेयर 100 रूपये पर खुल कर शाम को 103 रूपये पर बंद हुआ तो इसकी कैंडल हरे रंग की बनेगी. यह कैंडल कुछ इस प्रकार की होगी.

यहाँ पर कैंडल का सबसे निचला हिस्सा दिन भर का low price बताता है. कैंडल का वह हिस्सा जिसमे हरा रंग है वह कैंडल की बॉडी कहलाता है. हरे रंग की कैंडल की बॉडी का निचला हिस्सा open price और बॉडी का ऊपर का हिस्सा close price बताता है. कैंडल का सबसे ऊपर का हिस्सा दिन भर का high price बताता है. open और low के बीच की लाइन को कैंडल की टेल या विक (tail or wick) भी कहते है. इसी प्रकार close और high के बीच की लाइन को कैंडल की टेल या विक (tail or wick) भी कहते है.

Share market chart kaise samjhe | शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस

Share market chart kaise samjhe– दोस्तों अगर आपको सही समय पर अच्छा मुनाफा कमाई करना है तो शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस करना जरुर आना चाहिए। इससे आप कम समय में ही अपने नुकशान को कम करके बहुत अच्छा रिटर्न कमाई कर चकते हो।

अगर आप बिना सीखे शेयर मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करते हो तो आप एकतरह से जुआ खेल रहे हो इससे आपको नुकशान होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं। आपको पता होना चाहिए कब स्टॉक को खरीदना चाहिए और कब प्रॉफिट कमाई करके बेचना चाहिए।

इसी को जानने के लिए आपको Share Market के चार्ट को अच्छी तरह समझना बहुत जरुरी हैं। क्यूंकि इसी से ही आपको पता लगेगा स्टॉक ऊपर या नीचे जाने की कितने ज्यादा संभावना हैं।

Share market chart kaise samjhe

ज्यादातर रिटेल निवेशक किसी भी चार्ट को खोलते ही उनके कैंडल चार्ट कैसे पढ़े मन में इस चार्ट में देखे किया और शुरु कहा से करे ये सवाल जरुर आता हैं। शेयर मार्केट में किसी भी चार्ट को समझने के लिए सबसे पहले बहुत ज्यादा अभ्यास की जरुरत पड़ती हैं। उसके बाद ही काम आएगा आपका विश्लेषणात्मक कौशल जो आपको प्रयोग करना होगा उस चार्ट में।

Chart का Trend देखना चाहिए:- किसी भी स्टॉक के चार्ट अच्छी तरह से समझने के लिए आपका सबसे पहला काम होना चाहिए उस शेयर के Trend किस तरफ जा रहा हैं। उसको अच्छी तरह से देखना बहुत जरुरी हैं। वैसे तो चार्ट में 3 तरह का Trend देखने को मिलेगा। इन तीनो Trend के अन्दर से कोई ना कोई एक Trend में वो स्टॉक या Chart जरुर फॉलो कर रहा होगा। और इन ट्रेन्ड में काम करने के तरीका भी अलग अलग होता हैं।

  • Up Trend:- इस Trend का मतलब है Higher Top and Higher Bottom। जब भी चार्ट इस Trend को फॉलो करेगा आपको लगातार स्टॉक सीढ़ी की तरह ऊपर जाते ही नजर आएगा। तब आपको हमेसा उस स्टॉक को खरीदना चाहिए।
  • Down Trend:- इस ट्रेन्ड का मतलब है Lower top Lower bottom। जब भी आपको चार्ट में Down Trend देखने को मिलेगा स्टॉक हमेशा सीढ़ी की तरह नीचे आता नजर आनेवाला हैं। इस समय हमेशा उस स्टॉक को बेचके चलना चाहिए।
  • Sideways Trend:- इस ट्रेन्ड में आपको स्टॉक ना ऊपर जाता नजर आएगा और ना ही नीचे जाता नजर आएगा। एक ही रेंज में ट्रेड होता नजर आनेवाला हैं। अगर आप नए हो तो एसी चार्ट वाले ट्रेन्ड शेयर में कभी भी आपको काम नहीं करना हैं। क्यूंकि इसमें दिशा पता नहीं चलते जिसकी वजह से आपका पैसा डूबने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं।

शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस

Chart का मजबूत:- किसी भी स्टॉक के Chart का मजबूत जानने के लिए आपको पहले उस स्टॉक का गतिविधि कैसा हैं उसको जानना बहुत जरुरी हैं। जब भी उस शेयर में Correction देखने को मिलते वो कितना बड़ा गिरावट होता है आपको कैंडल चार्ट कैसे पढ़े देखना चाहिए।

यदि बहुत ज्यादा ऊपर नीचे होता दिखाई दिए आपको एसी शेयर से दूर रहना ही बेहतर हैं। अगर आपको लगता है धीरे धीरे ऊपर या नीचे जाने की Trend दिख रहा हैं उस स्टॉक में ट्रेन्ड की हिसाव से काम करोगे तो हमेसा फ़ायदा होते देखने को मिलेगा।

चार्ट का Momentum:- जिस भी स्टॉक के चार्ट में काम करना है उसका Momentum को ध्यान में रखके काम करना चाहिए। बहुत सारे ऐसे चार्ट आपको देखने को मिलेगा जिसका ऊपर जाने की स्पीड बहुत ही कम है।

अगर आप इस स्टॉक में काम करोगे तो आपको अच्छी मुनाफा कमाने के लिए बहुत समय लगनेवाला हैं। इसलिए आपको अच्छी Momentum वाले चार्ट को ही चुनना चाहिए।

Share-market-chart-kaise-samjhe

शेयर मार्केट चार्ट कैसे समझे और कमाई

रिस्क और रिवॉर्ड विश्लेषण:- अगर आप ऊपर दिए गए स्टेप को फॉलो करके कोई चार्ट को सेलेक्ट किया हो तो आपको उस चार्ट का Support और Resistant को ध्यान से देखना चाहिए। उसके बाद आपका Stop Loss वोही होना चाहिए जहा उस चार्ट ने हाल ही में कोई Support लेके ऊपर की तरफ गया हैं।

जहा पर Support लिया है स्टॉक ने, वहा आपको Stop Loss लगाना चाहिए। लेकिन ध्यान में रखना चाहिए आपका Stop Loss बहुत दूर ना हो। अगर आपको लगता है की रिस्क बहुत कम है और रिवॉर्ड बहुत ज्यादा मिल चकता है तभी आपको उस चार्ट में ट्रेड लेना चाहिए।

पतियोगी स्टॉक के चार्ट:- आप जिस भी स्टॉक के चार्ट को सेलेक्ट किया हो बाकि पतियोगी कंपनी को भी देखना चाहिए कैसा पदर्शन कर रहा हैं। आपको ध्यान में रखना चाहिए वो स्टॉक उस सेक्टर में बाकि पतियोगी कंपनी से बेहतर पदर्शन दिखा रहा हैं।

और साथ ही मार्केट यदि 1 पतिशत का मूवमेंट दिखाई उस स्टॉक की चार्ट में उससे ज्यादा की मूवमेंट दिखाने की क्षमता होना चाहिए। अगर आपको ऐसा होता दिखाई नहीं देते तो आपको दुसरे स्टॉक को खोजना चाहिए।

Maturity ट्रेन्ड चार्ट:- जब आप सभी स्टेप फॉलो कर रहे हो तब आपको अंतिम में देखना चाहिए कही वो स्टॉक कम समय में बहुत ज्यादा ऊपर तो चला नहीं गया। अगर आपको लगता है प्रॉफिट बुकिंग का समय आ चकता है। उस स्टॉक के चार्ट से आपको दूर रहना चाहिए।

चाहे न्यूज़ में कितना भी अच्छा उस स्टॉक के बारे में बताए। ज्यादा लालश के चक्कर में बिल्कुल नहीं पड़ना हैं। क्यूंकि वो स्टॉक पहले ही बहुत ज्यादा भाग चूका है आगे चार्ट में जितना बढ़ने की संभवाना होता है उतना ही ज्यादा गिरावट का मोहौल देखने को मिल चकता हैं। इसलिए Maturity ट्रेन्ड चार्ट से दूर रहना ही बेहतर हैं।

निष्कर्ष:-

शेयर बाज़ार में अगर आप ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करके कम समय में अच्छी मुनाफा कमाना चाहते हो तो ये 6 स्टेप आपको बहुत मदद करनेवाला हैं। उसी के साथ आपको बहुत ज्यादा अभ्यास की जरुरत होगी। जितना ज्यादा आप इन स्टेप को फॉलो करके अभ्यास करोगे उतना ही आपका ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट निपुण होते जाएंगे। तभी आप किसी भी चार्ट को देखके अच्छा कमाई कर पाओगे।

