सिग्नल कैसे काम करते हैं

35. धुंध के समय IBs को सस्पेंड किया जाएगा?
Railway G & SR Chapter 3 Signal Questions in Hindi
Table of Contents
भारतीय रेलवे के सामान्य नियम पुस्तक के चैप्टर नंबर 3 में सिगनल के बारे में बताया गया है। मैंने एलडीसीई के सिलेबस में आपको सामान्य नियम पुस्तक से संबंधित कुल 18 अध्याय के बारे में जिक्र किया था।
आपको शायद पता होगा कि 18 सिग्नल कैसे काम करते हैं अध्याय में से सबसे बड़ा अध्याय सिगनल ही है। इसे बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है।
सामान्य एवं सहायक नियम के चैप्टर 1 एवं 2 से मैंने कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर आपको बता चुका हूं। आज मैं आपको सिगनल से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न बताऊंगा।
यह सभी पर विभिन्न विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यदि आप प्रतियोगिता परीक्षा नहीं भी देते हैं तो स्टेशन मास्टर, गार्ड, कांटेवाला इत्यादि पदों पर काम करने के लिए यह नियम का ज्ञान होना बहुत आवश्यक है।
Railway G & SR Chapter 3 Signal Questions in Hindi Part -1
1. खराब आगमन रोक सिगनल के लिए पिछले स्टेशन से प्राधिकार मिल जाने पर चालक को उस सिगनल के नीचे कर्मचारी कौन सा हैण्ड सिग्नल दिखाएगा?
2. शंटिंग परमीटेड इंडिकेटर एक सिगनल है?
3. किसी स्टेशन का आउटर सिगनल फेल हो जाने पर होम सिगनल को भी फेल माना जाएगा?
4. गाड़ी संचालन के दौरान डबल लाइन सेक्शन में लोको पायलट को पास वाली लाइन पर किसी प्रकार का रुकावट दिखाई दे तो वह क्या करेगा?
5. चालक को खराब आगमन रोक सिग्नल के लिए पिछले स्टेशन से प्राधिकार प्राप्त होने के बाद चालक उस सिगनल को अधिकतम कितनी गति से पार करेगा?
6. शंट सिगनल कौन से सिगनल के नीचे नहीं लगाया जा सकता है?
7. बहुसंकेतीय सिगनल व्यवस्था में डिस्क टाइप सिगनल रात को समय off position में कौन सी बत्ती बताएगा?
क्या सिग्नल बूस्टर नेटवर्क की समस्या को खत्म कर सकता है? जानें
आज की तेज रफ्तार जिंदगी में टेक्नोलॉजी ने नई क्रांति ला दी है। इसने ना केवल हमारी ज़िन्दगी को आसान किया है बल्कि मोबाइल क्रांति की वजह से हमें दुनिया के हर कोने की ख़बर पल भर में मिल जाती है। लेकिन जहां एक तरफ़ विकसित शहरों में आप इस टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल कर सकते हैं, वहीं ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में अभी भी लोग कमज़ोर सिग्नल की वजह से इस मोबाइल क्रांति का पूरा लाभ नहीं ले पा रहे हैं। तो ऐसे में सेल फोन सिग्नल बूस्टर उन्हें इस टेक्नोलॉजी का पूरा फायदा दिलाने में सक्षम हैं। लेकिन गाहे-बगाहे हम अक्सर लोगों से या तो शिकायतें या संशय सुनते रहते हैं कि क्या ये वास्तव में काम करते हैं? तो इसका तर्क है कि जब तक कि सिग्नल स्ट्रेंथ अच्छी है, ये घरों, कार्यालयों और गाड़ियों में उस सिग्नल को 32 गुना तक बढ़ाकर ज़बरदस्त सर्विस प्रदान करते हैं।
फ्री डिश छतरी सेट करने का तरीका क्या है?
अगर आप जानना चाहते है की फ्री डिश छतरी कैसे सेट करें? (Dish set karne ka Tarika) तो यहाँ आपको फ्री डिश सेट करने का तरीका बहुत ही आसान शब्दों में पता चलेगा। इसके लिए आपके पास छतरी सेट करने का मीटर हो या न हो, तब भी आप छतरी सेट कर सकते है।
डिश टीवी सिग्नल सेटिंग के लिए, पहला काम आपको टीवी के साथ-साथ Set-Top Box रिसीवर को चालू करना है। अगर ऑडियो वीडियो केवल और डिश ऐन्टेना से जोड़ लिया है तो।
- टीवी स्क्रीन पर आने की प्रतीक्षा करें। रिमोट पर मेनू बटन दबाएं और सिस्टम सेटअप पर जाए।
- अब हाइलाइटर को इंस्टालेशन बॉक्स विकल्प पर ले जाएँ और यहाँ सॅटॅलाइट लिस्ट पर जाए।
- यहाँ सॅटॅलाइट को जोड़े, उसका नाम, पोजीशन, डालकर सेव करे।
- अब यहाँ से बाहर निकले, और ट्रांसपोंडर लिस्ट पर जाए। यहाँ आप डीडी फ्रीडिश की सभी फ्रीक्वेंसी एक एक करके सेव करे।
- जब सभी ट्रांसपोंडर सेव हो जाए तो उस TP List पर ओके करके नीचे सिग्नल का प्रतिशत देखे।
अब LNB ठीक करे -
अब आपको डिश के पीछे खड़े होने और LNB पर अपना हाथ रखने की जरूरत है।
इसे धीरे धीरे घुमाये और सेट टॉप बॉक्स की स्क्रीन पर सिग्नल देखते रहे।
