धुरी अंक के प्रकार

सेंसेक्स पहुंचा नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर, जानें क्या हैं इस उछाल के पीछे 5 प्रमुख कारण
घरेलू बाजारों में देर रात की खरीदारी के बाद सेंसेक्स गुरुवार को अपने नई सर्वकालिक उच्च स्तर 62412.33 के स्तर पर पहुंच गया. इसके अलावा निफ्टी50 भी 216.85 अंक बढ़कर 18,484.10 अंक पर बंद हुई. लेकिन सवाल यह है कि आखिर बाजारों में इस बढ़ोत्तरी के मुख्य कारण क्या हैं.
नई दिल्ली: संभावित फेड धुरी पर आशावाद के एक नए दौर और मजबूत वैश्विक संकेतों ने दलाल स्ट्रीट बुल्स को एक बहुत बड़ा उछाल दिया है. घरेलू बाजारों में देर रात की खरीदारी से बीएसई बैरोमीटर सेंसेक्स गुरुवार को 62412.33 के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया. 30-पैक इंडेक्स, जो लगभग 900 अंकों की इंट्राडे रैली करता है, 762.10 अंक या 1.24 प्रतिशत ऊपर चढ़कर 62,272.68 के अपने नए उच्च स्तर पर बंद हुआ.
इस बीच, इसका एनएसई समकक्ष, निफ्टी50, 216.85 अंक या 1.19 प्रतिशत बढ़कर 18,484.10 पर बंद हुआ. सूचकांक गुरुवार को पहले 52 सप्ताह के उच्च स्तर 18,529.70 पर पहुंच गया. बीएसई में सूचीबद्ध सभी शेयरों का बाजार पूंजीकरण 283.9 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाने से दलाल स्ट्रीट के निवेशक आज 2.46 लाख करोड़ रुपये के धनी हो गए. गुरुवार को बाजार की इस बढ़त के पीछे प्रमुख कारक इस प्रकार हैंः-
फेडरल रिजर्व दर वृद्धि में मंदी
फेडरल रिजर्व के नवीनतम मीटिंग मिनटों से पता चला है कि ज्यादातर नीति निर्माता ब्याज दरों में वृद्धि की धीमी गति की उम्मीद करते हैं, भले ही वे अनिश्चित हों कि बेंचमार्क दर कितनी ऊंची होगी. विश्लेषकों ने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा छोटी दरों में बढ़ोतरी जोखिम वाली संपत्तियों के साथ-साथ सोने जैसी सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों के लिए भी सकारात्मक है.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'व्यापक आधार पर खरीदारी की अगुवाई में घरेलू सूचकांकों में ठोस बढ़त देखी गई, क्योंकि निवेशकों ने एफओएमसी बैठक के नवीनतम मिनटों को डाइजेस्ट कर लिया, जिससे संकेत मिलता है कि दर वृद्धि चक्र धीमा हो सकता है.'
फर्म वैश्विक बाजार
इससे पहले एशियाई बाजारों में, जापान का निक्केई 225 0.95 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.96 प्रतिशत बढ़ा, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट 0.25 प्रतिशत गिरा. पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार हरे निशान में बंद हुए थे. डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 1.08 प्रतिशत, एसएंडपी 500 0.59 प्रतिशत और नैस्डैक कंपोजिट 0.99 प्रतिशत चढ़ा. थैंक्सगिविंग हॉलिडे के लिए गुरुवार को अमेरिकी बाजार बंद हैं.
कच्चे तेल की कीमतें
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से निवेशकों की धारणा को और बल मिला. नायर ने कहा कि रूसी तेल की कीमतों पर संभावित सीमा और अमेरिकी उत्पादों के भंडार में बढ़ोतरी की बातचीत से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है. ब्रेंट क्रूड वायदा 0.3 प्रतिशत गिरकर 85.13 डॉलर पर आ गया. अमेरिकी कच्चा तेल वायदा 0.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.74 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. वे बुधवार को 3 प्रतिशत से अधिक गिर गए थे, क्योंकि ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) देशों ने मौजूदा बाजार स्तर से ऊपर रूसी तेल की कीमत कैप पर विचार किया था.
