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शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है

शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है
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What is Share Market in Hindi

सेंसेक्स में 1017 अंकों की जबरदस्त तेजी, जानिए बाजार में किन कारणों से लौटी रौनक

आरबीआई ने अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में इंटरेस्ट रेट का सिलसिला जारी रखने के बारे में कुछ नहीं कहा है। इससे यह माना जा रहा है कि आगे रेपो रेट में बढ़ोतरी नहीं होगी।

Share Market Rally: इंडियन स्टॉक मार्केट (Indian Stock Markets) में पिछले छह दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला 30 सितंबर को टूट गया। RBI के इंटरेस्ट रेट (Repo Rate) बढ़ाने के बावजूद शेयर बाजारों को पंख लग गए। सुबह 10 बजे रेपो रेट शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है बढ़ने के ऐलान के बाद मार्केट में तेज रिकवरी आई। यह तेजी करीब पूरे दिन जारी रही।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1016.96 अंक यानि 1.80% की तेजी के साथ 57,426.92 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 276.25 अंक यानि 1.64% की तेजी के साथ 17,094.35 के लेवल पर बंद हुआ।

एनालिस्ट्स का कहना है कि शेयर बाजारों को पहले से इंटरेस्ट रेट में 0.50 फीसदी वृ्द्धि की उम्मीद थी। इसलिए RBI का यह कदम बाजार के लिए अप्रत्याशित नहीं था। दुनियाभर के केंद्रीय बैंक इंटरेस्ट रेट बढ़ा रहे हैं। इसकी वजह इनफ्लेशन का हाई लेवल है।

Index Fund: क्या है इंडेक्स फंड, इसमें क्यों करें निवेश, कैसे मिलेगा बड़ा रिटर्न

शेयर मार्केट (Share Market) में इंवेस्ट करना चाहते हैं? लेकिन शिकायत होगी कि कौनसे शेयर मैं पैसा लगाए, उसे कब कैसे ट्रैक करें और अगर इन सब के लिए टाइम नहीं है तो म्युचुअल फंड (Mutual Fund) आपके लिए बेस्ट है. अब आप पूछेंगे की कई म्युचुअल फंड देख चुके हैं. कोई ऐसा फंड जिसमें जोखिम कम से कम हो, ज्यादा रिटर्न लगभग तय हो और शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है निवेश का खर्च भी कम आए. तो हमारे पास आपके लिए एक सलाह है. इंडेक्स फंड में निवेश करने की.

हमारे देश में बेसिकली दो इंडेक्स हैं. एक सेंसेक्स, दूसरा निफ्टी 50. सेंसेक्स बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है. और ये टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करता है. मतलब उसके शेयर्स की कीमत बढ़ी या घटी. इसके अलावा सेक्टोरल इंडेक्स भी होते हैं जो किसी एक सेक्टर की कंपनी को ट्रैक शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है करते हैं जैसे फार्मा सेक्टर्स.

तो अब इंडेक्स फंड क्या है. ये समझते हैं.

ये भी म्युचुअल फंड ही है. म्युचुअल फंड में क्या होता है. किसी फंड में आप पैसा डालते हैं फिर उस फंड का मैनेजर उसी पैसे को जगह जगह इंवेस्ट कर देता है और आपके साथ प्रोफिट शेयर करता है. वैसे ही इंडेक्स फंड का पैसा केवल और केवल इंडेक्स यानी सेंसेक्स या निफ्टी में ही लगाया जाता है. मान लीजिए अगर आप बीएसएई इंडेक्स में पैसा डालते हैं तो उस फंड को बीएसई के इंडेक्स सेंसेक्स की टॉप 30 कंपनियों में लगाया जाएगा. अगर बीएसई का एस एंड पी 100 इंडेक्स फंड है तो उसका पैसा सेंसेक्स की टॉप 100 कंपनियों में ही लगाया जाएगा.

देखिए किसी और फंड में आप निवेश करते हैं तो उसका फंड मैनेजर लगातार स्टॉक्स पर नजर बनाकर रखता है, पोर्टफोलियों में चेंजेज करता रहता है, एक जगह से पैसा निकाल कर दूसरी जगह लगाता है यानी निवेश पर एक्टिवली नजर बनाए रखता है. लेकिन इंडेक्स फंड में आंख बंद कर किसी एक इंडेक्स फंड में पैसा लगा दीजिए, क्योंकि अगर ये सेंसेक्स का फंड है तो उसमें कुछ बदलाव नहीं करने होते, सेंसेक्स की टॉप कंपनियां तो तय समय तक सेम ही होती है. इसलिए इसे पेसिव इंवेस्टमेंट भी कहते हैं.

इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें?