अगर LNB घुमाने से कोई बदलाव नहीं आता है तो LNB को इस तरीके से फिट करे की उसकी केबल सिग्नल कैसे काम करते हैं कनेक्टर का मुख नीचे की तरफ हो।
अब Dish Antenna ठीक करे -
यहाँ हो सकता है की अब आपको बोल्ट को ढीला करना पड़ सकता है और सिग्नल कैसे काम करते हैं आवश्यकतानुसार डिश को एक दिशा से दूसरी दिशा में घुमाना पड़े।
- इसके लिए आप अपने पड़ोस में किसी और का डिश ऐन्टेना देखे और हो सकते तो Dish TV का ऐन्टेना देखे।
- अगर Doordarshan Dish TV का ऐन्टेना दिख जाए तो बस आपको भी अपना ऐन्टेना उसी दिशा में करना है।
- धीरे धीरे एडजस्ट करे, और सिग्नल चेक करे।
- जैसे ही सिग्नल प्राप्त हो रुके, और फिर इस सिग्नल को बढ़ाने की कोशिश करे।
- ऐन्टेना को ऊपर, नीचे, दाए बाये आदि करके इस प्राप्त सिग्नल को बढ़ाने की कोशिश करे।
- जब सिग्नल स्ट्रेंथ की पट्टी हरी हो जाती है तो सबसे अच्छा सिग्नल प्राप्त करने के लिए डिश को थोड़ा आगे और पीछे की दिशा में घुमाएं।
अब सेट बॉक्स को ट्यून करे -
जब आपको टीवी स्क्रीन पर TP Frequency का सिग्नल 50 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है तो अब आप अपने बॉक्स में चैनल स्कैन कर सकते है।
- इसके लिए TP List से बाहर निकले, सॅटॅलाइट लिस्ट पर जाए, अब उसी सॅटॅलाइट को सेलेक्ट करे जिसमे आपने TP भरी है।
- फिर रिमोट से ब्लू बटन दवाये।
- यहाँ आपको एक और Window दिखेगी।
- इसमें आपको FTA में yes चुनना है और ब्लाइंड स्कैन सेलेक्ट करके ओके करे
अब कुछ मिनट प्रतीक्षा करे। सर्च 100 प्रतिशत होने के बाद ओके दवाये फिर चैनल चेक करे।
हैरान हैं कि वाई-फ़ाई कैसे काम करता है.
वाई-फ़ाई वायरलेस लैन है और इसे कंप्यूटर नेटवर्किंग की सबसे उपयोगी तकनीकों में से एक माना जाता है। इसने डेटा ट्रांसफर और कम्यूनिकेशन के तौर-तरीकों को बदल दिया है। वास्तव में वाई-फ़ाई शब्द का कोई अर्थ नहीं है, लेकिन इस शब्द के ज़रिए हम इसे लोकल एरिया के वायरलेस टेक्नोलॉजी के रूप में समझते हैं।
वाई-फ़ाई क्या है और यह कैसे काम करता है?
वाई-फ़ाई उसी तरह काम करता है जैसे अन्य वायरलेस डिवाइस काम करते हैं। यह वास्तव में डिवाइसों के बीच सिग्नल देने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करता है। लेकिन यहां रेडियो फ्रीक्वेंसी का मतलब कार रेडियो, वॉकी-टॉकी, सेल फ़ोन और वेदर रेडियो (मौसम सिग्नल कैसे काम करते हैं रेडियो) से बिल्कुल अलग है। रेडियो वेव्स का इस्तेमाल करके, यह वायरलेस हाई-स्पीड इंटरनेट और नेटवर्क कनेक्शन प्रदान करता है। वाई-फ़ाई एक ट्रेडमार्क है जिसका मतलब है - IEEE 802.11x.
रेलवे के सिग्नल और टेली कम्युनिकेशन विभाग ने कोरोना के दौर में किया अभूतपूर्व कार्य, आप भी जानिए
South eastern Railway. कोरोना काल में दक्षिण- पूर्व रेल के टेली कम्युनिकेशन विभाग ने सरकारी नियमों का पालन करते अपने कार्य को अपडेट करने के लिए अपने काम को जारी रखा। इससे गुड्स व यात्री ट्रेनों की रफ्तार निर्बाध रूप से जारी रही।
जमशेदपुर, जासं। कोविड 19 के दौर में जब देश भर में लॉकडाउन था तब दक्षिण- पूर्व रेल का टेली कम्युनिकेशन विभाग ने सरकारी नियमों का पालन करते अपने कार्य को अपडेट करने के लिए अपने काम को जारी रखा। इससे गुड्स व यात्री ट्रेनों की रफ्तार निर्बाध रूप से जारी रही।
टेली कम्युनिकेशन विभाग ने अपने कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशिक्षित कर ट्रंक लाइन, सिग्नल प्वाइंट और सिग्नलिंग और इंटर लॉकिंग उपकरणों को आधुनिक बनाने का काम किया ताकि ट्रैफिक सुविधा आसानी से चलती रहे। दक्षिण- पूर्व रेलवे प्रबंधन का कहना है कि हम अपने कार्य क्षेत्र में यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमने इस प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए कोविड 19 के दौर में सभी विभागों, यांत्रिक, विद्युत, इंजीनियरिंग और सिग्नल और टेली संचार क्षेत्र में सभी प्रकार के सुरक्षा संबंधी कार्यों की देखरेख की। दक्षिण- पूर्व रेलवे का सिग्नल एंड टेली कम्युनिकेशन विभाग अपनी पूरी मशीनरी के साथ चार डिवीजनों, खड़गपुर, आद्रा रांची और चक्रधरपुर में नियमित सेवाओं पर आवश्यक रख-रखाव और मरम्मत कार्यों का संचालन किया, ताकि रेल सेवाओं को सुरक्षित रूप से चलाया जा सके।