कैंडलस्टिक का चार्ट

हालांकि, मेरे शोध के आधार पर, यह संभावना नहीं है कि होमा ने मोमबत्ती चार्ट का इस्तेमाल किया हो। जैसा कि बाद में देखा जाएगा, जब मैं मोमबत्ती चार्ट के विकास पर चर्चा करता हूं, तो यह अधिक संभावना थी कि जापान में मीजी काल के शुरुआती भाग में (1800 के दशक के अंत में) मोमबत्ती चार्ट विकसित किए गए थे।
Candlestick pattern in Hindi | Analysis | chart | PDF
क्या आप जानते है की कैंडलस्टिक चार्ट क्या है(candlestick in Hindi) और कैंडलस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे किया जाता है? अगर आप नहीं जानते तो यह लेख आपके लिए काफी लाभप्रद होने वाला है | क्योंकि इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ कैंडलस्टिक चार्ट के सन्दर्भ में सभी इम्पोर्टेन्ट इनफार्मेशन को Hindi में शेयर करने वाले है जिसे आसानी से समज में आये|
कैंडलस्टिक चार्ट क्या है?(what is candlestick in Hindi)
कैंडलस्टिक चार्ट शेयर बाजार में शेयर की कीमतों का टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए काफी उपयोगी है| शेयर बाजार में सबसे महत्वपूर्ण यह तय करना है की शेयर को कब खरीदना चाहिए और कब बेचना चाहिए| कैंडलस्टिक चार्ट के द्वारा हमें शेयर की price का अंदाजा लगाने में आसानी होती है|
किसी भी शेयर की price का अंदाजा लगाने के लिए उस शेयर के भूतकाल में हुए ट्रेडिंग को अवश्य देखना चाहिए| भूतकाल में क्या बदलाव हुए थे और किसी एक निश्चित समय पर शेयर ने कैसा परफॉर्म किया था उस पर से कैंडलस्टिक चार्ट बनता है| जो हमें आने वाले समय में शेयर कैसा परफॉरमेंस करेगा यह समजने में मदद करेगा|
कैंडलस्टिक चार्ट की शुरुआत तकरीबन 1700 की साल के आसपास जापान में हुई थी| लेकिन यह माना जाता है की 1750 के आसपास जापान के व्यापारी मुनेहिसा होमा ने की थी जिसने candlestick patterns की शुरुआत चावल के व्यवसाय के लिए की थी|
कैंडलस्टिक चार्ट बनता कैसे है?(candlestick patterns in hindi)
यह chart किसी एक निश्चित समय में शेयर के मूल्य में जो भी परिवर्तन आता है उससे बनता है| शेयर के लिए सबसे महत्वपूर्ण चार वैल्यू होती है जो की इस तरह है| इस चार value के आधार कैंडलस्टिक चार्ट (candlestick patterns) बनता है| इस chart या पैटर्न को बनाने के लिए Body और shadow की आवश्यकता होती है| निचे दी गयी आकृति में यह अच्छे से समजाया है की कैंडलस्टिक चार्ट कैसे बनता है और उसमे Body और shadow का कोनसा हिस्सा किस कीमत को दर्शाता है|
आकृति में दिया गया ग्रीन स्क्वायर candlestick patterns की बॉडी को दर्शाता है और उपर नीची दो काली लाइन shadow को दर्शाती है|
candlestick patterns को बनाने के लिए दो तरह के रंग को अधिक प्रयोग होता है लाल और हरा| लेकिन यह कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार बदल सकता है|
कैंडलस्टिक चार्ट का एनालिसिस (Candlestick chart analysis in Hindi)
कैंडलस्टिक चार्ट का एनालिसिस करने के लिए उसकी बॉडी (Body) और shadow को अच्छे से समजना चाहिए|
Candlestick chart body analysis
इस chart में बॉडी को दो रंगों से दिखाया जाता है| आम तौर पर इसे लाल और हरे रंग से ही दिखाया जाता है लेकिन कुछ किस्सों में इसे काले और सफ़ेद रंग में दिखाया जाता है| बॉडी chart का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है| यह ओपन price और क्लोजिंग price को मिलाकर बनता है|