भारतीय रुपये की कीमत में इजाफा
भारतीय रुपया पिछले सत्र में 81.8450 से बढ़कर 81.63 अमेरिकी डॉलर हो गया, अमेरिकी डॉलर में व्यापक गिरावट के बीच फेडरल रिजर्व मिनट्स ने दर वृद्धि की गति में गिरावट की उम्मीदों की फिर से पुष्टि की.
मासिक F&O एक्सपायरी
कारोबारियों द्वारा शॉर्ट कवरिंग के कारण भी खरीदारी में तेजी आई, क्योंकि आज मौजूदा महीने की डेरिवेटिव एक्सपायरी सीरीज का आखिरी दिन था.
बोझिल पाठ्यपुस्तकों से नहीं, बाल साहित्य से अधिक सीखते हैं बच्चे
किसी तरह से उपलब्ध हो जाने पर अगर बच्चे बाल साहित्य की किताबें पढ़ते भी हैं तो उन्हें यह कहकर टोक दिया जाता है कि पहले कोर्स पर ध्यान दो. क्या बाल साहित्य कोर्स पूरा करने की राह में बाधक है? ऐसी कई सारी नकारात्मक बातें पहले से ही बाल साहित्य को लेकर प्रचलन में हैं. किरण तिवारी का यह लेख ऐसे ही कई सवालों के जवाब इस व्यवस्था में ढूंढ रहा है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 04 फरवरी 2020,
- (अपडेटेड 04 फरवरी 2020, 12:32 PM IST)
बेबाक/ चंद्र किरण तिवारी
पिछले चालीस-पचास वर्षों के दौरान भारत में शिक्षा को रोजगार से जोड़कर देखने का प्रचलन बढ़ा है. बल्कि शिक्षा का ढांचा भी इसी प्रकार से तैयार किया गया कि आगे चलकर वह शिक्षित व्यक्ति को किसी सिस्टम में फिट कर सके. आम जनमानस यह सोचकर अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहता है कि आगे जो जितनी अच्छी और ज्यादा पढ़ाई करेगा वो उतनी ही अच्छी नौकरी या व्यवसाय करेगा.
शासन या समाज अब तक निश्चित नहीं हो पाया है कि शिक्षित व्यक्ति एक अच्छा नागरिक या अच्छा इंसान हो सकता है जो अपने लिये नौकरी या किसी भी प्रकार के रोजगार की संभावना बना सकता है. जिसके धुरी अंक के प्रकार लिये सिर्फ पाठ्यपुस्तक की बाध्यता नहीं होनी चाहिए.
लेकिन पूरा शिक्षा तंत्र परीक्षा की धुरी पर टिका हुआ है.
जो परीक्षा में ज्यादा अंक लायेगा वही सफलता की सीढ़ियों पर आगे बढ़ता जायेगा, और ये पूरी शिक्षा व्यवस्था पाठ्यपुस्तकों के इर्द-गिर्द सिमटी हुई है. दुर्भाग्य से जिसका पूरा ढांचा लगभग एक शासक तंत्र तैयार करता है. जिसमें चुनिंदा लोगों के अलावा लगभग किसी की सहभागिता नहीं होती है (कभी सुझाव के तौर पर शिक्षा नीति से खानापूर्ति कर दी जाती है).|
जब सामग्री तैयार हो जाती है तब उसे पाठ्यपुस्तक के नाम पर समाज पर थोप दिया जाता है. इन्हें स्कूलो में आराम से अपना लिया जाता है क्योंकि एक बनी-बनाई व्यवस्था को बिना परिश्रम किये बस बच्चों के ऊपर एक तरह से आरोपित करना होता है. ऐसी स्थिति में बाल साहित्य की संभावना ही कहां रह जाती है? पूरे साल स्कूल सिलेबस को पूरा करने और दोहराने के ऊपर केंद्रित रहते हैं.
भारत में अब तक शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी समस्याएं हल नहीं हो पाई हैं. ऐसे में हर माता-पिता सोचते हैं कि बच्चों को ऐसी शिक्षा की तरफ उन्मुख करें जो न्यूनतम रोजगार सुनिश्चित कर सके.
