आरओआई क्या है

सूचना न देने वाले के खिलाफ कार्रवाई
आरटीआई एक्ट क्या है? RTI
क्या है सूचना का अधिकार (RTI) भारत में रहने वाले हर भारतीय नागरिक को सूचना का अधिकार हैं। हर दिन 4800 से अधिक RTI आवेदन दायर की जाती है, यह अनुमान वर्ष 2016 का है। जानिए की RTI का उद्देश्य, दायरे, समय सीमा, RTI अपील और अनुरोध में अंतर जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में इस सरल वीडियो के माध्यम से:-
What is RTI, What is Public Information Officer, When RTI Act Implemented, RTI आरओआई क्या है in Hindi
घर बैठे लीजिए सरकारी विभाग की हर जानकारी, जानिए RTI लगाने की पूरी प्रक्रिया
- नई दिल्ली,
- 24 जुलाई 2019,
- (अपडेटेड 24 जुलाई 2019, 8:20 AM IST)
भारतीय संसद ने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और सरकारी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए साल 2005 में सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून बनाया था. इस कानून के तहत भारत का कोई भी नागरिक सरकार के किसी भी विभाग की जानकारी हासिल कर सकता है. आरटीआई हाथ से लिखकर या टाइप करके या फिर ऑनलाइन लगाई जा सकती है.
हालांकि इसका कोई विशेष पारूप नहीं हैं, लेकिन आप जिस सरकारी या सार्वजनिक संस्थान से जानकारी लेना चाहते हैं, उस विभाग या संस्थान की वेबसाइट में जाकर आरटीआई के आवेदन का प्रारूप डाउनलोड कर सकते हैं. आरटीआई के तहत सिर्फ लिखित में ही नहीं, बल्कि मौखिक रूप से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. भारत का कोई भी नागरिक आरटीआई कानून के तहत हिंदी, अंग्रेजी और किसी स्थानीय भाषा में जानकारी हासिल कर सकता है.
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तमिलनाडु के लोक और निर्वाचन विभाग द्वारा विकलांग , भूतपूर्व शहीद सैनिक की बेटियों की शादी के लिए अनुदान और समामेलित कोष का आवास अनुदान से सम्बन्धित आवेदन पत्र उपलब्ध कराया गया है। आवेदकों को उनकी वार्षिक आय, शहीद या विकलांग भूतपूर्व सैनिक का नाम, युद्ध या आपरेशन, शादी या निर्माण अनुदान आवश्यकताओं के बारे में विवरण, संलग्न किये गये पत्र की सूची के बारे में विवरण प्रदान करना होगा।
सूचना का अधिकार (RTI) आरओआई क्या है क्या है और इसे कौन और कैसे अप्लाई (Apply) कर सकता है?
सूचना का अधिकार किसी भी लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है. यह RTI (Right to Information) के रूप में भी जाना जाता है. यह एक ऐसा अधिनियम है जिसका उद्देश्य भारत में सरकारी संस्थानों में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है. क्या आप जानते हैं कि RTI को कौन और कितनी बार अप्लाई कर सकता है. आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं.
जैसा की हम जानते हैं कि सूचना का अधिकार (Right to Information-RTI) अधिनियम, जो कि भारत सरकार के द्वारा 2005 में लाया गया. ये अधिनियम नागरिकों को सूचना का अधिकार उपलब्ध कराने के लिये लागू किया गया है.
RTI Act 2005 क्या है?
आरटीआई अधिनियम 2005 सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम 2002 का एक उन्नत संस्करण है। यह अधिनियम किसी भी भारतीय नागरिक को किसी राज्य या केंद्र सरकार के कार्यालय या विभाग से आवश्यक जानकारी लेने में सक्षम बनाता है।
आरटीआई को भारत के सबसे शक्तिशाली विधानों में से एक के रूप में देखा जा सकता है जो नागरिकों को किसी भी सार्वजनिक प्राधिकरण और उनकी गतिविधियों पर सवाल उठाने का अधिकार देता है। चाहे आप अपने क्षेत्र में सड़कों के खराब रखरखाव या पानी के कनेक्शन या सफाई या पेंशन के प्रसंस्करण के बारे में चिंतित हैं, RTI ACT 2005 आपको सार्वजनिक डोमेन में किसी भी जानकारी की तलाश करने में सक्षम बनाता है। साथ ही RTI ACT 2005 हर सरकारी विभाग या कार्यालय के कामकाज में पारदर्शिता और प्रत्येक सार्वजनिक प्राधिकरण के काम की जवाबदेही के लिए जिम्मेदार है।
ऑनलाइन आरटीआई फाइल कैसे करें?
