निवेश उपकरण

अगर भारत सरकार फेम योजना के तहत निकुंज जैसे युवा उद्यमियों की सहायता करती है तो किसानों को इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर सस्ती कीमत पर उपलब्ध हो सकते हैं। निकुंज भारत सरकार की FAME योजना के लिए ट्रैक्टरों को भी कवर करने का अनुरोध करता है। निकुंज का कहना है कि भारत एक बड़ी कृषि अर्थव्यवस्था है। यदि ऐसा होता है, तो मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 जैसे इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पर सब्सिडी लगभग 1.5 लाख रुपये होगी। कृषि के लिए सरकार ज्यादा सब्सिडी प्रदान करती है तो तो इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को भी बाकी ईवीएस से ज्यादा मिलना चाहिए।
हरियाणा में जापान के निवेश को और अधिक बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत: राव इंद्रजीत सिंह
केंद्रीय सांख्यिकीय तथा कारपोरेट कार्य राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि जापान के निवेश को बढ़ाने निवेश उपकरण के लिए सरकार प्रयासरत है और आने वाले दिनों में हरियाणा सहित देशभर में जापानी कंपनियों का निवेश बढ़ाया जाएगा। केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह ने सोमवार को जापान- इंडिया मित्रता की 70 वी वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कवाजू कुनिहिको, मंत्री और मिशन के उप प्रमुख, जापान दूतावास, और जापानी कॉर्पोरेट जगत के अन्य राजनयिक निवेश उपकरण और उद्योग जगत कि कई हस्तिया उपस्थित थी । इस अवसर पर एक जापानी व्यंजन आउटलेट अजु नागोमी फैमिली डाइनिंग का उद्घाटन किया गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, “सुजुकी पहले गुरुग्राम में एक भारतीय कंपनी मारुति के साथ एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए आई थी, और इसका विस्तार जारी है, अब तक हरियाणा में तीन प्लांट है । केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जापान ने कई प्रमुख सार्वजनिक-उपयोगिता परियोजनाओं का समर्थन करके भारत को अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद की।
वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना
राव ने कहा कि वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना, जो महत्वाकांक्षी “दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर (DMIC) परियोजना का हिस्सा है, को जापान की JICA (जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी) द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है। यह दिल्ली और मुंबई के बीच छह राज्यों के औद्योगिक पार्कों और बंदरगाहों को जोड़कर भारत का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनाता है। निप्पॉन कोई, ओरिएंटल कंसल्टेंट्स ग्लोबल, हिताची, मित्सुई एंड सीओ, सोजिट्ज, जेएफई इंजीनियरिंग और आईएचआई इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम्स जैसी जापानी कंपनियां इस प्राथमिक परियोजना के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
कवाजू कुनिहिको, मंत्री और मिशन के उप प्रमुख, जापान दूतावाम ने इस अवसर पर कहा की यह जानकर खुशी हुई कि गुरुग्राम में जापान की चल रही 70 वीं मित्रता वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में गुरुग्राम मे रेस्तरां अजु नगोमि फैमिली डाइनिंग का उपहार मिला है। उन्होंने कहा, “मुझे यह भी उम्मीद है कि कई युवा भारतीय जापान की यात्रा करेंगे और जापानी काइज़न और जापानी आतिथ्य इंडस्ट्री का संचालन करेंगे। लोगों से लोगों का जुड़ाव निवेश उपकरण दोनों देशों के बीच दोस्ती की कुंजी हैं।
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 ट्रैक्टर बनाने वाले युवा किसान इंजीनियर के बारे में जानें