जाहिर है कि पाठ्यपुस्तकें पढ़कर ही ज्यादा नंबर ला पायेंगे, अच्छे विश्वविद्यालय में पढ़ने के बाद अच्छी नौकरी हासिल करना जीवन का एकमात्र उद्देश्य है. ऐसे समाज में साहित्य, खेलकूद या कलाएं माता-पिता को विचलन ही लगती हैं. और इस प्रकार परिवार भी बाल साहित्य के प्रति उदासीन हो जाते हैं.
लेखक और विचारक उदयन वाजपेयी अपने लेख में कहते हैं कि "पाठ्यपुस्तक अपने-आप में एक संरचना है. और उसके अंदर क्या है, वह तो विवाद का विषय बनता है, कई बार बल्कि बनता ही रहता है. लेकिन उसके अंदर आप नहीं जाएं तब भी वह स्वयं ही एक ढांचे के रूप में भी चिंता का विषय है." शायद इस ढाँचे को इतनी जल्दी तोड़ा भी नहीं जा सकता.
क्या बाल साहित्य पढ़ना कोर्स पूरा करने की राह में बाधक है?
अक्सर साहित्य या किन्हीं कलाओं को लेकर समाज में एक भ्रम व्याप्त रहता है कि पढ़़ने से या कलाओं के संपर्क में रहने से जरूरी कामों का नुकसान होगा या ये सब एक फिजूल के शौक हैं. जबकि दुनिया में हुए कई शोधों में यह बात निकलकर आई है कि साहित्य या कलाएं किसी के जीवन में विस्तार लाती हैं.
सोचने-समझने से लेकर चीजों को समझने के विभिन्न दृष्टिकोण देती हैं. इसी प्रकार बाल साहित्य पढ़ने वाले बच्चों के भीतर सकारात्मक विकास होता है. जो उनके पाठ्यक्रम के साथ-साथ उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव डालता है.
प्रोफेसर शैलजा मेनन का एक लेख है, "बाल साहित्य के जरिए प्रारम्भिक भाषा एवम् साक्षरता को सींचना". इसमें वह बताती हैं कि कक्षाओं में भाषा एवं साक्षरता शिक्षा को और मजबूती देने के लिये बाल साहित्य का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जाता है. इसी लेख में वे बताती हैं कि "श्रेष्ठ साहित्य बच्चों को अपनी जिंदगियों से जुड़ी कहानियों, विचारों और मुद्दों से अवगत कराता है और उन्हें ऐसी जिंदगियों और ऐसी दुनियाओं से वाकिफ भी कराता है जो अभी तक उनके लिये अनदेखी हैं या उनकी कल्पनाओं से भी परे हैं.
किसी विषय या पाठ को समझने में सहायक बाल साहित्य
बाल साहित्य पढ़ने वाले बच्चों के भीतर उच्चस्तरीय चिंतन की क्षमता का विकास होता है. साहित्य के जरिए वे कई प्रकार की विषयगत जानकारियों को भी पढ़ते हैं. उदाहरण के लिए, प्रारंभिक कक्षा में विद्यार्थियों को विज्ञान या सामाजिक विज्ञान विषय नहीं पढ़ाया जाता है लेकिन कई कहानियों, कविताओं इत्यादि के माध्यम से बच्चे इन विषयों में पढ़ाई जाने वाली सामग्रियों से कुछ हद तक अवगत हो जाते हैं. जो आगे की कक्षाओं में उनके पूर्वज्ञान से जुड़ते हुए किसी मुद्दे को समझने में सहायक होता है.
तार्किकता का विकास
किताबें पढ़ते हुए बच्चे कई तरह की घटनाओं से गुजरते हुए, परिस्थितियों के अनुसार उन्हें कुछ सवालों के जवाब मिलते हैं तो कभी वे खुद उलझे हुए अपने लिए जवाब तलाशते हैं. बहुत सारे घटनाक्रमों और मोड़ों से गुजरते हुए अपना विवेक स्वयं इस्तेमाल करना सीख जाते हैं. यहीं से बच्चों के भीतर तार्किक शक्तियों का विकास होना आरम्भ हो जाता है.