ऑनलाइन आरटीआई फाइल करना बेहद ही आसान है, इसके लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा।
- Online RTI File करने के लिए सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट https://rtionline.gov.in/ पर जाना होगा।
- ऑनलाइन आरटीआई फाइल करने के लिए होमपेज पर “अपील करें” विकल्प पर क्लिक करें।
- उसके बाद आपके सामने कुछ ऐसा पेज खुलेगा, इसमें आप पूछी गई सारी जानकारी जैसे आपका पता, आपकी शैक्षणिक योग्यता, आप के सवाल और आप किस संस्था से सवाल पूछना चाहते हैं सब विवरण भर सकते हैं।
- सारी डिटेल्स भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक कर दें, इसके बाद आपको RTI Fees के रूप में 10 रुपये का चालान आरओआई क्या है ऑनलाइन भरना होगा। इसके लिए आप अपने भुगतान का प्रकार चुन सकते हैं।
- अगर आपके पास इंटरनेट बैंकिंग है तो उसकी मदद से भी आप फीस का भुगतान कर सकते हैं अन्यथा आरओआई क्या है आप सामान्य डेबिट कार्ड (एटीएम कार्ड) के जरिए भी भुगतान कर सकते हैं।
- इसमें मांगी गई जानकारी दर्ज करके “PAY” बटन पर क्लिक कर दें।
- इसके बाद आपका RTI File पूरा हो जाएगा और आपको मैसेज और ईमेल के जरिए आपको आपका स्टेटस आरओआई क्या है चेक करने के लिए एक नंबर भी मिल जाएगा।
आरटीआई स्टेटस चेक आरओआई क्या है कैसे करें?
आरटीआई स्टेटस चेक करना बेेेहद ही आसान है, आपको बस निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा –
- आरटीआई के स्टेटस की जाँच करने के लिए सबसे पहले आपको आरटीआई ऑनलाइन की आधिकारिक वेबसाइट https://rtionline.gov.in/ पर जाना होगा।
- वहाँ जाने के बाद उपर “स्टेटस देखें” विकल्प पर क्लिक करें।
- इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने कुछ ऐसा पेज खुलेगा।
- यहाँ आप अपना वो रजिस्ट्रेशन नंबर और मोबाइल नंबर डालें , इसके बाद आपके सामने “OTP” डालने का विकल्प आएगा, अपने मोबाइल नंबर या ईमेल पर आया ओटीपी डालकर सबमिट कर दें।
- ऐसा करने के बाद आपके सामने एक पेज खुलेगा वहाँ आपके आरटीआई संबधित सारी जानकारियां होंगी जहाँ से आप Online RTI Status की जांच कर सकते हैं।
ऑफलाइन आरटीआई फाइल कैसे करें?
आरटीआई ऑफलाइन फाइल करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा –
- सबसे पहले उस विभाग को के बारे में सूचना इकट्ठा करें जिसमें आप आरटीआई फाइल करना चाहते हैं।
- हिंदी या अंग्रेजी या क्षेत्र की स्थानीय भाषा में आवेदन लिखें।
- आवेदन को संबंधित राज्य या केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी को संबोधित करें और विषय पंक्ति में ” आरटीआई अधिनियम -2005 ” के तहत सूचना मांगना” लिखें।
- अनुरोध दर्ज करने के लिए नकद या बैंक ड्राफ्ट या मनी ऑर्डर या कोर्ट फीस स्टैम्प के माध्यम से 10 रुपये का भुगतान करें।
- यदि गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं, तो शुल्क का भुगतान करने से आपको छूट भी दी जाती है। लेकिन इसके लिए आपको यह साबित करने के लिए दस्तावेज लगाने होंगे।
- अपना पूरा नाम, पता, संपर्क विवरण और ईमेल पता और शहर और तिथि का नाम उल्लेख करें।
- आप आवेदन को डाक से भेज सकते हैं या संबंधित कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से सौंप सकते हैं। आपको अनुरोध की एक फोटोकॉपी रखने की आवश्यकता है और कार्यालय से एक पावती भी प्राप्त करें।