ट्रैक्टर कंपनियां किसानों की जरुरतों और बजट के अनुसार अपने अनुसंधान एवं विकास केंद्रों में ट्रैक्टर बनाती है। लेकिन मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 ट्रैक्टर को गुजरात के किसान इंजीनियर निकुंज और उसके भाईयों ने एक करोड़ रुपए का निवेश करके खेतों में ही बनाया है। निकुंज ने ट्रैक्टर बनाने से पहले अपने गांव के किसानों की राय ली। उनसे पूछा कि ट्रैक्टर में ऐसा क्या होना चाहिए जिससे खेती की लागत काम हो सके। किसानों के सुझाव पर उन्होंने ट्रैक्टर बनाना शुरू किया। निकुंज इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियर है। इस मिनी ई ट्रैक्टर से पहले मोटरसाइकिल माउंटेड जुताई मशीन बना चुके हैं। खेती से लगाव होने के कारण निकुंज अपने पिता व चाचा की खेती में मदद भी करते रहते हैं। निकुंज के अनुसार डीजल ट्रैक्टर एक घंटे में लगभग एक लीटर डीजल की खपत करता है, और इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को चलाने की लागत सिर्फ 10 रुपये प्रति घंटा है।
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 के चार्जिंग फीचर्स
- मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर एक बार चार्ज होने पर 6 से 8 घंटे तक काम कर सकता है। इस ट्रैक्टर को 4 घंटे में चार्ज किया जा सकता है।
- मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 में एलएफपी (लिथियम आयरन फॉस्फेट) केमिस्ट्री के साथ लीथियम-आयन बैटरी पैक दिया गया है जिसका 15,000 घंटे तक चलने का दावा किया गया है।
इस ट्रैक्टर में 3 किलोवाट की मोटर दी गई है। पीटीओ कैपेसिटी 7.5 किलोवाट है। 4+4 फॉरवर्ड और रिवर्स गियर के साथ निवेश उपकरण इस ट्रैक्टर में मैकेनिकल स्टीयरिंग दी गई है। मजबूत पकड़ के लिए ड्राई ब्रेक हैं।
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 गियर बॉक्स
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर में स्लाइडिंग मेश टाइप का ट्रांसमिशन दिया गया है जो सिंगल फ्रिक्शन क्लच के साथ आता है। इस ट्रैक्टर की अधिकतम स्पीड 16 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 ट्रैक्टर में 6 स्प्लाइन टाइप की पीटीओ दी गई जो 200 से 750 आरपीएम की स्पीड से काम करती है। पीटीओ कैपेसिटी 7.5 किलोवाट है। निवेश उपकरण मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 स्मॉल ट्रैक्टर की लिफ्टिंग क्षमता 1 टन है।
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 डायमेंशन
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 मिनी ट्रैक्टर का कुल वजन 670 किलोग्राम है। यह ट्रैक्टर की चौड़ाई 28 इंच है जबकि लंबाई 2100 एमएम है। व्हीलबेस 1410 एमएम और ग्राउंड क्लीयरेंस 270 एमएम है।
मारुत ई ट्रैक्ट 3.0 उन सभी अनुप्रयोगों के लिए फिट है जो एक छोटा डीजल ट्रैक्टर निवेश उपकरण चलाने में सक्षम है।
Defence Stocks: मजबूत ऑर्डर बुक के चलते रक्षा कंपनियों की बढ़ेगी कमाई, BEL और HAL समेत ये शेयर करेंगे आउटपरफॉर्म
Defence Stocks: सरकार का डिफेंस सेक्टर पर फोकस बढ़ रहा है. सेक्टर में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए गए हैं.
Best Defence Stocks to Buy: हाल के महीनों में डिफेंस स्टॉक फोकस में रहे हैं. यहां तक डिफेंस कंपनियों के आईपीओ का भी प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है. सरकार का डिफेंस सेक्टर पर फोकस बढ़ रहा है. सेक्टर में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए गए हैं. डोमेस्टिक कंपनियों से रक्षा संबंधी उपकरण या अन्य प्रोडक्ट खरीदने को बढ़ावा दिया जा रहा है. इन प्रयासों के चलते कंपनियों के ऑर्डरबुक में मजबूती आ रही है. वहीं डिफेंस कंपनियां अपने रेवेन्यू और मार्जिन गाइडेंस को लगातार बढ़ा रही हैं. ब्रोकरेज हाउस के आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि आने वाले दिनों में सेक्टर की कंपनियों की कमाई बढ़ेगी और क्वालिटी शेयरों में तेजी आएगी.
ऑर्डरबुक मजबूत होने का है अनुमान
ब्रोकरेज हाउस के आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार सभी कंपनियों ने यह बात कही है कि H1FY23 की तुलना में ऑर्डरबुक की स्थिति में और सुधार होने की संभावना है.