एक फायदा तो यह है कि इसमें एक्सपेंस रेश्यो यानी निवेश का खर्च कम होता है. इसके अलावा जो बीएसई या एनएसई इंडेक्स डिजाइन किया गया है वो ऐसा डिजाइन्ड है कि ये हमेशा बढ़ेगा ही. आप भी देख सकते हैं एक समय पर सेंसेक्स 19,000 पर हुआ करता था और आज देखिए 62,000 पर है तो सोचिए तब जिसने बीएसई के इंडेक्स फंड में पैसा लगाया होगा आज उसे कितना बड़ा मुनाफा मिला होगा. इसलिए इंडेक्स फंड में पैसा डालने का बड़ा फायदा है.

बड़ा आसान है, आसान इसलिए क्योंकि इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती. और बिना कमीशन के आप किसी इंवेस्टिंग एप के थ्रू इसमें निवेश कर सकते हैं. जैसे स्क्रीन पर आफको दिख रहा होगा इसमें कई सारे इंडेक्स फंड हैं, आप कोई भी सिलेक्ट करें, इसमें रिटर्न केलकुलेटर भी है. आप या तो एक बार में लमसम अमाउंट डाल दीजिए या एसआईपी के रूप में मंथली थोड़ा थोड़ा अमाउंड डालिए. तो निवेश के साथ हमेशा लॉन्ग टर्म में निवेश करने वाला मंत्र भी याद रखे.

National Stock Exchange क्या है ?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुंबई में स्थित है, यह भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। यह 1992 से अस्तित्व में आया और यहीं से इलेक्ट्रोनिक एक्सचेंज सिस्टम की शुरुआत हुई और पेपर सिस्टम खत्म हुआ।

एनएसई ने 1996 से निफ्टी की शुरुआत की, जो टॉप 50 स्टॉक इंडेक्स दे रहा था और यह तेजी से भारतीय पूंजी बाज़ार की रीड बना। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को 1992 को कंपनी के रूप में पहचान मिली और 1992 में इसे सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट, 1956 के तहत कर भुगतान कंपनी के रूप में स्थापित किया गया।

National stock exchange दुनिया का 11 वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसका बजार पूंजीकरण (market capitalization) अप्रैल 2018 तक 2.27 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुच गया था ।

BSE यानि BOMBAY STOCK EXCHANGE क्या है ? :

बीएसई की स्थापना 1875 में हुई, इसे नेटिव शेयर और स्टॉक ब्रोकर एसोसिएशन’ के नाम से जाना जाता था। इसके बाद, 1957 के बाद भारत सरकार ने सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट, 1956 के तहत इसे भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता दे दी।

सेन्सेक्स की शुरुआत 1986 में हुई, यह भारत का पहला इक्विटी इंडेक्स है जो कि टॉप 30 एक्सचेंज ट्रेडिंग कंपनियों को एक पहचान दे रहा था। सेंसेक्स का आधार वर्ष 1978-79 है

1995 में, बीएसई की ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू हुई, उस समय इसकी क्षमता एक दिन में 8 मिलियन ट्रांजेक्शन थी।

बीएसई एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज है, और यह मार्केट डेटा सर्विस, रिस्क मैनेजमेंट, सीडीएसएल (सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड), डिपॉजिटरी सर्विसेज आदि सेवाएँ प्रदान करता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दुनिया का 12वा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, आउर जुलाई 2017 को इसका बाजार पूंजीकरण 2 ट्रिलियन डॉलर से ज़्यादा था।

बीएसई और एनएसई में मुख्य अंतर :

  • बीएसई और एनएसई दोनों भारत के बड़े शेयर बाज़ार हैं।
  • बीएसई पुराना और एनएसई नया है।
  • टॉप स्टॉक एक्सचेंज में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 10वां स्थान है वहीं एनएसई का 11वां।
  • इलेक्ट्रॉनिक एक्चेंज सिस्टम पहली बार एनएसई में 1992 में और बीएसई में 1995 में शुरू किया गया।
  • कितने शेयरों को शामिल किया जाता है : एनएसई का निफ्टी इंडेक्स 50 स्टॉक इंडेक्स दिखाता है वहीं बीएसई का सेन्सेक्स 30 स्टॉक एक्सचेंज दिखाता है।
  • बीएसई को 1957 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में पहचान मिली वहीं एनएसई को 1993 में पहचान मिली।
  1. एनएसई भारत का सबसे बड़ा एक्सचेंज है, बीएसई सबसे पुराना है।
  2. बीएसई 1875 में स्थापित हुआ, जब कि एनएसई 1992 में।
  3. एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी है, जब कि बीएसई का सेन्सेक्स है। एनएसई में 1696 और बीएसई में 5749 कंपनियाँ सूचीबद्ध हैं।
  4. इनकी ग्लोबल रैंक 11 और 10 है।

सेंसेक्स क्या है? What is Sensex in Hindi?