opening price की कीमत closing price से अधिक हो तब यह माना जाता है की मार्केट में डाउनट्रेड चल रहा है| लाल या काले रंग का कैंडलस्टिक बॉडी डाउनट्रेड को दर्शाता है| लाल रंग की बॉडी में ओपन price उपर की और दिखाया जाता है और क्लोजिंग price निचे की और दिखाया जाता है|
Closing price की कीमत opening price से अधिक हो तो यह माना जाता है की मार्केट में अपट्रेड चल रहा है| जब की हरा या सफ़ेद कैंडलस्टिक बॉडी अपट्रेड को दर्शाता है| हरे रंग की बॉडी में ओपन price निचे की और दिखाया जाता है और क्लोजिंग price उपर की और दिखाया जाता है|
Candlestick chart shadow analysis
कैंडलस्टिक chart में बॉडी के उपर निचे जो line है उसे tail या shadow कहते है| यह उस समय के दौरान जो सबसे उच्च कीमत और जो सबसे कम कीमत है वह shadow द्वारा दर्शाया जाता है|
हाई price को बॉडी के उपर दिखाया जाता है| जब की lowest price को बॉडी के निचे दिखाया जाता है| जब ओपन या closing price सबसे अधिक या कम हो तब उपर या निचे की tail या shadow नहीं होती है|
- यह भी पढ़े: short selling क्या है जाने हिंदी में
कैंडलस्टिक चार्ट से सिख और खासीयत
- जब भी chart में लाल रंग की बॉडी अधिक दिखे तब बेचना और हरे रंग की बॉडी दिखे तब बेचना चाहिए|
- तकनिकी आधार पर इस chart का एनालिसिस करना काफी फायदेमंद रहता है|
- intra-day ट्रेडर को candlestick chart analysis करना काफी मददरूप रहता है|
- इसे एनालिसिस समय थोड़ी फ्लेक्सिबिलिटी रखनी चाहिए|
कैंडलस्टिक चार्ट के फायदे (Benefits of Candlestick chart)
Candlestick पैटर्न के कई फायदे है| जिसमे से इस लेख में हम आपको दो सबसे अधिक महत्वपूर्ण है इस पर बात करेंगे|
यह बाजार में कब प्रवेश करना (Entry) मतलब की खरीदारी करना और बाजार में से कब बहार निकलना अर्थात कब शेयर की बिक्री करने का अच्छा समय दर्शाता है|
Intraday जैसी पद्धतियों से ट्रेडिंग करना काफी जोखिम कारक है| ऐसे में यह पद्धति से काफी लाभ होता है और सही अंदाजा लगाया जा सकता है जोखिम कितना है| और ट्रेडिंग करना चाहिए या नहीं|
- यह भी पढ़े: पोर्टफोलियो कैसे बनाए और हिंदी में विस्तृत में जानकारी
Candlestick chart analysis in Hindi PDF
कैंडलस्टिक chart/pattern के अन्ल्य्सिस करने के कई सारे लाभ है जो हमने अभी दिए है| इसे एनालिसिस करने और समजने के लिए आपको PDF दे रहे है| इसके माध्यम से आपकी और अच्छे से समजने में आसानी होगी| PDF को download करने के लिए निचे दी गयी लिंक पर क्लिक करे|
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हमें आशा है की आपको candlestick in hindi के बारे में अच्छी इनफार्मेशन मिली होगी| इस लेख के माध्यम से हमने आपके साथ candlestick chart in hindi और Candlestick chart analysis in Hindi PDF के बारे में भी अच्छी इनफार्मेशन दी है|
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what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.
Basic Candle Stick Pattern:
Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।
यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।
यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस कैंडलस्टिक का चार्ट आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi.
कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम कैंडलस्टिक का चार्ट तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।
कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -
एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India
Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
कैंडलस्टिक चार्ट की सरल परिभाषा हिंदी में
कैंडलस्टिक चार्ट फाइनेंस में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला चार्ट है जिसका इन्वेंशन 18 सताब्दी में एक जापानीस ट्रेडर Munehisa Homma ने किया था। कैंडलस्टिक चार्ट किसी सम्पति के भाव को विभिन कैंडल्स की सहायता से प्रदर्शित करता है ये कैंडल्स अलग अलग रंग ही होती है। विभिन विभिन रंगो की कैंडल्स से ग्राफ में एक पैटर्न बनता है जिसे देखकर ट्रेडर ,ट्रेडिंग डिसीजन लेते है।
कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग व्यापारियों द्वारा पिछले पैटर्न के आधार पर संभावित मूल्य आंदोलन को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
कैंडलस्टिक्स व्यापार करते समय उपयोगी होते हैं क्योंकि वे व्यापारी द्वारा निर्दिष्ट अवधि के दौरान चार मूल्य बिंदु (खुले, बंद, उच्च और निम्न) दिखाते हैं।
कई एल्गोरिदम कैंडलस्टिक चार्ट में दिखाए गए समान मूल्य की जानकारी पर आधारित होते हैं।
ट्रेडिंग अक्सर भावनाओं से तय होती है, जिसे कैंडलस्टिक चार्ट में पढ़ा जा सकता है।
कैंडलस्टिक चार्ट के घटक
OPEN HIGH LOW CLOSE
कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के फायदे
- कैंडलस्टिक चार्ट अन्य चार्ट की तुलना में एक ट्रेडर को भाव के बारे अधिक जानकारी देता है जिससे ट्रेडिंग डिसीजन और मजबूत होता है।
- कैंडलस्टिक चार्ट टेक्निकल एनालिसिस में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला चार्ट है जो सभी जगह फ्री में उपलब्ध है।
- कैंडलस्टिक चार्ट में कुछ पैटर्न्स बनते है जिनकी सहायता से सम्पति के ट्रेंड का पता चलता है।
- कैंडलस्टिक चार्ट में हम आसानी से सपोर्ट और रेजिस्टेंस ड्रा कर सकते है।
कैंडलस्टिक चार्ट के उपयोग करने के नुकसान
- कैंडलस्टिक चार्ट में चार्ट पैटर्न बनते है जो एक चार्ट को और जटिल बना देते है।
- बिना कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की ज्ञान के बिना चार्ट को नहीं समझा जा सकता है।
एक्सेल में कैंडलस्टिक चार्ट कैसे बनाये
एक्सेल में कैंडलस्टिक चार्ट बनाने के लिए हमे किसी सम्पति की क्लोजिंग प्राइस ओपन प्राइस हाई और लौ एवं उसमे हुए दिन प्रतिदिन के बदलावों का समय के साथ डेटा चाहिए होगा।
डेटा कलेक्ट करने के बाद हमे डेटा को सेलेक्ट करना है और एक्सेल के इन्सर्ट बार पर क्लिक करना है उसके बाद हमे रेकमेंड चार्ट के ऑप्शन के ऊपर क्लिक करना है और कैंडलस्टिक चार्ट को सेलेक्ट कर लेना है।
कैंडलस्टिक चार्ट
एक कैंडलस्टिक चार्ट (जिसे जापानी कैंडलस्टिक चार्ट भी कहा जाता है ) वित्तीय चार्ट की एक शैली है जिसका उपयोग सुरक्षा , व्युत्पन्न या मुद्रा के मूल्य आंदोलनों का वर्णन करने के लिए किया जाता है । प्रत्येक "मोमबत्ती" आम तौर पर एक दिन दिखाता है, इस प्रकार एक महीने का चार्ट 20 व्यापारिक दिनों को 20 कैंडलस्टिक्स के रूप में दिखा सकता है। [१] कैंडलस्टिक चार्ट एक दिन से छोटे या लंबे अंतराल का उपयोग करके भी बनाए कैंडलस्टिक का चार्ट जा सकते हैं।
