बायनरी विकल्प

जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है

जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है
प्रिय अर्बन नक्सली रवीशकुमार फेक न्यूज के बेताज जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है बादशाह रवीश कुमार जी विदेशी आकाओं की गोद में बैठकर गोदी मीडिया बनने वाला विदेशी के इशारे पर घाघरा अब यू ट्यूब पर फेक न्यूज के साथ उठाए बमपंथी दलित नेताओं को पोस्को एक्ट में अपने भाई का बचावकर्ता रविशकुमार को अंतहीन अंत की शुभकामनाएं — रमाकांत शुक्ला (@RKTShukla02) December 1, 2022

Ravish Kumar.

ड्रोन से करें कीटनाशक जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है का छिड़काव, सरकार से मिलेगी 4 लाख रुपए की जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है सब्सिडी

ड्रोन से करें कीटनाशक का छिड़काव, सरकार से मिलेगी 4 लाख रुपए की सब्सिडी

आज सभी क्षेत्रों में नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे जीवन आसान होता जा रहा है। इसी तरह कृषि में नवीन तकनीकों का प्रयोग कर खेती की लागत को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। आज खेती की इतनी आधुनिक मशीनें आ गई है जिससे खेती का काम बहुत हद तक आसान हो गया है। यदि कृषि की शुरुआत से लेकर अब तक देखा जाए तो खेती का कार्य पहले की अपेक्षा आज बहुत आसान हो गया है। आज किसानों के पास आधुनिक कृषि मशीनें है जिसकी सहायता से किसान कम समय और कम श्रम में खेती कर सकते हैं। इतना ही नहीं किसानों को इन आधुनिक कृषि यंत्रों को खरीदने के लिए सरकार उनकी मदद करती है। इसके लिए सरकार ने कृषि यंत्र अनुदान योजना चला रखी है जिस पर किसानों को ट्रैक्टर, रोटवेटर, कल्टीवेटर, थ्रेसर आदि खरीदने के लिए सब्सिडी दी जाती है। अब इसमें ड्रोन को भी शामिल कर लिया है।.

कृषि यंत्र अनुदान योजना में ड्रोन पर मिलेगी सब्सिडी

जैसा कि हमने बताया कि कृषि यंत्र अनुदान योजना में अब इसमें ड्रोन को भी शामिल कर लिया है। इसके लिए भी सरकार से किसानों को सब्सिडी दी जाएगी। ड्रोन के लिए सरकार की ओर से जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है करीब 4 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा। ड्रोन की सहायता से किसान अपने खेत में कीटनाशक का छिड़काव बहुत ही कम समय में कर सकते हैं। इसके अलावा भी ड्रोन के कई ऐसे उपयोग है जो किसानों के लिए फायदेमंद हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको ड्रोन पर सरकार की ओर से किसानों को दिए जाने वाले अनुदान (सब्सिडी) जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है के बारें में जानकारी दे रहे हैं।

किसानों के लिए सरकार की ओर से अलग से कृषि ड्रोन तैयार करवाएं गए हैं जिनकी सहायता से किसान अपने खेतों में जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है कीटनाशक का छिड़काव बहुत ही कम समय में कर सकते हैं। इसके अलावा किसान ड्रोन की सहायता से अपने खेत की निगरानी भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं ड्रोन की सहायता से किसान छिटकवां विधि से खेत में बीजों की बुवाई भी कर सकते हैं। इस तरह ये ड्रोन किसानों के खेती के काम को आसान बना सकता है।

ड्रोन के इस्तेमाल से कितनी होगी बचत

ड्रोन को मुख्य रूप से कीटनाशक दवा का छिड़काव करने के लिए बनाया गया है। जब राजस्थान में फसलों पर टिड्‌डियों का प्रकोप हुआ था तब सरकार ने ड्रोन का इस्तेमाल कीटनाशक के छिड़काव के लिए किया था। इसकी सहायता से कई क्षेत्रों में टिड्‌डी दल पर छिड़काव कर काबू पाया गया था। किसानों के अनुभव बताते हैं कि करीब 15 बीघा जमीन में कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए 4 मजदूर लगते हैं जो कि 1 घंटे में यह काम करते हैं। इस दौरान प्रति मजदूर न्यूनतम 200 रुपए के हिसाब से करीब 800 रुपए का खर्चा होता हैं। वहीं इसी काम के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है तो मात्र 15 मिनट में पूरे खेत में छिड़काव हो जाता है और इसका खर्च केवल 200 रुपए आता है। इस तरह किसान को कीटनाशक के छिड़काव जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है में ड्रोन के इ्स्तेमाल से सीधे 600 रुपए की बचत होती है।

कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से किसानों को प्रोत्साहित जब आप शेयर खरीदते हैं तो क्या होता है किया जा रहा है। इसके लिए सरकार किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए 4 लाख रुपए की सब्सिडी दे रही है। कृषि मंत्रालय के ट्वीट के मुताबिक ड्रोन एप्लिकेशन से सहकारी समिति किसानों, एफपीओ और ग्रामीण उद्यमियों को कस्टम हायरिंग सेंटर द्वारा ड्रोन की मूल लागत के 40% की दर या अधिकतम 4 लाख रुपयों तक की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। माना यदि आपके कृषि ड्रोन की लागत 10 लाख रुपए है तो आपको 4 लाख रुपए की सब्सिडी सरकार से मिल जाएगी। ऐसे में आपको 10 लाख की लागत वाला ड्रोन मात्र 6 लाख रुपए में मिल जाएगा।

Ravish Kumar: NDTV से इस्तीफा देने के बाद रवीश कुमार का पहला Tweet, जानिए ऐसा क्या लिखा कि यूजर्स कर आ रहे कमेंट्स

Ravish Kumar: सोशल मीडिया पर रवीश कुमार को लेकर काफी चर्चा होने लगी। सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर जमकर मीम्स बनाए जाने लगे। वहीं, शाम तक ये भी खबर आई कि एनडीटीवी के प्राइम टाइम एंकर रवीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। 27 सालों बाद रवीश कुमार और NDTV का नाता टूटना लोगों के लिए खूब चर्चा में बना हुआ है।

December 1, 2022

Ravish Kumar

नई दिल्ली। NDTV इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक रवीश कुमार अपनी पत्रकारिता के नए रूप को लेकर लोगों के बीच जाने जाते हैं। रवीश कुमार जाने माने पत्रकार तो हैं ही साथ ही रेमन मैग्सेसे पुरुस्कार से सम्मानित भी हैं। NDTV में खबरें को अपने अलग में पेश करके वो कई लोगों के चहीते हैं तो कईयों के निशाने पर भी रहते हैं। बीते दिनों जब खबर आई कि अडानी समूह NDTV के 29.18 फीसद शेयर खरीदने जा रही है। तो सोशल मीडिया पर रवीश कुमार को लेकर काफी चर्चा होने लगी। सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर जमकर मीम्स बनाए जाने लगे। वहीं, शाम तक ये भी खबर आई कि एनडीटीवी के प्राइम टाइम एंकर रवीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। 27 सालों बाद रवीश कुमार और NDTV का नाता टूटना लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।

रेटिंग: 4.68
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 423
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *