सर्वोत्तम उदाहरण और सुझाव

कम अस्थिरता

कम अस्थिरता
महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक और मंदी की आशंका जैसे फैक्‍टर ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है.

म्यूचुअल फंड में अगस्त में 6,120 करोड़ रुपये का निवेश, पिछले 10 माह में सबसे कम

जुलाई में 8,898 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। यह आंकड़ा जून में कम अस्थिरता 18,529 करोड़ रुपये और मई में 15,890 करोड़ रुपये था। अगस्त के महीने में अक्टूबर 2021 के बाद से सबसे कम निवेश देखा गया। तब इक्विटी म्यूचुअल फंड में 5,215 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। मार्च, 2021 से इक्विटी योजनाओं में शुद्ध निवेश का प्रवाह देखा जा रहा है।

इससे पहले जुलाई, 2020 से फरवरी, 2021 तक इस तरह की योजनाओं में लगातार आठ महीनों के लिए निकासी देखने को मिली थी। इस दौरान इन योजनाओं से कुल 46,791 करोड़ रुपये निकाले गए थे।

बाजार में अस्थिरता बनी हुई है क्योंकि मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं लगातार बढ़ रही हैं। इक्विटी के अलावा, ऋण म्यूचुअल फंड में पिछले महीने 49,164 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो जुलाई में 4,930 करोड़ रुपये के निवेश से काफी अधिक है। कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड उद्योग ने जुलाई में 23,605 करोड़ रुपये की तुलना में अगस्त में 65,077 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह दर्ज किया।

बीटीसी कम अस्थिरता के दूसरे चरण में प्रवेश करती है; यहां निवेशकों को क्या उम्मीद करनी चाहिए

Bitcoin enters another phase of low volatility; here's what investors should expect

बहुत पहले नहीं (सितंबर), Bitcoin कम अस्थिरता के दौर से गुजरा। यह चरण कम मांग और सीमित दिशात्मक मूल्य संचलन की विशेषता थी। पिछले हफ्ते की गिरावट के बाद इसके प्रदर्शन से पता चलता है कि यह पहले से ही एक और कम-अस्थिरता चरण के लिए हो सकता है।

ग्लासनोड के नवीनतम विश्लेषण के अनुसार, बिटकॉइन लेनदेन की मात्रा हाल ही में 14 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। यह पिछले हफ्ते बाजार में गिरावट के बाद बाजार में FUD की वापसी को दर्शाता है। यह अवलोकन संकेत दे सकता है कि सितंबर के अंत में ऊपर की ओर देखे जाने के बावजूद रिकवरी की उम्मीद कम हो गई है।

एक बड़ी दुर्घटना के बाद बिटकॉइन मूल्य कार्रवाई अक्सर वापस उछाल देती कम अस्थिरता है। इसने नवीनतम दुर्घटना के दौरान नीचे आने के बाद रिकवरी रैली का प्रयास किया लेकिन बाद में उल्टा सीमित था। तब से, बीटीसी की मूल्य कार्रवाई निम्न श्रेणी में वापस आ गई है। ग्लासनोड ने यह भी नोट किया कि औसत सिक्का निष्क्रियता 9 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।

यह निष्क्रियता इस बात की पुष्टि करती है कि जिस गति से बिटकॉइन हाथों का आदान-प्रदान कर रहा है वह धीमा हो गया है। जैसा कि अपेक्षित था, यह बीटीसी के मूल्य व्यवहार को दर्शाता है जिसकी गति पिछले कुछ दिनों में सीमित रही है। यह अवलोकन सितंबर के आखिरी दो हफ्तों और अक्टूबर के पहले दो हफ्तों में बिटकॉइन की कीमत की कार्रवाई की याद दिलाता है।

मंद मूल्य कार्रवाई आरएसआई के साइडवेज प्रदर्शन से संकेतित सापेक्ष शक्ति या कमजोरी की कमी को भी दर्शाती है। मनी फ्लो इंडिकेटर ने महत्वपूर्ण खरीद या बिक्री दबाव की कमी की पुष्टि की।

बिटकॉइन धारकों के विश्वास में महत्वपूर्ण सुधार दर्ज करना अभी बाकी है

वर्तमान परिदृश्य को जो असामान्य बनाता है वह यह है कि डॉर्मेंसी में उछाल के बावजूद बिटकॉइन का एक्सचेंज अपने सबसे निचले 4-सप्ताह के स्तर तक गिर गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कई बीटीसी धारकों ने अपने फंड को एक्सचेंज से निजी वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया है।

बिटकॉइन एक्सचेंज बैलेंस और डॉर्मेंसी

इसका मतलब यह है कि कम विनिमय शेष मांग में वृद्धि को जरूरी नहीं दर्शाता है। हमने पहले से तेजी से मांग की कमी पर ध्यान दिया व्हेल और संस्थान रियायती मूल्य के बावजूद। इसने बाजार में तेजी की गति की कमी में योगदान दिया है।

डेरिवेटिव बाजार में स्वस्थ मांग की कमी भी देखी गई है। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, पिछले सप्ताह देखी गई प्रमुख बाजार दुर्घटनाएं अक्सर मजबूत बायबैक को आकर्षित करती हैं। आमतौर पर डेरिवेटिव बाजार में ऐसा होता कम अस्थिरता है। हालांकि, वायदा ओपन इंटरेस्ट मीट्रिक ने डेरिवेटिव बाजार में मांग की कमी की पुष्टि की।

बिटकॉइन डेरिवेटिव्स की मांग और उत्तोलन

हमने बाजार में लीवरेज्ड पोजीशन में भी गिरावट देखी। हाल ही में बड़े परिसमापन के बाद यह काफी अपेक्षित परिणाम था। बीटीसी वायदा अनुमानित उत्तोलन अनुपात ने लीवरेज्ड बिटकॉइन पदों के कम निष्पादन की पुष्टि की।

डेरिवेटिव बाजार से मांग और उच्च उत्तोलन अक्सर अधिक अस्थिरता में योगदान करते हैं। उपर्युक्त कारक इस प्रकार इंगित करने वाली वर्तमान टिप्पणियों को मजबूत करते हैं कम अस्थिरता.

बाजार में लंबी अवधि में पैसा बनाने का सही है समय, बैलेंस्ड एडवांटेज फंड से पोर्टफोलियो करें मजबूत

Mutual Fund Investment: बाजार में अस्थिरता के चलते कुछ और गिरावट देखने को मिल सकती है. लेकिन लंबी अवधि में पैसा बनाने के लिए इक्विटी में आवंटन कम अस्थिरता बढ़ाने के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है.

Mutual Fund Investment: इस साल घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रहा है. महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक और मंदी की आशंका जैसे फैक्टर ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है. हालांकि भारतीय बाजारों ने पियर्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है. बाजार में घरेलू निवेशकों का भरोसा कायम है. एफआईआई (FIIs) द्वारा लगातार बिकवाली के बाद भी घरेलू निवेशकों ने बाजार को बैलेंस किया है. एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में अस्थिरता के चलते बाजार में कुछ और गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में कम अस्थिरता बाजार का आउटलुक मजबूत है. निवेशकों को बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (Balance Advantage Fund) रुख करना चाहिए, जिसमें कम रिस्क के साथ बेहतर रिटर्न की गुंजाइश है.

शेयर बाजार का आउटलुक

PGIM इंडिया म्‍यूचुअल फंड के इक्विटी हेड, अनिरुद्ध नाहा ने कहा, भारतीय बाजार तुलनात्मक आधार पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले बाजारों में शामिल है और अभी भी अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले बेहतर प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. बाजार के मौजूदा हालात में FII अन्य बाजारों में बेचना और रोटेट करना जारी रख सकते हैं. भारतीयों का आम तौर पर इक्विटी/इक्विटी म्‍यूचुअल फंड के लिए कम आवंटन होता है. लेकिन अभी साफ तौर पर यह ट्रेंड बदलता दिख रहा है और हाउस होल्ड लेवल पर इक्विटी में निवेश बढ़ रहा है.

पिछले 9 महीनों में FIIs ने जहां बिकवाली की है, वहीं घरेलू निवेशकों ने बाजार में पैसा लगाना जारी रखा है. बाजार में भारी बिकवाली और अनिश्चितता के बाद भी भारतीय निवेशक परिपक्व दिखे हैं और बाजार में घरेलू फंड के प्रवाह के चलते एफआईआई द्वारा की गई बिक्री को बैलेंस करने में सक्षम होना चाहिए. बाजार में अस्थिरता के चलते कुछ और गिरावट देखने को मिल सकती है. लेकिन लंबी अवधि में पैसा बनाने कम अस्थिरता के लिए इक्विटी में आवंटन बढ़ाने के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है.

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड

पीजीआईएम इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड लंबी अवधि में इक्विटी बाजारों में भाग लेने और अपने निवेशकों के लिए रिस्‍क-एडजस्टेड यानी जोखिम-समायोजित रिटर्न देने का एक स्मार्ट तरीका प्रदान करता है. पीजीआईएम इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के मॉडल की संरचना और मॉडल की प्रकृति ऐसी है कि यह एक खास एसेट अलोकेशन के अप्रॉच को फॉलो करता है.

कैसे काम करता है फंड का एसेट एलोकेशन मॉडल?

