क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं?

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
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gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 14 नवंबर 2021,
- (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं? में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.
क्रिप्टो मार्केट क्या है? यह शेयर बाजार से कैसे अलग है? (What Is A Crypto Market? How Is It Different From the Stock Market?)
वर्तमान परिदृश्य में क्रिप्टो बाजार प्रचलन में है। ज्यादा लाभ के कारण कई लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में गहरी रुचि दिखाई है। क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग सीएफडी (क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं? CFD) अकाउंट के माध्यम से क्रिप्टो की कीमतों में उतार चढ़ाव या क्रिप्टो एक्सचेंजों के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी की खरीद और बिक्री का अनुमान लगाता है। क्रिप्टोकरेंसी बाजार अत्यधिक अस्थिर होता है। इस अस्थिरता के कारण ही इसकी तुलना अक्सर शेयर बाजारों से की जाती है। अक्सर लोग इन दोनों के बीच का अंतर नहीं समझ पाते।
लेकिन चिंता न करें, क्योंकि हमने आपको कवर कर लिया है! यहां शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट के बीच के अंतर पर एक विस्तृत गाइड दी गई है, इसलिए अगली बार जब आपके मित्र आपके साथ क्रिप्टो के बारे में बात करेंगे तो आपके पास भी अपने विचार होंगे। पढ़ते रहें!
क्रिप्टो बाजार क्या है?
आइए हम आपको बुनियादी बातें बताते हैं। बाजार एक ऐसी जगह है जहां माल का व्यापार, खरीद और बिक्री होती है। तो यह सीधी सी बात है कि क्रिप्टो बाजार एक ऐसा बाजार है जहां क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार किया जाएगा। हालांकि, यह थोड़ा अलग है। ये वास्तव में भौतिक रूप से नहीं होते। वे केवल आपकी स्क्रीन पर मौजूद होते हैं और ब्लॉकचेन पर संचालित होते हैं।
क्रिप्टो नेटवर्क विकेंद्रीकृत होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे सरकार जैसे किसी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा प्रशासित या समर्थित नहीं होते। बल्कि, वे कंप्यूटर के नेटवर्क पर चलते हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के माध्यम से खरीदा और बेचा जा सकता है। उन्हें ‘वॉलेट’ में भी स्टोर किया जा सकता है, आप WazirX पर इन दोनों का लाभ उठा सकते हैं।
पारंपरिक मुद्राओं के विपरीत, क्रिप्टोकरेंसी केवल एक ब्लॉकचेन पर संग्रहीत स्वामित्व के साझा डिजिटल रिकॉर्ड के रूप में होती है। जब कोई उपयोगकर्ता किसी अन्य उपयोगकर्ता को क्रिप्टोकरेंसी क्वाइंस भेजना चाहता है, तो वे इसे उनके डिजिटल वॉलेट में भेज देते हैं। लेन-देन को तब तक पूरा नहीं माना जाता जब तक कि इसे माइनिंग के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं? ब्लॉकचेन में सुनिश्चित और संवर्धित नहीं किया जाता है। इस प्रक्रिया का उपयोग नए क्रिप्टोकरेंसी टोकन बनाने के लिए भी किया जाता है।चूंकि हम कई बार ब्लॉकचेन का जिक्र कर रहे हैं, आपके मन में ये सवाल उठ सकता है कि यह ब्लॉकचेन वास्तव में क्या है? क्या आपको लेगो ब्लॉक्स याद हैं जिनके साथ आप बचपन में खेलते थे? उन्हें आपस में जोड़कर आप टावर कैसे बनाते थे?
ब्लॉकचेन भी काफी हद तक यही काम करता है। बस इस मामले में, लेगो ब्लॉक के बदले डेटा के ब्लॉक का उपयोग किया जाता है। ब्लॉकचेन ‘ब्लॉक’ में लेन-देन का दस्तावेजीकरण करता है और चेन के सामने नए ब्लॉक को जोड़ देता है।
पहले यह माना जाता थाकि कि क्रिप्टोकरेंसी अपराधियों और मनी लॉन्ड्रिंग के उपयोग के लिए थी लेकिन अब स्थिति काफी बदल चुकी है। आज यह अनुमान लगाया जा रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी गेमिंग उद्योग, मीडिया और यहां तक कि स्वास्थ्य सेवा में भी क्रांति ला सकती है।
हालांकि, क्रिप्टो बाजार शेयर बाजार से काफी अलग है। यदि आप क्रिप्टो बाजार में नौसिखिया हैं, लेकिन स्टॉक में काफी अनुभवी हैं, तो यह आपके लिए एक कठिन क्षेत्र हो सकता है। स्टॉक और क्रिप्टो के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि इनका मूल्यांकन कैसे किया जाता है। स्टॉक को वैध कंपनियों द्वारा समर्थित किया जाता है जिनसे लाभ कमाने की उम्मीद की जाती है। वे अपने मूल्यांकन के हिस्से के रूप में भौतिक संपत्ति को शामिल करते हैं। वास्तव में, यदि आप गणित में अच्छे हैं तो आप शेयरों की कीमत का अनुमान लगा सकते हैं।
दूसरी ओर, क्रिप्टोकरेंसी ज्यादातर मामलों में संपत्ति द्वारा समर्थित नहीं होती हैं। उनका अनुमान ज्यादातर उनके प्रचार के आधार पर लगाया जाता है, हालांकि कुछ को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर भी मूल्य वृद्धि मिलती है। नतीजतन, यह एक अधिक व्यक्तिपरक मूल्यांकन है। इसलिए, यह भविष्यवाणी करना हमेशा आसान नहीं होता है कि कोई विशेष मुद्रा इसके लायक है या नहीं।
शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट में अंतर
ऊपर बताए गए मूल्यांकन में अंतर के अलावा, दोनों बाजारों के बीच कई अन्य मूलभूत अंतर हैं। आइए उनकी चर्चा करें।
#1 विकेंद्रीकृत बनाम केंद्रीकृत एक्सचेंज
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत होते हैं, जबकि स्टॉक केंद्रीकृत संरचना के तहत होते हैं। इसका मतलब है कि क्रिप्टो संचालन और लेनदेन किसी केंद्रीय बैंक या किसी अन्य केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होते। यह विकेंद्रीकरण क्रिप्टो उपयोगकर्ताओं को अत्यधिक पारदर्शिता और नियंत्रण प्रदान करता है। हालांकि, स्टॉक और क्रिप्टो द्वारा अर्जित लाभ कर के अधीन होते हैं।
इस अनियमित प्रकृति का एक नुकसान यह है कि क्रिप्टो बाजार में धोखाधड़ी का खतरा अधिक हो सकता है। भारत में शेयर बाजार केंद्रीकृत विनियमन के तहत काम करता है। यह कुप्रबंधन और धोखाधड़ी को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा विनियमित होता है।
#2 अस्थिरता
स्टॉक और क्रिप्टोकरेंसी दोनों को कभी-कभी एक जैसा माना जाता है क्योंकि ये बाजार परिवर्तन के अधीन होते हैं। हालांकि, उनकी अस्थिरता बहुत अलग होती है। क्रिप्टो एक्सचेंज एक अत्यधिक आकर्षक ट्रेडिंग विकल्प है क्योंकि उभरते बाजार के कारण इसमें ज्यादा जोखिम होता है।
यह क्रिप्टो बाजार को बेहद अस्थिर बनाता है और इसके कारण त्वरित और उच्च लाभ भी होता है। इसकी तुलना में, शेयर बाजार अत्यधिक स्थिर, कुछ अर्थों में पारंपरिक भी होता है और विविध व्यापारिक विकल्प प्रदान करता है। शेयर बाजार में निवेश पर लाभ का अनुमान करना अपेक्षाकृत आसान होता है।
#3 लाभ को नियंत्रित करने वाले कारक
शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट दोनों ही मांग और आपूर्ति द्वारा नियंत्रित होते हैं। हालांकि, इस मांग और आपूर्ति को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अलग-अलग होते हैं। शेयर बाजार राजनीतिक स्थिति, स्टॉक से संबंधित कंपनी के बारे में समाचार, प्राकृतिक आपदाओं आदि द्वारा प्रभावित होता है।
दूसरी ओर, क्रिप्टो की कीमतें आम तौर पर इसकी चर्चा द्वारा नियंत्रित होती हैं। हम आपको एक निष्पक्ष चेतावनी दें, कि यह एलोन मस्क के ट्वीट की तरह साधारण भी हो सकता है। कभी-कभी क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य में उतार-चढ़ाव इसकी कार्यक्षमता पर भी निर्भर करता है।
निष्कर्ष
स्वाभाविक रूप से, लोग अपने पैसे को बढ़ाने के लिए एक अच्छे स्रोत में निवेश करना चाहते हैं। सभी तरह के निवेश विकल्प में कुछ निश्चित जोखिम होते ही हैं। हालांकि, प्रत्येक निवेश अस्थिरता के मामले में भिन्न होता है, और कुछ बड़े पैमाने पर आर्थिक आघात को आसानी से झेल सकते हैं।
इसी कारण, क्रिप्टोकरेंसी और शेयर बाजार 21 वीं सदी में शीर्ष निवेश विकल्प के रूप में उभरे हैं। इसने क्रिप्टो मार्केट बनाम शेयर बाजार पर एक बड़ी बहस को प्रेरित किया है। कोई भी अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, दोनों में से किसी में या दोनों में निवेश करना चुन सकता है। आप कई लोकप्रिय क्रिप्टो एक्सचेंजों को देखकर क्रिप्टो में सुरक्षित रूप से निवेश कर सकते हैं, WazirX उनमें से एक है।
अन्य लेख:
अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
Cryptocurrency: निजी डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज खोलने की तैयारी में WazirX
WazirX निजी डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज लाने की तैयारी में है, ये पीयर-टू-पीयर मार्केटप्लेस है, जो cryptocurrency खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ता है.