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कंपनियों ने रेवेन्यू और मार्जिन गाइडेंस बढ़ाया
प्रोडक्ट मिक्स (HAL और AMW) और कच्चे माल की क्षमता (मिधानी, HAL और सोलर इंडस्ट्रीज) में बदलाव के कारण कवरेज के तहत लगभग सभी कंपनियों ने साल दर साल और तिमाही दर तिमाही आधार पर हायर मार्जिन गाइडेंस दिया है. कुल मिलाकर, कंपनियों ने FY23 के लिए अपना रेवेन्यू/मार्जिन गाइडेंस बढ़ाया है.
- HAL ने निकट अवधि में RoH एंड स्पेयर्स की उच्च हिस्सेदारी और मिड से लॉन्ग टर्म में सोर्सिंग क्षमता के कारण EBITDA मार्जिन गाइडेंस को 26-27% तक बढ़ा दिया है.
- BEL ने EBITDA गाइडेंस के लोअर एंड को 21-23% से बढ़ाकर 22-23% कर दिया है और 15% के रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को दोहराया है.
- Solar Industries ने FY23 के लिए अपने रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को सालाना आधार पर 50% बढ़ाया है.
- AMW को उम्मीद है कि Q3FY23 का रेवेन्यू 200 करोड़ और FY23/FY24 का रेवेन्यू 850 करोड़ और 1000 करोड़ रहेगा.
- GRSE ने वित्त वर्ष 2025 तक की अवधि के लिए पीक एग्जीक्यूशन गाइडेंस दिया है. नतीजतन, हम लगभग सभी कंपनियों के मार्जिन में सुधार के साथ मजबूत रेवेन्यू गोथ की उम्मीद करते हैं. हालांकि मिधानी का मार्जिन दबाव में आ सकता है क्योंकि हाई रा मैटेरियल की लागत पी एंड एल में रिफलेक्ट होता है.
टॉप पिक्स, रेटिंग और टारगेट
BEL (BUY), 125 रुपये
HAL (BUY), 3170 रुपये
Astra Microwave (BUY), 380 रुपये
BDL (ADD), 1100 रुपये
MDSL (SELL), 575 रुपये
GRSE (SELL), 390 रुपये
Solar industries (HOLD), 4225 रुपये
MIDHANI (HOLD), 230 रुपये
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
जानिये यूपी के किन नौ सेक्टरों में निवेश करेंगी अमेरिकी कंपनियां
लखनऊ,नवसत्ताः प्रदेश में बड़े पैमाने पर इन्वेस्टमेंट के लिए अमेरिकी कंपनियों में उत्सुकता बढ़ने लगी है। प्रदेश के कुल 9 सेक्टर ऐसे हैं, जहां अमेरिकी कंपनियों की दिलचस्पी ज्यादा है। इसमें आईटी से लेकर कृषि उद्योग तक अमेरिकी कंपनियों के टॉप चार्ट में हैं। जीआईएस-2023 की नोडल एजेंसी इन्वेस्ट यूपी के मुताबिक प्रदेश में भारी निवेश के लिए अमेरिकी कंपनियों पर विशेष फोकस है। सरकार बड़ी संख्या में अमेरिकी कंपनियों को यूपीजीआईएस 2023 के लिए निमंत्रण भेज चुकी है। इसके अलावा अमेरिका के विभिन्न व्यापारिक संगठनों से भी सरकार के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं, जहां से काफी उत्साहवर्धक रिस्पॉन्स मिले हैं।
Papad Making Business: कम निवेश में शुरू करें पापड़ का बिजनेस, पढ़ें बनाने की विधि, कच्चा माल, मशीनरी, लाइसेंस और मार्केटिंग आदि
अगर आप कम निवेश में खुद का बिजनेस (Business) खोलने की सोच रहे हैं तो ऐसे में हम आपको पापड़ का बिजनेस (Papad Making Business) करने की पूरी विधि बता दें रहे हैं जिससे आप आसानी से ये बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
अगर आप खुद का बिजनेस (Business) करने का सोच रहे हैं तो ऐसे में आप पापड़ का बिजनेस (Papad Business Idea) शुरू कर सकते हैं आपको बता दें कि पापड़ हमारे देश के साथ-साथ पड़ोसी देशों का भी काफी पसंदीदा व्यंजनों में से एक है. ये अपने स्वाद के साथ-साथ हमारे पेट के लिए भी अच्छा है इसे आप रोटी- सब्जी , दाल-चावल के साथ बड़े मजे से खा सकते हैं , बाहरी देशों में लोग इसे सलाद में डालकर भी खाते हैं.