"ओपन" और "क्लोज़" लेबल को छोड़कर एकल कैंडलस्टिक चार्ट की योजना उलट जाती है (क्योंकि एक हरी मोमबत्ती एक क्लोज को दर्शाती है जो खुले से अधिक है)। लो और हाई कैप आमतौर पर मौजूद नहीं होते हैं लेकिन पढ़ने में आसानी के लिए जोड़े जा सकते हैं।
यह एक बार चार्ट के समान है जिसमें प्रत्येक कैंडलस्टिक उस दिन के लिए सभी चार महत्वपूर्ण सूचनाओं का प्रतिनिधित्व करता है: मोटे शरीर में खुला और बंद; " मोमबत्ती बाती " में उच्च और निम्न । जानकारी से भरपूर होने के कारण, यह कम समय, अक्सर कुछ दिनों या कुछ व्यापारिक सत्रों में ट्रेडिंग पैटर्न का प्रतिनिधित्व करता है । [2]
कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग अक्सर इक्विटी और मुद्रा मूल्य पैटर्न के तकनीकी विश्लेषण में किया जाता है । [ उद्धरण वांछित ] वे नेत्रहीन रूप से बॉक्स प्लॉट के समान हैं , हालांकि बॉक्स प्लॉट अलग-अलग जानकारी दिखाते हैं। [३]
माना जाता है कि कैंडलस्टिक चार्ट 18 वीं शताब्दी में एक जापानी चावल व्यापारी मुनेहिसा होमा द्वारा विकसित किए गए थे । [४] स्टीव नीसन ने अपनी पुस्तक, जापानी कैंडलस्टिक चार्टिंग तकनीक में उन्हें पश्चिमी दुनिया से परिचित कराया । वे आज अक्सर स्टॉक विश्लेषण में अन्य विश्लेषणात्मक उपकरणों जैसे फाइबोनैचि विश्लेषण के साथ उपयोग किए जाते हैं । [५]
में कैंडलस्टिक्स परे , [6] Nison का कहना है:
हालांकि, मेरे शोध के आधार पर, यह संभावना नहीं है कि होमा ने मोमबत्ती चार्ट का इस्तेमाल किया हो। जैसा कि बाद में देखा जाएगा, जब मैं मोमबत्ती चार्ट के विकास पर चर्चा करता हूं, तो यह अधिक संभावना थी कि जापान में मीजी काल के शुरुआती भाग में (1800 कैंडलस्टिक का चार्ट के दशक के अंत में) मोमबत्ती चार्ट विकसित किए गए थे।
खुले और बंद के बीच के क्षेत्र को वास्तविक शरीर कहा जाता है, वास्तविक शरीर के ऊपर और नीचे मूल्य भ्रमण छाया होते हैं (जिसे विक्स भी कहा जाता है )। विक्स दर्शाए गए समय अंतराल के दौरान किसी परिसंपत्ति की उच्चतम और निम्नतम व्यापारिक कीमतों का वर्णन करता है। शरीर उद्घाटन और समापन ट्रेडों को दिखाता है।
मूल्य सीमा ऊपरी छाया के शीर्ष और निचली छाया के नीचे के बीच की दूरी है जो मोमबत्ती की समय सीमा के दौरान चली गई है। सीमा की गणना उच्च कीमत से कम कीमत घटाकर की जाती है।
यदि परिसंपत्ति खुलने से अधिक बंद हो जाती है, तो शरीर खोखला या अधूरा होता है, जिसमें शरीर के निचले भाग में शुरुआती मूल्य और शीर्ष पर समापन मूल्य होता है। यदि परिसंपत्ति खुलने से कम बंद होती है, तो शरीर ठोस या भरा होता है, जिसमें सबसे ऊपर शुरुआती कीमत और सबसे नीचे की कीमत होती है। इस प्रकार, मोमबत्ती का रंग पूर्व अवधि के बंद के सापेक्ष मूल्य आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता है और मोमबत्ती का "भरना" (ठोस या खोखला) अलगाव में अवधि की कीमत दिशा का प्रतिनिधित्व करता है (उच्च खुले और निचले बंद के लिए ठोस; खोखला) निचले खुले और उच्चतर बंद के लिए)। एक काली (या लाल) मोमबत्ती पिछली मोमबत्ती के बंद होने की तुलना में कम समापन मूल्य के साथ मूल्य कार्रवाई का प्रतिनिधित्व करती है। एक सफेद (या हरी) मोमबत्ती पिछली मोमबत्ती के बंद होने की तुलना में उच्च समापन मूल्य का प्रतिनिधित्व करती है। व्यवहार में, किसी भी रंग को बढ़ती या गिरती कीमत वाली मोमबत्तियों को सौंपा जा सकता है। मोमबत्ती के लिए न तो शरीर होना चाहिए और न ही बाती। आम तौर पर, मोमबत्ती का शरीर जितना लंबा होगा, व्यापार उतना ही तीव्र होगा। [५]
