बाजार के रुझान

साथियों 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म हो गए है, अब सबकी नजरे चुनाव नतीजों पर टिकी हुई है, लगातार देश की बड़ी मीडिया कंपनी अपने सर्वे के पोल दिखा रही है, लेकिन आज के बाजार के रुझान इस पोस्ट में हम जानेंगे की उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार कौन सरकार बनाने जा रहा है, क्या योगी सरकार की वापसी होगी, या फिर अखिलेश यादव की, आज के इस पोस्ट में जानेंगे की देश के 5 बड़े सट्टा बाजार में किसके भाव सबसे ज्यादा है और किसपे सर्वाधिक दांव लगाया गया है।
सटोरियों के मुताबिक अकेले यूपी के नतीजों से पहले 300 करोड़ से ज्यादा का सट्टा लग चुका है।
इन सट्टा बाजार में हमने देश के सबसे बड़े सट्टा बाजार फलौदी के अलावा मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली और मुंबई के सट्टा बाजार को शामिल किया है।
वैश्विक रुझानों, बाजार के रुझान एफआईआई के रुख से इस सप्ताह तय होगी बाजार की चाल: विश्लेषक
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि इस सप्ताह वायदा सौदों के निपटान के लिए प्रतिभागी व्यस्त रहेंगे। इसके अलावा अमेरिका से वैश्विक संकेत और विदेशी निवेश की आवक पर भी बाजार की नजर रहेगी।
पिछले हफ्ते बाजार के रुझान सेंसेक्स 183.37 अंक या 0.30 प्रतिशत और निफ्टी 60.30 अंक या 0.34 प्रतिशत चढ़ा।
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
बाजार के रुझान
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प्रमुख रियल एस्टेट रुझान जो कि 2018 के रियल्टी बाजार को आकार देंगे
जबकि डेवलपर्स का एक बड़ा हिस्सा एक वर्ष के समेकन के रूप में 2017 को बुलाया है, 2018 भ्रम का एक वर्ष हो सकता है। 2017 के विनियामक परिवर्तन ने कई डेवलपर्स को प्रक्रियाओं को व्यवस्थित करने के लिए उलझन में छोड़ दिया है। दूसरी तरफ खरीदारों, उलझन में हैं क्योंकि इस क्षेत्र में पारदर्शिता की सभी रिपोर्ट अभी तक जमीन पर दिखाई नहीं दे रही हैं। इस दौरान, संपत्ति खरीदने और बिक्री की स्थिति स्थिर रहने की बाजार के रुझान संभावना है, यह देखते हुए कि नौकरी बाजार किसी भी उद्योग में नहीं उठा रहा बाजार के रुझान हैy।
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एफआईआई, वैश्विक संकेतों, ओमीक्रोन के रुझान से तय होगी इस सप्ताह बाजार की चाल
नई दिल्ली। इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों की चाल मुख्य रूप से वैश्विक बाजार और विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुझानों तथा कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के संक्रमण की दर से प्रभावित होगी। विश्लेषकों बाजार के रुझान बाजार के रुझान के अनुसार कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते पिछले सप्ताह बाजार दबाव में रहा और पूरे सप्ताह निवेशकों की धारणा कमजोर रही। …
नई दिल्ली। इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों की चाल मुख्य रूप से वैश्विक बाजार और विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुझानों तथा कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के संक्रमण की दर से प्रभावित होगी। विश्लेषकों के अनुसार कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते पिछले सप्ताह बाजार दबाव में रहा और पूरे सप्ताह निवेशकों की धारणा कमजोर रही।
स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि मुख्य रूप से वैश्विक बाजार, ओमीक्रोन स्वरूप, डॉलर सूचकांक और एफआईआई के रुझानों से इस सप्ताह बाजार की चाल तय होगी। पिछले हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कहा था कि वह मार्च से बॉन्ड खरीद को खत्म कर देगा, और उसने इसके बाद उधारी दर में बढ़ोतरी का दौर शुरू होने के संकेत भी दिए। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजीत मिश्रा ने कहा कि किसी अन्य बड़ी घटना के अभाव में वैश्विक संकेत हमारे बाजार के रुझान को तय करेंगे।