यह फंड निवेश के लिए एक काउंटर-साइक्लिक अप्रॉच को फॉलो करता है. जो हमारे पारदर्शी, इन-हाउस मॉडल के माध्यम से प्राप्त किया जाता है. जब मार्केट का वैल्युएशन उच्च स्तर पर होता है, तो फंड आमतौर पर अपने इक्विटी कम अस्थिरता एक्सपोजर के एक हिस्से को हेज करता है और अपनी डेट होल्डिंग्स को भी बढ़ाता है. इससे मार्केट में गिरावट का असर कम होता है. जब मार्केट का वैल्युएशन कम होता है तो फंड इक्विटी में एग्रेसिव तरीके से निवेश करता है. यह फंड लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में पैसा लगाता है. वहीं डेट कैटेगरी में यह फंड एनसीडी, सीडी और टी-बिल में निवेश करता है.

कैसे करें फंड का सेलेक्शन?

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF) की खासियत है कि ये एक्टिव एसेट अलोकेशन, बेहतर रिस्‍क-एडजस्टेड रिटर्न और कुशल टैक्सेशन पर निवेशकों के साथ तालमेल बिठाते हैं. बीएएफ कम भाव पर खरीदने और ज्यादा पर बेचने का इरादा रखते हैं, ज्यादातर निवेशक कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न पाने के लिए ऐसा करना चाहते हैं. बीएएफ लंबी अवधि में एक एग्रेसिव हाइब्रिड फंड कैटेगरी की तुलना में कम अस्थिरता, बेहतर टैक्सेशन और एक कंजर्वेटिव हाइब्रिड कटेगिरि की तुलना में आमतौर पर हाई रिटर्न प्रोफाइल ऑफर करते हैं. बीएएफ की खासियत है कि यह एक रणनीति के रूप में एक निवेशक को इक्विटी टैक्सेशन के लाभ के साथ एक्टिव अलोकेशन (कम भाव पर खरीदें - ज्यादा पर बेचें) की जरूरत को हल करता है

भारत, वैश्विक अस्थिरता और अनिश्चितता को कम करने के लिए काम कर रहा है: जयशंकर

(ललित के. झा) वाशिंगटन, 12 अप्रैल (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता से दोनों देशों को उस अस्थिरता और अनिश्चितता को कम करने के लिए रणनीति बनाने में मदद मिली, जिसका दुनिया वर्तमान समय में सामना कर रही हैं। जयशंकर ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन तथा रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया। जो बाइडन के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद दोनों देशों के मंत्रियों ने सोमवार को पहली टू

वाशिंगटन, 12 अप्रैल (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता से दोनों देशों को उस अस्थिरता और अनिश्चितता को कम करने के कम अस्थिरता लिए रणनीति बनाने में मदद मिली, जिसका दुनिया वर्तमान समय में सामना कर रही हैं।

जयशंकर ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन तथा रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया। जो बाइडन के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद दोनों देशों के मंत्रियों ने सोमवार को पहली टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता की थी।

जयशंकर ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ इस चर्चा से हमें अस्थिरता और अनिश्चितता को कम करने के लिए रणनीति बनाने में मदद मिली, जिसका दुनिया वर्तमान में सामना कर रही है। यह स्वाभाविक रूप से हमारी नीतियों में नजर आएगी।’’

चर्चा के दौरान दोनों देशों को विशेष रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दीर्घकालिक चुनौतियों पर एक साथ सोचने का मौका मिला। इससे दोनों देशों के बीच उभरते प्रमुख द्विपक्षीय संबंधों पर गौर करने का अवसर भी मिला।

भारत के, यूक्रेन पर आक्रमण रोकने के लिए दबाव बनाने के सवाल पर जयशंकर ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हमारी चर्चा का एक लक्ष्य, नफरत को समाप्त करने के लिए दबाव बनाना भी है, मुझे लगता है कि इस बात से सब सहमत होंगे कि इससे ही मामले सुलझेंगे और दुनिया में अनिश्चितता कम होगी।’’

उन्होंने कहा कि भारत, वैश्विक अस्थिरता और अनिश्चितता को कम करने के लिए काम कर रहा है। ‘‘ जब हम मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं, ऐसे में हम यूक्रेन के लोगों के साथ संपर्क में हैं. खासकर दवाओं की आपूर्ति के लिए. हम पहले ही यूक्रेन और कुछ पड़ोसी देशों को मानवीय राहत प्रदान कर चुके हैं। इस समय जब हम बात कर रहे हैं, तब भी दवाओं की एक खेप भेजी जा रही है या बहुत जल्द कीव भेजी जाएगी।’’

Asset Allocation: लंबी अवधि में बाजार में बनेगा पैसा, नहीं लेना चाहते हैं रिस्‍क? एसेट अलोकेशन है बेहतर स्‍ट्रैटेजी

Asset Allocation: एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में अस्थिरता के चलते बाजार में कुछ और गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक मजबूत है.

Asset Allocation: लंबी अवधि में बाजार में बनेगा पैसा, नहीं लेना चाहते हैं रिस्‍क? एसेट अलोकेशन है बेहतर स्‍ट्रैटेजी

महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक और मंदी की आशंका जैसे फैक्‍टर ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है.

Equity Market Investment: इस साल घरेलू शेयर बाजार में उतार चढ़ाव रहा है. महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक और मंदी की आशंका जैसे फैक्‍टर ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है. हालांकि भारतीय बाजारों ने पियर्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है. बाजार में घरेलू निवेशकों का भरोसा कायम रहा है. एक ओर जहां एफआईआई द्वारा लगातार बिकवाली की गई, घरेलू निवेशकों ने बाजार में पैसे लगाए हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में अस्थिरता के चलते बाजार में कुछ और गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक मजबूत है.

एसेट अलोकेशन स्‍ट्रैटेजी

PGIM इंडिया म्‍यूचुअल फंड के इक्विटी हेड, अनिरुद्ध नाहा का कहना है कि बाजार में अभी अनिश्चितता कायम है, जिससे अभी कुछ और गिरावट आ सकती है. लेकिेन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक बेहतर नजर आ रहा है. अभी निवेशकों के पास सही निवेश चुनकर लंबी अवधि में पैसा बनाने का अच्‍छा मौका है. उनका कहना है कि रिस्‍क नहीं लेना चाहते हैं तो बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का रुख कम अस्थिरता कर सकते हैं; यहां एसेट अलोकेशन स्‍ट्रैटेजी का फायदा मिलेगा.

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बाजार का आउटलुक मजबूत

अनिरुद्ध नाहा का कहना है कि भारतीय बाजार बेहतर प्रदर्शन करने वाले बाजारों में शामिल हैं और अभी भी अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले बेहतर प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. घरेलू स्‍तर पर अब इक्विटी में निवेश बढ़ रहा है. पिछले दिनों एफआईआई की बिकवाली को घरेलू निवेशकों ने काफी हद तक संभाला है. लंबी अवधि में पैसा बनाने के लिए इक्विटी में आवंटन बढ़ाने के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है.

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड क्‍यों बेहतर

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (बीएएफ) की खासियत है कि ये एक्टिव एसेट अलोकेशन, बेहतर रिस्‍क-एडजस्टेड रिटर्न और कुशल टैक्सेशन पर निवेशकों के साथ तालमेल बिठाते हैं. बीएएफ कम भाव पर खरीदने और कम अस्थिरता ज्यादा पर बेचने की स्‍ट्रैटेजी पर काम करते हैं. बीएएफ लंबी अवधि में एक एग्रेसिव हाइब्रिड फंड कैटेगरी की तुलना में कम अस्थिरता, बेहतर टैक्सेशन और एक कंजर्वेटिव हाइब्रिड कटेगिरि की तुलना में आमतौर पर हाई रिटर्न प्रोफाइल ऑफर करते हैं. इनकी खासियत है कि यह एक रणनीति के रूप में एक निवेशक के लिए इक्विटी टैक्सेशन के लाभ के साथ एक्टिव अलोकेशन की जरूरत को हल करते हैं.

फंड की खासियत

पीजीआईएम इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड लंबी अवधि में इक्विटी बाजार में भाग लेने और निवेशकों के लिए रिस्‍क-एडजस्टेड रिटर्न देने का एक स्मार्ट तरीका प्रोवाइड करता है. यह फंड डायनमिक वेरिएशन बेस्‍ड मॉडल के साथ पी/ई रेश्‍यो के एक फंडामेंटल इंडिकेटर पर काम करता है. यह मॉडल अस्थिरता से निपटने और एक हद तक जोखिम को कम करने में मदद करता है.

मार्केट की गिरावट का असर कम

जब मार्केट का वैल्युएशन उच्च स्तर पर होता है, तो फंड आमतौर पर अपने इक्विटी एक्सपोजर के एक हिस्से को हेज करता है और अपनी डेट होल्डिंग्स को भी बढ़ाता है. इससे मार्केट में गिरावट का असर कम होता है. जब मार्केट का वैल्युएशन कम होता है तो फंड इक्विटी में एग्रेसिव तरीके से निवेश करता है. यह कम अस्थिरता फंड लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में पैसा लगाता है. वहीं डेट कैटेगरी में यह फंड एनसीडी, सीडी और टी-बिल में निवेश करता है.

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