इस तरह का विकास उनके पाठ्यक्रमों में भी उनकी मदद करता है.
प्रारंभिक कक्षाओं में पढ़ना-लिखना सीखने की चुनौतियों को कम करने में सहायक बाल साहित्य- आज भी प्राइमरी कक्षाओं को पास करने के बाद भी अधिकतर बच्चे पढ़ने-लिखने की चुनौतियो से जूझ रहे हैं. जिसका मुख्य कारण है बच्चों के लिये किताबों की अनुपलब्धता. बच्चे पाठ्यपुस्तकों तक ही सिमटे रह जाते हैं जहाँ वे सीमित सामग्रियों को ही बार-बार पढ़ते दोहराते और उबते रहते हैं.
शुरुआती दौर में तो बच्चों को मात्र एक पतली किताब देकर उन्हे स्वर, व्यंजन और मात्राएं सिखाई जाती हैं. जो एक बहुत ही लम्बी और उबाऊ प्रक्रिया है. यदि इसकी जगह बच्चों को प्रिंट रीच वातावरण दिया जाये, उनके साथ विभिन्न तरह की कहानी कविताओं को साझा किया जाये, ढेर सारी चित्रों वाली किताबें दी जाएँ तो बच्चों के लिये पढ़ना- लिखना -सीखना रोचक और सहज हो जायेगा. यह प्रक्रिया शिक्षकों के लिये भी मद्द्गार होगी.
बच्चों एवं शिक्षकों के बीच बेहतर तालमेल
बाल साहित्य बच्चों और शिक्षकों के बीच एक अच्छा संबन्ध भी बनाता है. यदि साहित्य कक्षा में प्रवेश कर जाए तो बच्चों और शिक्षकों को कई मुद्दों पर समृद्ध और सार्थक चर्चा करने का अवसर मिलता है. जो ज्यादातर बच्चों की रुचि और शिक्षकों को पढ़ाने वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ हो सकता है. ऐसी स्वस्थ बातचीत कक्षा के लिये लोकतान्त्रिक वातावरण का निर्माण करती है. जिसका प्रभाव पूरे स्कूल पर पड़ता है.
1939 में महात्मा गाँधी ने कहा था, "अगर पाठ्यपुस्तक को ही तथ्य मान लिया जाये और उसी पर शिक्षा व्यवस्था टिक जाए तो शिक्षा और शिक्षक की वाणी की कीमत ही क्या रहेगी." गांधी जी का यह तथ्य पाठ्यपुस्तक के अलावा अन्य गतिविधियों को भी इस शिक्षा व्यवस्था से जोड़ने की बात करता है. जिसमें बेशक बाल साहित्य को जरूर शामिल किया जा सकता है जो पाठ्यसामग्री को पूरा करने में कभी बाधक नही हो सकती.
पुस्तक संस्कृति की जरूरत : कॄष्ण कुमार
शिक्षा और बाल साहित्य : कॄष्ण कुमार
बाल साहित्य के जरिये प्रारम्भिक भाषा एवम् साक्षरता को सींचना : शैलजा मेनन का
(चन्द्र किरण तिवारी, उपक्रम संस्था की सह-संस्थापक हैं. जो उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में सरकारी एवं गैर-सरकारी विद्यालयों में पुस्तकालय एवं 'बच्चों के सीखने की क्षमता' पर काम कर रहीं हैं)
कुतुब का अर्थ , मतलब हिंदी में | Qutub Meaning in Hindi
कुतुब नाम का मतलब " लंबा, धुरी, ध्रुव, एक्सिस " होता है | कुतुब एक बहुत ही अच्छा और खूबसूरत नाम है जिसे काफी लोग पसंद करते हैं। आप भी अपने बच्चे का नाम कुतुब रख सकते हैं क्योकि यह एक बहुत अच्छा नाम है और इसका काफी महत्व भी है। नाम का मतलब का असर आप अपने बच्चे के स्वभाव में देख सकते हैं। जैसा की कुतुब नाम का अर्थ " लंबा, धुरी, ध्रुव, एक्सिस " है और इसका असर आप इस नाम वाले व्यक्ति के स्वभाव में भी देख सकते हैं | निचे कुतुब नाम के ज्योतिष अंक और ज्योतिष अंक के अनुसार कुतुब के आचरण और सवभाव के बारे में विस्तार से बताया गया है।
ज्योतिष अंक 9 के अनुसार, कुतुब सफलता उन्मुख, आविष्कारशील, प्रभावशाली, सहनशील, मिलनसार, आध्यात्मिक, रचनात्मक, अभिव्यंजक, मानवीय और सहायक हैं।
कुतुब दूसरों की मदद करने के लिए प्यार को दर्शाता है। ज्योतिष अंक 9, कुतुब को एक सुकून भरा माहौल बनाने में सक्षम बनाता है, जिसमे लोग हंसते हैं और प्रोत्साहित महसूस करते हैं।
कुतुब मानवता में दृढ़ता से विश्वास करते हैं और इस प्रकार हमेशा दोस्तों और परिवार से प्यार करती है। कुतुब बुद्धिमान, प्यार करने वाला, दिमागदार और उदार हैं । कुतुब एक साहसिक जीवन चाहता है और हमेशा नई चीजों की खोज करने के लिए तरसता है।
Bihar Board Class 12th Hindi व्याकरण अनेकार्थक शब्द
Bihar Board Class 12th Hindi व्याकरण अनेकार्थक शब्द
हिन्दी में कुछ ऐसे शब्द प्रयोग में आते हैं जिनके अनेक अर्थ होते हैं। ये भिन्न–भिन्न प्रसंगों के अनुसार गृहीत हैं। कुछ शब्दों का सूची इस प्रकार है–
शब्द – अर्थ
अर्थ – धन, मतलब, कारण, लिए।
अक्ष – आँख, सर्प, ज्ञान, मण्डल, रथ, चौसर का पासा, धुरी, पहिया, आत्मा, कील।
अपवाद– कलंक, वह प्रचलित प्रसंग, जो नियम के विरुद्ध हो।
अतिथि– मेहमान, साधु, यात्री, अपरिचित व्यक्ति।
अरुण– लाल, सूर्य, सूर्य का सारथी।
आपत्ति– विपत्ति, एतराज।
उत्तर – उत्तर दिशा, जवाब, हल इत्यादि
कला – अंश, किसी कार्य को अच्छी तरह करने का कौशल।
कर – हाथ, सैंड, किरण, टैक्स।
कर्ण – कर्ण (नाम), कान।
कुशल– खैरियत, चतुर।।
खग – पक्षी, तारा, गन्धर्व, वाण।
गो – बाण, आँख, वज्र, गाय, स्वर्ग, पृथ्वी, सरस्वती, सूर्य, बैल।
गण – समूह, मनुष्य, भूतप्रेतादि, शिव के गण, पिंगल के गण।
घन – बादल, अधिक, घना, जिसमें लम्बाई–चौड़ाई और मोटाई बराबर हो।
जलज– कमल, मोती, शंख, मछली चन्द्रमा, सेवार।
जाल – फरेब, बुनावट, जाला।
तारा – आँख की पुतली, नक्षत्र, बालि की स्त्री, बृहस्पति की स्त्री।
धन – सम्पत्ति, योग।
नाग – हाथी, साँप।
पक्ष – पन्द्रह, दिन का समय, ओर पंख, बल, सहाय, पार्टी।
अंक – गिनती के अंक, नाटक के अंक, अध्याय, चिह्न, संख्या, भाग्य।
अक्षर – ब्रह्मा, विष्णु, अकारादि, वर्ण, शिव, धर्म, मोक्ष, गगन, सत्य, जल, तपस्या इत्यादि।
अम्बर – आकाश, कपड़ा।
अमृत – स्वर्ण, जल, पारा, दूध, अन्न।
अपेक्षा – इच्छा, आवश्यकता, आशा, बनिस्वत इत्यादि।
आम – आम का फल, सर्वसाधारण।
कनक – धतूरा, सोना।
केवल– एकमात्र, विशुद्ध ज्ञान।
कोट – पहनने का कोट, किला।
कोटि – धनुष का सिरा, श्रेणी, करोड़।
खर – दुष्ट, गधा, तिनका, एक राक्षस।
खल – दुष्ट, धतूर, दवा कूटने का खरल।
गुरु – शिक्षक, ग्रहविशेष, श्रेष्ठ, भार।
गति – चाल, हालत, मोक्ष इत्यादि।
जीवन – जल, प्राण, जीवित।
जलधर – बादल, समुद्र।
दव्य – वस्तु, धन।
दंड – डण्डा, सजा।
धर्म – प्रकृति, स्वभाव, कर्तव्य, सम्प्रदाय।
निशाचर – राक्षस, प्रेत, उल्लू, चोर।
पतंग – सूर्य, पक्षी, टिड्डी, फतिंगा, गुड्डी।
पत्र – पत्ता, चिट्ठी, पंख।
पृष्ठ – पीठ, पन्ना, पीछे का भाग।
प्रभाव – सामर्थ्य, असर, महिमा, दबाव।
बल – सेना, शक्ति।
मधु – शहद, शराब, वसन्तऋतु।
फल – नतीजा, पेड़ का फल।
मित्र – दोस्त, सूर्य, प्रिय, सहयोगी।
वर्ण – जाति, रंग, अक्षर।
विग्रह – लड़ाई, शरीर, देवता की मूर्ति।
विषम – जो सम न हो, भीषण, बहुत कठिन।
शिव – मंगल, महादेव, भाग्यशाली।
सुधा – अमृत, पानी।
स्थूल – मोटा, सहज में दिखाई देने या समझ में आने योग्य।
हंस – प्राण, पक्षिविशेष।
हस्ती – हाथी, अस्तित्व।
मान – इज्जत, अभिमान, नाप–तौल।
वन – जंगल, जल।
पय– दूध, पानी।
पानी – जल, इज्जत, चमक।
बलि – राजा बलि, बलिदान, उपहार, कर इत्यादि।
महावीर – हनुमान, बहुत बलवान्, जैन तीर्थकर।
मक – गूंगा, चुप, विवश।
हरी – विष्णु, इन्द्र, सर्प, मेढ़क, सिंह, घोड़ा, सूर्य, चाँद, तोता, वानर, यमराज, हवा, ब्रह्मा, शिव, किरण, कोयल, हंस, आग, पहाड़, हाथी, कामदेव, हरा रंग इत्यादि।
शुद्ध – पवित्र, ठीक, जिसमें मिलावट न हो।
सर – तालाब, सिर, पराजित।
सेहत – सुख, धुरी अंक के प्रकार स्वास्थ्य, रोग से छुटकारा।
हरकत – गति, चेष्टा, नटखटपन।
हीन – रहित, दीन, निकृष्ट।
लक्ष्य – निशाना, उद्देश्य।
विरोध – वैर, विपरीत भाव।
स्टॉक मार्केट टुडे: चीन में ताजा कोविड लॉकडाउन की आशंका के कारण डॉव लाल रंग में समाप्त हुआ
शेयर बाजार 22 नवंबर 2022 ,02:36
© Reuters.
