निधि का वर्गीकरण

5. इक्विटी इंडेक्स फंड यह एक विशिष्ट स्टॉक मार्केट इंडेक्स के प्रदर्शन पर आधारित है। इक्विटी इंडेक्स फंड दो प्रकार हैं जैसे व्यापक सूचकांक (जैसे एसएंडपी सीएनएक्स निफ्टी, सेंसेक्स) और संकीर्ण सूचकांक (जैसे बीएसईबीएएनकेएक्स या सीएनएक्स बैंक इंडेक्स इत्यादि । सकी इंडेक्स इंडेक्स फंड में निवेश कम विविधतापूर्ण हैं; इसलिए यह व्यापक सूचकांक सूचकांक फंड की तुलना में अधिक जोखि भरा है।निधि का वर्गीकरण
म्यूचुअल फंड वर्गीकरण - Mutual Fund Classification
एक योजना को अपने निवेश के उद्देश्य पर विकास योजना, आय योजना या संतुलित योजना के रूप में भी वर्गीकृत किया जा सकता है। ऐसी योजनाएं ओपन एंडेड या क्लोज-एंडेड स्कीम हो सकती हैं। इस तरह की योजनाओं को मुख्य रूप से निम्नानुसार वर्गीकृत किया जा सकता है।
इक्विटी फंड उच्च रिटर्न प्रदान करते हैं और साथ ही किसी भी अन्य फंड की तुलना में यह अधिक जोखिम भरा होता है। दीर्घकालिक निवेश के उद्देश्य के लिए,
एक निवेशक को इक्विटी में निवेश करने की सलाह दी जाती है। निम्न स्तर के जोखिम के तहत विभिन्न प्रकार के इक्विटी फंड हैं:
1. आक्रामक विकास फंड पूंजी सराहना का अधिकतम लाभ फंड प्रबंधकों के लिए मंत्र है। इसलिए वे अत्यधिक उगाई गई कंपनियों की इक्विटी में निवेश करते हैं और सट्टा निवेश में कम निवेश करते हैं। इक्विटी की सट्टा प्रकृति में निवेश से उच्च जोखिम हो सकता है।
निधि अंशदान
10 (1) एक ग्राहक निलंबन की अवधि के दौरान या सेवानिवृत्ति पर सेवानिवृत्ति की तारीख से चार महीने पहले निधि का वर्गीकरण को छोड़कर फंड की मासिक सदस्यता लेगा:
बशर्ते कि निधि का वर्गीकरण एक ग्राहक लिखित में एक विकल्प बनाने के बाद, उन महीनों के दौरान सदस्यता नहीं ले सकता है, जिसमें ग्राहक पूरे महीने के लिए आधे वेतन अवकाश पर है या महीने के कम से कम आधे महीने के लिए बिना वेतन के असाधारण छुट्टी पर है।
(2)एक ग्राहक, नियम ३० के अनुसार , निधि में अपने क्रेडिट के राशि वापस ले लेता है, जब निधि का वर्गीकरण तक और जब तक ग्राहक ड्यूटी पर नहीं लौटता, तब तक इस तरह की निकासी के बाद फंड की सदस्यता नहीं लेंगे।
11 (1)ग्राहक की राशि ग्राहक निम्न शर्तों के अधीन तय की जाएगी, -
(a) यह पूरे रुपये में व्यक्त किया जाएगा।
(b) यह किसी निधि का वर्गीकरण भी राशि को व्यक्त किया जा सकता है, लेकिन यह सात प्रतिशत से कम नहीं हो सकता है निधि का वर्गीकरण और न ही उसके परिलब्धियों से अधिक हो सकता है:
भविष्य निधि के खाते से 100 लोगों ने निकाला पैसा
इलाहाबाद ब्यूरो
Updated Sat, 11 Apr 2020 12:57 AM IST
लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हुए कर्मचारियों को अब अपने भविष्य निधि का सहारा है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के प्रयागराज कार्यालय के अंतर्गत 100 लोग अग्रिम भुगतान प्राप्त भी कर चुके हैं। इसके अलावा कई अन्य ने आवेदन किया है। भुगतान की प्रक्रिया सरल करने तथा पहचान पत्र को लेकर आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए संगठन की ओर से साफ्टवेयर में भी बदलाव किए गए हैं।
केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि कर्मचारी अपने भविष्य निधि खाते से तीन महीने के वेतन एवं महंगाई भत्ता या कुल जमा के 75 फीसदी में से जो कम हो (अधिकतम 45 हजार रुपये) उसका अग्रिम भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए पिछले महीने ही आवेदन शुरू हो गया था। आवेदकों की संख्या का अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि पूरे देश में अब तक एक लाख 37 हजार कर्मचारियाें को भुगतान हो चुका है। इन्हें दो अरब 79 करोड़ 65 लाख से अधिक का भुगतान हुआ है। इसके अलावा बड़ी संख्या में कर्मचारी अब भी कतार में हैं। प्रयागराज में भी करीब 100 कर्मचारियों को अग्रिम भुगतान किया जा चुका है।
शुरुआती दिनों में तकनीकी खामियों की वजह से भुगतान में देरी हो रही थी। इन खामियों को दूर करने के साथ साफ्टवेयर में भी बदलाव किए गए हैं। इसके तहत डाक्यूमेंट की उपलब्धता के आधार पर आवेदनों का वर्गीकरण किया गया है। जिनके आधार कार्ड तथा अन्य डाक्यूमेंट पूरे हैं, उनके आवेदन सीधे लेखा अनुभाग में चले जाएंगे। इनके अलावा जिनमें छोटी गलतियाें को तत्काल दूर किया जा रहा है। यह पूरी प्रक्रिया ऑटोमैटिक है। इसमें मैनुअल कम से कम है। सहायक निदेशक अकील अहमद सिद्दीकी ने बताया कि पूरी प्रक्रिया काफी आसान हो गई है। पैसा सही खाते में जाए इसका ध्यान रखकर जल्द से जल्द भुगतान की कोशिश की जा रही है।
जन्मदिन में अंतर तो आधार कार्ड होगा मान्य
आवेदन में सबसे अधिक दिक्कत जन्म तिथि तथा नाम की स्पेलिंग को लेकर हैं। ऐसे मामलों में यह देखा जा रहा है कि कहीं गलत आदमी को भुगतान तो निधि का वर्गीकरण नहीं हो रहा। इसकी जांच के बाद आधार कार्ड में दर्ज विवरण को ही सही मानकर भुगतान किया जा रहा है।
चुनाव से पहले ही मिलेगा पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ, ये है पूरी प्रक्रिया
जालौन. पीएम नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना को लॉन्च कर दिया है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत यूपी के छोटे और सीमांत किसानों को 6,000 रुपए सालाना दिए जाएंगे। बता दें कि यह योजना 1 दिसंबर, 2018 से प्रभावी होगी और लगभग 12 करोड़ से अधिक छोटे और सीमांत किसानों को लाभ दिया जाएगा।
तीन किश्तों में मिलेगा योजना का लाभ
पीएम किसान सम्मान निधि योजना स्कीम का लाभ निधि का वर्गीकरण केवल उन किसानों को दिया जाएगा, जो किसान केवल 2 हेक्टेयर तक की भूमि का मालिक होगा। छोटे और सीमांत किसानों को इस योजना की रकम 6000 रुपए साल भर में तीन किश्तों में 2000 रुपए करके दी जाएगी। इस योजना की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से किसानों के खाते में पहुंचा दी जाएगी।