कैंडलस्टिक्स वर्तमान मूल्य को भी दिखा कैंडलस्टिक का चार्ट सकते हैं जैसे वे बना रहे हैं, चाहे कीमत समय वाक्यांश के साथ ऊपर या नीचे चली गई हो और उस समय में कवर की गई संपत्ति की कीमत सीमा।
एक निश्चित समय अंतराल के लिए खुले, उच्च, निम्न और करीबी मूल्यों का उपयोग करने के बजाय, कैंडलस्टिक्स का निर्माण एक निर्दिष्ट मात्रा सीमा के खुले, उच्च, निम्न और करीब का उपयोग करके भी किया जा सकता है (उदाहरण के लिए, 1,000; 100,000; 1 मिलियन शेयर प्रति मोमबत्ती)। [ उद्धरण वांछित ] आधुनिक चार्टिंग सॉफ्टवेयर में, दी गई समयावधि के लिए सापेक्ष मात्रा के अनुसार कैंडलस्टिक्स की चौड़ाई बढ़ाकर या घटाकर वॉल्यूम को कैंडलस्टिक चार्ट में शामिल किया जा सकता है। [7]
कैंडलस्टिक चार्ट स्टॉक , विदेशी मुद्रा , कमोडिटी और ऑप्शन ट्रेडिंग में निर्णय लेने के लिए एक दृश्य सहायता है । एक कैंडलस्टिक को देखकर, कोई एक विशिष्ट समय सीमा के लिए किसी परिसंपत्ति के उद्घाटन और समापन मूल्य, उच्च और निम्न, और समग्र सीमा की पहचान कर सकता है। [८] कैंडलस्टिक चार्ट तकनीकी विश्लेषण की आधारशिला के रूप में काम करते हैं। उदाहरण के लिए, जब बार सफेद और उच्च अन्य समय अवधि के सापेक्ष है, इसका मतलब है खरीददारों बहुत हैं तेजी । काली पट्टी होने पर इसके विपरीत होता है।
एक मोमबत्ती पैटर्न एक कैंडलस्टिक चार्ट, जो मुख्य रूप प्रवृत्तियों की पहचान करने के लिए प्रयोग किया जाता है पर मोमबत्ती की एक विशेष अनुक्रम है। [ उद्धरण वांछित ]
हेइकिन-एशी (平均足 , 'औसत बार' के लिए जापानी) कैंडलस्टिक्स कैंडलस्टिक्स का एक भारित संस्करण है, जिसकी गणना निम्नलिखित तरीके से की जाती है: [9]
- बंद = (वास्तविक खुला + वास्तविक उच्च + वास्तविक निम्न + वास्तविक निकट) / 4
- खुला = (पिछला हेइकिन-आशी खुला + पिछला हेइकिन-आशी बंद) / 2
- उच्च = अधिकतम (वास्तविक उच्च, हेइकिन-एशी खुला, हेइकिन-एशी बंद)
- कम = मिनट (वास्तविक कम, हेइकिन-एशी खुला, हेइकिन-अशी करीब)
हेइकिन-एशी मोमबत्ती का शरीर हमेशा वास्तविक खुले/बंद का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। नियमित कैंडलस्टिक्स के विपरीत, एक लंबी बाती अधिक ताकत दिखाती है, जबकि एक मानक चार्ट पर समान अवधि कम या बिना बत्ती के एक लंबा शरीर दिखा सकती है। [ उद्धरण वांछित ]
कैंडलस्टिक चार्ट बॉक्स प्लॉट के समान होते हैं । दोनों अधिकतम और न्यूनतम मान दिखाते हैं। उनके बीच का अंतर बॉक्स द्वारा दी गई जानकारी में अधिकतम और न्यूनतम मानों के बीच है।
कैंडलस्टिक चार्ट की जानकारी – भाग 10, Evening Star Pattern
आज हम कैंडलस्टिक के इवनिंग स्टार पैटर्न (Evening Star pattern) के बारे में सीखेंगे. ऊपर दो चार्ट दिये गए है. इन दोनों प्रकार के चार्ट में बने हुए कैंडलस्टिक पैटर्न, Evening Star pattern कहलाते है. यह कैंडलस्टिक पैटर्न आमतौर पर तब बनता है जब कोई स्टॉक या शेयर काफी दिनों से ऊपर चढ़ रहा हो और उसके अब और ज्यादा भाव बढ़ने की गुंजाईश नहीं हो. यह Evening Star पैटर्न आमतौर पर किसी शेयर के भाव का नीचे की ओर जाने या यूँ कहा जाया की भविष्य में गिरने का अंदाजा देता है. Evening Star पैटर्न में तीन दिनों की कैंडल् होती है, जिनकी जानकारी इस प्रकार है:-
1) पहले दिन की कैंडल (01-07-2017) हरी होती है और काफी बड़ी होती है.
2) दूसरे दिन की कैंडल छोटी होती है और वह लाल या हरे रंग दोनों में से कोई भी एक हो सकती है. आप ऊपर दिए हुए दोनों चार्ट में देख सकते है की पहले चार्ट में बीच की कैंडल (02-07-2017) हरे रंग की, और दूसरे चार्ट में बीच की कैंडल (02-07-2017) लाल रंग की है.
3) तीसरे दिन की कैंडल (03-07-2017) लाल रंग की होती है. इस पैटर्न को नीचे समझाया गया है.
Evening Star पैटर्न में पहली कैंडल हरी रंग की होती है और यह bullish कैंडल होती है. यहाँ पर पहली हरी कैंडल की बॉडी काफी बड़ी होती है, जैसे की आप ऊपर के दोनों चार्ट में देख सकते है की पहले दिन उस शेयर में काफी खरीदारी हुई और उस शेयर का भाव काफी ऊपर चढ़ कर बंद हुआ. अब इसमें दूसरे दिन की कैंडल का महत्व होता है, यह हरे रंग या लाल रंग दोनों में कोई भी एक रंग की कैंडल होती है. यह दूसरी कैंडल की बॉडी पहली हरी कैंडल से बहुत छोटी होती है और इसका open price हमेशा पहली हरी कैंडल के close से ऊपर होता है, लेकिन दूसरे दिन इस शेयर के भाव में ज्यादा बदलाव नहीं आता है और यह अपने open price के आस-पास ही बंद होता है, जैसा की दोनों चार्ट में दिखाया गया है. छोटी कैंडल का अर्थ है की उस दिन इस शेयर में ज्यादा हलचल नहीं थी. यहाँ पर दूसरी कैंडल लाल या हरे रंग में कोई भी हो सकती है.
अब तीसरे दिन यह शेयर दूसरे दिन के open या close price के नीचे खुलता है और तीसरे दिन यह शेयर पहले दिन की बड़ी हरी कैंडल की बॉडी के बीच के हिस्से से नीचे ही बंद होता है. जिसका अर्थ है की मंदड़ियों (Bears) ने इस शेयर पर अब अपनी पकड़ बना ली है. यहाँ पर यह अंदाजा लगाया जा सकता है की इस शेयर में खरीदने वालों की दिलचस्पी कम हो गयी है क्योंकि पहले दिन की खरीदारी के बाद दूसरे दिन इसमें कोई विशेष बदलाव नहीं आया यानी इसमें ज्यादा buyers नहीं थे या उन्हें लगा की अब यह शेयर और ऊपर नहीं जायेगा. तीसरे दिन बेचने वालों ने इस शेयर पर अपनी पकड़ बनायीं, और यह शेयर अब पहले दिन के close price के ऊपर जाना मुश्किल है.
इससे यह भी पता लगता है की अब बाज़ार का रुख इस शेयर में बदल रहा है और इस शेयर में अगले कुछ दिन तक बिकवाली रह सकती है और इस शेयर का भाव यहाँ से कैंडलस्टिक का चार्ट नीचे गिर सकता है. वैसे ज्यादातर ट्रेडर्स इस Evening Star pattern के बनने पर दूसरे टेक्निकल इंडिकेटर को भी देखते है ताकि यह निश्चित किया जा सके की अब इस शेयर में बेचने का दौर आने की संभावना है.