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यासीन इब्राहिम द्वारा
Investing.com - डाउ सोमवार को थोड़ा कम बंद हुआ, ऊर्जा और उपभोक्ता शेयरों में कमजोरी के कारण बीजिंग आर्थिक रूप से कमजोर कोविड प्रतिबंधों पर लौट आया।
महीनों में शहर में पहली बार कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की सूचना के बाद कोविड-19 लॉकडाउन के बीजिंग लौटने के कारण ऊर्जा शेयरों में 1% से अधिक की गिरावट आई, जिससे दुनिया के शीर्ष ऊर्जा आयातक से ऊर्जा की धुरी अंक के प्रकार मांग के बारे में चिंता फिर से बढ़ गई। सऊदी के ऊर्जा मंत्री अब्दुलअज़ीज़ बिन सलमान ने इस रिपोर्ट का खंडन किया कि पेट्रोलियम निर्यातक देशों और उसके सहयोगियों का संगठन, जिसे ओपेक+ के नाम से जाना जाता है, दिसंबर को होने वाली बैठक में प्रति दिन 500,000 बैरल तक के उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है, तेल की कीमतों ने उनके नुकसान को फिर से बढ़ा दिया 4
Diamondback Energy Inc (NASDAQ: FANG ), Halliburton Company (NYSE: HAL ), और Marathon Oil (NYSE: MRO ) सबसे बड़े अस्वीकारकर्ता थे।
ऊर्जा के साथ-साथ बाजार की उम्मीदों के खिलाफ फेडरल रिजर्व के सदस्यों की ओर से चल रहे पुशबैक ने मौद्रिक नीति को कसने के लिए जल्द से जल्द धुरी के रूप में फेड-प्रेरित मंदी के मोर्चे और केंद्र के बारे में चिंता जारी रखी।
क्लीवलैंड फेड की अध्यक्ष लोरेटा मेस्टर ने कहा कि उनका मानना है कि अगली बैठक में फेड के लिए 75 आधार अंकों की बढ़ोतरी से धीमा होना "बहुत उपयुक्त" होगा, लेकिन जोर देकर कहा कि फेड दरों में बढ़ोतरी को रोकने के करीब नहीं था।
सप्ताहांत में, अटलांटा फेड के अध्यक्ष राफेल बायोस्टिक ने और दर वृद्धि का समर्थन किया, हालांकि उन्होंने कहा कि वह फेड की लगातार चार बैठकों में 75 आधार अंकों की वृद्धि से बढ़ोतरी की गति को धीमा करने पर विचार करेंगे।
Investing.com के Fed Rate Monitor Tool. के अनुसार, लगभग 85% ट्रेडरों को उम्मीद है कि दिसंबर में फेड 50 आधार अंकों की वृद्धि करेगा, जबकि पिछले सप्ताह लगभग 80% का अनुमान था।
आने वाले दिनों में मौद्रिक नीति पर फेड की सोच में गहरी अंतर्दृष्टि की उम्मीद है क्योंकि केंद्रीय बैंक बुधवार को अपनी अक्टूबर की बैठक से कार्यवृत्त जारी करता है।
नोमुरा ने हाल के एक नोट में कहा, "एफओएमसी मिनट संकेत दे सकते हैं कि धीमी दर में वृद्धि [जरूरी नहीं] एक निचली चोटी का मतलब है।"
टेस्ला (NASDAQ: TSLA ) सहित चीन से जुड़े स्टॉक लगभग 7% गिर गए, जबकि लास वेगास सैंड्स (NYSE: LVS ), MGM रिज़ॉर्ट्स (NYSE: MGM ) ), और कैसर एंटरटेनमेंट कॉर्पोरेशन (NASDAQ: CZR ) ने उपभोक्ता शेयरों में गिरावट का नेतृत्व किया।
वॉल्ट डिज़्नी (NYSE: DIS ), 6% ऊपर, बॉब चापेक की जगह लेने के लिए बॉब आइगर को मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में फिर से नियुक्त करने के बाद व्यापक बाजार की अस्वस्थता को दूर किया।
अन्य समाचारों में, DraftKings Inc (NASDAQ: DKNG ) में 5% से अधिक की गिरावट आई जब खेल सट्टेबाजी कंपनी ने कहा कि वह उपयोगकर्ताओं के खातों के हैक होने की रिपोर्ट की जांच कर रही है।
सीएनबीसी ने बताया कि बॉब चापेक के नेतृत्व और चौथी तिमाही की कमाई के बारे में वरिष्ठ नेतृत्व की आंतरिक शिकायतों के बाद कथित तौर पर यह कदम उठाया गया था।
जेनी मोंटगोमरी स्कॉट ने कहा कि व्यापक बाजार में गिरावट छुट्टी के छोटे सप्ताह के दौरान आती है, जिसमें ट्रेडिंग वॉल्यूम "गुरुवार तक पहुंचने पर कम होने की संभावना है"। "[टी] वह एस एंड पी 500 अभी भी अक्टूबर के निचले स्तर से एक मामूली अपट्रेंड लाइन के शुरुआती गठन को दर्शाता है।"