आशा करता हु आपको Share market chart kaise samjhe शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस पोस्ट को पढ़के चार्ट के बारे में अच्छी तरह समझ गए होंगे। अगर आपके मन में अभी भी कोई सवाल है तो कमेंट में जरुर बताए। साथ ही शेयर मार्केट के महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे अन्य पोस्ट को पढ़ चकते हैं।

Candlestick Patterns Doji, Marubozu, Spinning Tops ka use karke Stock market se paise kamaye

जापानी कैंडलस्टिक्स पैटर्न कई प्रकार के होते हैं, लेकिन इनको इनमे बनने वाली बार के हिसाब से चार कटेगरी में डिवाइड किया जा सकता है जैसे - Basic candlestickes pattrns, Single candlestickes pattrns, Double candlestickes pattrns, triple candlestickes pattrns. Single Candlestick Pattern के अंतर्गत Doji, Marubozu, Spinning Tops, Hanging Man, Inverted Hammer & Shooting Star आदि कैंडलस्टिक पैटर्न आते हैं। इनका उपयोग सीखकर आप शेयर बाजार में सफल ट्रेडर बनकर काफी पैसा कमा सकते है। Basic candlestickes patterns को अच्छी तरह समझने के लिए कृपया इस what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है पोस्ट को जरूर पढ़े।

Doji:

Doji candlesticks pattern

डोजी में स्टॉक का खुलने और बंद होने का प्राइस एक सामान होता है यानि की जिस प्राइस पर स्टॉक खुलता है तथा उसी पर बंद होता है या बहुत कम अंतर होता है। डोजी की रियल बॉडी बहुत ही छोटी होती है, एक पतली लाइन की तरह। स्टॉक का प्राइस सारे दिन open price के आसपास ही घूमता रहता है और बंद भी ओपन प्राइस पर या उसके बहुत ही करीब होता है।


डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न बायर्स तथा सेलर्स की असमंजस (अनिर्णय ) की मनोदशा को दर्शाता है, ना ही बायर्स तथा ना ही सेलर्स दोनों में से कोई भी प्राइस पर कंट्रोल नहीं कर पाता और मैच ड्रॉ हो जाता है। यदि डोजी कैडलस्टिक्स uptrend के समय बनती है तो इसका मतलब downtrend आ सकता है और यदि डोजी downtrend के समय बनती है इसका मतलब uptrend आ सकता है। Doji Candlesticks सामान्यतः चार प्रकार की - 1. Neutral Doji 2. Long -legged Doji 3. Gravestone Doji 4. Dragonfly Doji.

Long Green Candle +Doji :

डोजी कैंडल के संदेश को समझने के लिए आपको उसके पहले बनने वाली कैंडलस्टिक पैटर्न पर ध्यान देना चाहिए। यदि डोजी कैंडल किसी ग्रीन मारबाज़ू पैटर्न के बाद बन रहा है तो इसका मतलब बायर्स कम हो रहे हैं तथा आगे स्टॉक प्राइस गिर सकता है।

Long Red Candle +Doji :

यदि डोजी कैंडल किसी रेड मारबाज़ू कैंडलस्टिक पैटर्न के बाद बनती है तो इसका मतलब पीछे सेलर्स (बेचने वाले ) कम रहे हैं तथा आगे अपट्रेंड आ सकता है।
डोजी एक प्रमुख ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न है, जब शेयर अपट्रेंड में होता है और पिछले कई दिन से higher high बनाता रहता है तथा हाई पर होल्ड नहीं कर पाता। तब ज्यादातर डोजी कैंडल बनता है और ज्यादातर आशंका डाउन ट्रेंड आने की होती है।

Spinning Tops:

जिन कैंडलस्टिक्स कि लॉन्ग अपर शैडो तथा लॉन्ग लोअर शैडो और रियल बॉडी स्मॉल होती है उन्हें स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक कहते हैं। रियल बॉडी का कलर रेड है या ग्रीन यह कोई खास महत्त्व नहीं रखता है।