- Teena Jain Kaushal
- Publish Date - July 29, 2021 / 12:02 PM IST
image: pixabay, ये कदम उन ट्रेडर्स को प्लेटफॉर्म देने का है, जहां वो बैंकों की नियम शर्तों से बिना प्रभावित हुए क्रिप्टो में व्यापार करना चाहते हैं.
WazirX वॉल्यूम के हिसाब से देश का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (cryptocurrency exchange) है, जो अगले महीने अपने निजी डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज को लाने की तैयारी कर रहा है. ये एक पीयर-टू-पीयर मार्केटप्लेस होगा जहां खरीदार और विक्रेता सीधे क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) का लेनदेन कर सकते हैं. डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज नॉन-कस्टोडियल होते हैं, जहां स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के जरिए ब्लॉकचेन ट्रांजेक्शन्स को अंजाम दिया जा सकता है.
हम अगले महीने के शुरुआत में इस डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज को लॉन्च कर सकते हैं, जो अभी टेस्टिंग फेज में चल रहा है. एक सेंट्रलाइज्ड सेटअप के उलट जहां एक एक्सचेंज ग्राहक के क्रिप्टो का संरक्षक होता है, एक DEX बिना किसी मध्यस्थ संस्था के ट्रांजेक्शन की निकासी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं? और फंड्स की कस्टडी रखता है. इसमें लेनदेन स्वयं स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के जरिए होते हैं. ये एक सॉफ्टवेयर बनाने जैसा है, जहां कंप्यूटर नेटवर्किंग के जरिए जुड़े क्रिप्टो के खरीदार और विक्रेता सीधे आसानी के साथ लेनदेन कर सकते हैं क्योंकि DEX के पास उनका कोई डेटा नहीं है. एक बार लॉन्च होने के बाद, इसे वापस नहीं लिया क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं? जा सकता है. इसलिए आपके फंड्स भविष्य में तब भी सुरक्षित रहेंगे, जब फ्यूचर में संगठन हो या न हो.
हाल में यूनीस्वैप और पैनकेकस्वैप जैसे डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज्स की मांग में इजाफा देखने को मिला है.
वर्तमान में, बैंकों ने क्रिप्टो एक्सचेंजों (cryptocurrency exchange) को सेवाएं देना बंद कर दिया है जिसके कारण एक्सचेंज की संख्या में 60% तक की गिरावट दर्ज की गई है. ये कदम उन ट्रेडर्स को प्लेटफॉर्म देने का है, जहां वो बैंकों की नियम शर्तों से बिना प्रभावित हुए क्रिप्टो में व्यापार करना चाहते हैं.
WazirX के फाउंडर और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर निश्चल शेट्टी ने मनी9 को बताया कि “मई की तुलना में ट्रेडिंग वॉल्यूम में 60 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है क्योंकि बैंकों की सपोर्ट सिस्टम के बिना बड़े ट्रांजेक्शन प्रभावित हुए हैं. दूसरा बड़ा कारण क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में दर्ज हुई गिरावट भी है. ये ट्रेंड किसी एक जगह नहीं बल्कि तमाम एक्सचेंज में देखने को मिल रही है.”
पीयर-टू-पीयर ट्रांसफर
जब भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2018 में क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंजों से निपटने के लिए बैंकों पर पूरी तरह से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं? प्रतिबंध लगा दिया, तो कई एक्सचेंजों को अपनी दुकान समेटनी पड़ी थी. इसी दौरान WazirX ने एक ऑटो मैचिंग पी 2 पी इंजन बनाया था. इस मॉडल में क्रिप्टोकरेंसी के खरीदार सीधे क्रिप्टो-मुद्रा के विक्रेता को पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं.
पारंपरिक तौर पर, आप बैंक अकाउंट से पैसा एक्चेंज को भेजते हैं और उसके जरिए क्रिप्टो करेंसी खरीदी जाती है. अब पी2पी सिस्टम के तहत कोई सीधे विक्रेता से जुड़ता है तो पैसा सीधे खरीदार के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाता है. और जब आप ऐसा करते हैं तो हम आपके बैंक खाते में क्रिप्टो ट्रांसफर कर देते हैं. यह एक थ्री पार्टी सिस्टम है.
बैंकों की अनिच्छा
4 मार्च 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने RBI के सर्कुलर को साइड करते हुए 6 अप्रैल 2018 को आदेश जारी करते हुए भारत में क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) ट्रेडिंग पर लगा बैन हटा दिया. सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद कई एक्सचेंज ने दोबारा से क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग भारत में शुरू कर दी. लेकिन हाल ही में सभी बैंकों ने अपनी API सेवाओं को क्रिप्टो एक्सचेंजों (cryptocurrency exchange) के लिए बंद कर दिया, RBI के स्पष्टीकरण के बावजूद, जिसने एक्सचेंजों के कारोबार को प्रभावित किया है.
DGGI ने मारे छापे, वजीरएक्स के बाद दूसरे क्रिप्टो एक्सचेंज भी रडार पर
नई दिल्ली. गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस महानिदेशालय(DGGI) ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency exchange ) वज़ीरएक्स (WazirX) यहां छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम देने के बाद देश भर में प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स के दफ्तरों पर छापे मारे हैं. यह छापे जीएसटी इंटेलिजेंस अधिकारियों की अगुवाई में मारे गए हैं. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार डीजीजीआई ने बड़े पैमाने पर कर चोरी का पता लगाया है. इससे पहले DGGI के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि विभाग ने करों से बचने के लिए क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स पर 49.20 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है.
जीएसटी मुंबई (ईस्ट कमिश्नरेट जोन) ने क्रिप्टोककेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स की व्यावसायिक गतिविधियों की जांच करते हुए 40.5 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का पता लगाया. बयान में, एजेंसी ने कहा कि उन्होंने फर्म से 49.20 करोड़ रुपये नकद वसूल किए हैं जिसमें ब्याज और जुर्माना शामिल है.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इसमें किया जाने वाला पेमेंट इन्टरनेट का उपयोग करके कुछ वॉलेट के रूप में किया जाता हैं. यह करेंसी हमें दिखाई नई देती हैं, इसलिए यह कैशलेस भुगतान का सबसे एडवांस्ड वर्जन है, जो डिजिटल फॉर्म में होता है.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों कंपनियों पर DGGI का धावा, 70 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी
बिजनेस डेस्कः क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार करने वाले ‘वज़ीरएक्स द्वारा बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी का पता चलने के बाद, जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय ने देश भर में चल रहे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की तलाशी ली है। सूत्रों ने बताया, ‘डीजीजीआई द्वारा क्रिप्टोकरेंसी सेवा प्रदाताओं के लगभग आधा दर्जन कार्यालयों की तलाशी ली गई, जिसमें बड़े पैमाने पर माल और सेवा कर (जीएसटी) चोरी का पता चला है।
क्रिप्टो वॉलेट और एक्सचेंज ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जहां व्यापारी और उपभोक्ता बिटक्वॉइन, एथेरियम, रिपल जैसी डिजिटल संपत्ति का लेन-देन करते हैं। सूत्रों के अनुसार, मुंबई सीजीएसटी और डीजीजीआई द्वारा क्रिप्टोकरेंसी व्यापार पर कार्रवाई के दौरान लगभग 70 करोड़ रुपए की कर चोरी का पता चला है। सूत्रों ने कहा, ‘डीजीजीआई ने ‘मैसर्स बिट्सीफर लैब्स एलएलपी द्वारा ‘क्वाइनस्विच कुबेर कंपनी की, ‘मैसर्स नेब्लियो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ‘क्वाइनडीसीएक्स की, ‘मेसर्स ब्लॉक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ‘बाययूक्वाइन की और ‘मेसर्स यूनोक्वाइन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ‘यूनोक्वाइन की जांच की है।
एक शीर्ष सूत्र ने बताया कि उन्होंने जीएसटी कानून के वैधानिक प्रावधानों का पालन न करने के लिए जीएसटी, ब्याज और जुर्माना के तौर पर 30 करोड़ रुपए और 40 करोड़ रुपए का भुगतान किया। इसी तरह जीएसटी कानूनों का उल्लंघन करने के लिए सीबीआईसी ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं? वज़ीरएक्स सहित क्रिप्टोकरेंसी सेवा प्रदाताओं से 70 करोड़ रुपए वसूल किए हैं।
वजीरएक्स के पास 40.5 करोड़ की कर चोरी पकड़ी
जीएसटी मुंबई ईस्ट जोन के आयुक्त ने शुक्रवार को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के पास 40.5 करोड़ रुपए की कर चोरी पकड़ी और जीएसटी चोरी, ब्याज और इसके जुर्माने के बतौर 49.20 करोड़ रुपए की वसूली की। क्वाइनडीसीएक्स के दावे के अनुसार, उनके क्रिप्टो ऐप से बिटक्वाइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदने की अनुमति दी गई और इसने 75 लाख ग्राहक बनाए। इस दौरान सात अरब क्रिप्टो खरीदे गए और इस ऐप को करीब एक करोड़ से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया।
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