सेंसेक्स भारतीय स्टॉक मार्केट का एक सूचकांक है जिसे BSE SENSEX अथवा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसिटिव इंडेक्स अथवा सेंसेक्स भी कहते है इसका निर्माण 1986 में किया गया था और यह भारतीय स्टॉक मार्केट का एक प्रमुख सूचकांक है जिसमे अलग अलग क्षेत्रो की 30 बड़ी कंपनियों जैसे Reliance, TCS, Infosys आदि , जिनके आधार पर भारतीय शेयर मार्केट की गणना की जाती है और यह पता चलता है की स्टॉक मार्केट ऊपर जायेगा या निचे.

निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचित 50 कंपनियों का एक स्टॉक मार्केट सूचकांक है जो की नेशनल और फिफ्टी शब्दों से मिलकर बना है जिसे NIFTY 50 भी कहा जाता है निफ्टी 50 में 12 क्षेत्रो के 50 सबसे श्रेष्ठ कंपनियों को समाहित किया गया है जिनके आधार पर इस सूचकांक की गणना की जाती है.

शेयर मार्केट से पैसे कैसे बनाये? How शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है to make money from stock market in hindi

शेयर मार्केट से पैसा कमाने की सोचना एक Risky काम हो सकता है क्यों की इसमें ज्ञान के साथ साथ धैर्य की भी आवश्यकता होती है साथ ही एक अच्छा शेयर चुनना आपना 90 प्रस्तिशत कार्य कर देता है बाकी का 10 परतिशत आपको उसमे इन्वेस्ट करने के तरीके पर निर्भर करता है आप चाहे तो एक बार में अन्यथा निश्चित समयांतराल पर पैसे इन्वेस्ट कर सकते है.

स्टॉक मार्केट में किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले कुछ बाते जानना चाहिए –

  • किसी भी कंपनी के शेयर के बारे में अच्छे से फंडामेंटल एनालिसिस(Fundamental Analysis) करना जरूरी है.
  • कंपनी के पिछले कुछ वर्षो के प्रॉफिट और लोस को अच्छे से समझ लें, और यह जानने की कोशिश करें की अब कंपनी में प्रॉफिट करने के आसार है या नही.
  • डूबती हुयी कंपनी में कोई भी पैसे नही लगाना चाहता, अतः कंपनी के बैलेंस शीट को अच्छे से समझ लें.
  • कंपनी अथवा शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है शेयर के लेटेस्ट खबरों से खुद को अपडेटेड रखें.

SENSEX कैसे घटता और बढ़ता है |

Sensex में उतार-चढ़ाव होता रहता है Sensex के अंदर सूचीबद्ध कंपनियों की वैल्यू कम ज्यादा होना कंपनियों में हर दिन का हिसाब रखा जाता है जिससे कंपनियों के शेयर्स का मोल भाव लगाया जा सकता है इस तरह Sensex इन कंपनियों का एक ग्राफ बनाता है ज्यादातर Sensex को अंको में दर्शाया जाता है|

शेयर बाजार (Share Market) शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है देश की आर्थिक ढांचे में मुख्य भूमिका निभाते हैं Sensex दुनिया की वैश्विक पूंजीवाद में भारत की आर्थिक स्थिति का प्रतिनिधित्व करते हैं Sensex का मुख्य काम हमें दिनभर की होने वाली शेयर बाजारों में शेयर्स के मोल भाव पहुंचाना| जब शेयर बाजार में निवेश अच्छा होता है तो हमारे देश में बारी निवेशक लगाते हैं और रूपा मजबूत होता है

SENSEX के फायदे | Benefits of Sensex in Hindi

1.Sensex का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें देश की प्रमुख 30 कंपनियां शामिल होती है Sensex में बढ़ोतरी दिखाई देती है तो भारतीय कंपनी का भी विकास होता है|

2. जब भारत की कंपनी में विदेश का निवेश बढ़ता शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है है तो चीजों की कीमत कम होती है|

निष्कर्ष :

दोस्तों आज की पोस्ट में हमने आपको शेयर बाज़ार से सम्बंधित एक टर्म की महत्वपूर्ण जानकारी शेयर की है | आज की पोस्ट में हमने आपको बताया है कि SENSEX क्या है | SENSEX Full Form, SENSEX Means, NSE की स्थापना, SENSEX कैसे घटता और बढ़ता है, SENSEX का महत्व, SENSEX के फायदे, आदि |

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