Japanese candlesticks Spinning tops


Spinning tops पैटर्न भी Doji की तरह बायर्स तथा सेलर्स के बीच अनिर्णय की स्थिती को दर्शाता है। स्मॉल रियल बॉडी, प्राइस मूवमेंट में बहुत छोटे परिवर्तन को दर्शाती है जो की ओपन और क्लोज प्राइस के आसपास ही होता है। लॉन्ग शैडो बायर्स तथा सेलर्स के बीच की फाइट को को दर्शाती है, कोई भी प्राइस पर बढ़त प्राप्त नहीं कर पाता और मैच ड्रॉ जाता है। सेशन के आखिर में ओपन तथा क्लोज प्राइस में बहुत कम अन्तर होता है।
यदि स्पिनिंग टॉप candlestick pattern अपट्रेंड के समय आता है तो इसका मतलब है कि पीछे बायर्स ज्यादा नहीं हैं और ट्रेंड रिवर्सल आ सकता है यानि डाउन ट्रेंड की शुरुआत हो सकती है। यदि स्पिनिंग टॉप डाउन ट्रेंड के समय आता है तो इसका मतलब है कि ट्रेंड रिवर्सल आ सकता है यानि कि पीछे सेलर्स ज्यादा नहीं। हैं और अपट्रेंड की शरुआत हो सकती है।

Marubozu:

जिन कैडलस्टिक्स पैटर्न में केवल रियल बॉडी ही होती है, शैडो नहीं होती उसे Marubozu candlesticks pattern कहते है।

Marubozu Candlestick Pattern

Green Marubazu :

या वाइट मारूबाज़ू कैंडलस्टिक्स में ओपन प्राइस तथा low price एक समान होते हैं और क्लोजिंग प्राइस एवं हाई प्राइस एक समान होते हैं। पूरा सेशन बायर्स के कंट्रोल में रहता है। शेयर का प्राइस खुलने के बाद से लगातार ऊपर चढ़ता रहता है तथा दिन के हाई प्राइस पर बंद होता है। इसे बुलिश मारबाज़ू कहते है। यदि ग्रीन मारूबाज़ू अपट्रेंड के दौरान आता है तो इसका संकेत होता है कि अपट्रेंड जारी रह सकता है तथा यदि ये डाउन ट्रेंड के दौरान आता है तो इसका संकेत होता है कि ट्रेंड रिवर्सल आ सकता है।

Red Marubozu:

जिसमे एक लम्बी लाल बॉडी होती है उसमे ओपनऔर हाई प्राइस एक समान होते हैं तथा low और closing price एक समान होते हैं। red Marubazu का मतलब है कि ओपनिंग बैल से लेकर मार्केट के क्लोज होने तक पूरा सेशन सेलर (बेचने वाले ) के कब्जे में रहता है। शेयर का प्राइस खुलने के बाद से लगातार गिरता रहता है तथा दिन के low price पर बंद होता है। इसे बियरिश मारूबाज़ू कहते हैं। यदि रेड मारूबाज़ू डाउन ट्रेंड के दौरान बनता है तो इसका संकेत होता है कि वर्तमान ट्रेंड जारी रह सकता है और यदि अपट्रेंड के दौरान बनता है तो इसका मतलब है कि ट्रेंड रिवर्सल आ सकता है।
क्योंकि यह पोस्ट काफी बड़ी हो लम्बी हो गई है इसलिए सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न के बाकी Hanging Man, Inverted Hammer, Shooting Star वर्णन अगली पोस्ट में करना पड़ेगा। candlestick chart pattern को समझने के लिए, कैंडल्स क्या संकेत देती हैं इसका आपको पता होना जरूरी है तब ही आप इनका अपने फायदे के लिए उपयोग कर पाएगें। इसके साथ ही MACD, MA, RSI आदि का यूज़ करना भी जरूरी है जिससे ट्रेंड कन्फर्म हो सके। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi
उम्मीद है आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी, मेरी यही कोशिश रहती कि जो भी लिखू ज्ञानवर्धक लिखुँ। ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पड़ने के लिए हमारे ब्लॉग को जरूर सब्सक्राइब कीजिये। यदि आपके मन में Stock Market से सम्बन्धित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकतेहैं।यदि आपको पोस्ट पसंद आयी हो तो कृपया इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर भी करे।

what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है

यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.

Candle Stick Chart Pattern

Basic Candle Stick Pattern:


Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।

यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने कैंडल चार्ट कैसे पढ़े के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।

यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi.

कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -


एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India

Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

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