म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें?

यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान
यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान, जिसे आमतौर पर यूलिप पॉलिसी के रूप में जाना जाता है, निवेश और बीमा कवर का एक पूरा पैकेज है जो धन बढ़ाने में मदद करता है। आमतौर पर, यूलिप पारदर्शी और लचीले होते हैं, जिससे व्यक्ति को आवश्यकता के अनुसार अपनी योजना को अनुकूलित करने की अनुमति मिलती है। यह आपको बीमा कवरेज प्रदान करता है और आपको योग्य निवेश विकल्पों में अपने प्रीमियम का एक हिस्सा निवेश करने की अनुमति देता है जिसमें स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और बहुत कुछ शामिल हैं। यूलिप इंश्योरेंस में निवेशक अपने निवेश को ऋण से इक्विटी में स्वैप कर सकते हैं और इसके विपरीत स्तंभ से पोस्ट तक चलने या दंडित होने की चिंता किए बिना भी कर सकते हैं।
यूलिप प्लान पहली बार 1971 में यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया द्वारा पेश किए गए थे और तब से इन योजनाओं को भारतीय बीमा बाजार द्वारा सराहा गया है।
आज, अधिक प्रदाताओं ने यूलिप योजनाओं के खेल में टैप किया है और न्यूनतम शुल्क पर नए युग की सुविधाओं के साथ ऐसी योजनाओं की पेशकश करके अपने ग्राहकों की जरूरतों को सफलतापूर्वक पूरा कर रहे हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, बजाज लाइफ, एचडीएफसी सहित सभी प्रमुख बीमा कंपनियां भारतीय उपभोक्ताओं को यूलिप प्लान के असंख्य ऑफर करती हैं।
आइए खरीदारी का निर्णय लेने से पहले यूलिप प्लान की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
यूलिप प्लान का महत्व क्या है?
यूलिप प्लान आपको 18 साल की उम्र में जल्दी निवेश करने की अनुमति देता है। जब कोई पॉलिसीधारक यूलिप प्लान के लिए नियमित प्रीमियम का भुगतान करता है, तो बीमाकर्ता जीवन बीमा कवर के लिए इसके एक हिस्से का उपयोग करता है। शेष राशि का उपयोग विभिन्न ऋण और इक्विटी निवेशों के लिए किया जाता है, इस प्रकार आपके रिटायरमेंट के बाद के जीवन को वित्तीय रूप से समर्थन देने के लिए पर्याप्त धन जमा होता है। ऐसी योजनाओं का सबसे अनिवार्य हिस्सा यह है कि पॉलिसीधारक लॉक-इन अवधि के बाद किसी भी समय पॉलिसी का कार्यकाल निर्धारित कर सकता है और बाहर निकल सकता है। यूलिप रिटायर होने और रिटायरमेंट के बाद जीवन का आनंद लेना शुरू करने का निर्णय लेने की सुविधा प्रदान करता है।
यूलिप प्लान की म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? बेहतर समझ के लिए यहां एक उदाहरण दिया गया है।
30 साल के कमल अपनी पत्नी के साथ यात्रा करने के लिए पर्याप्त धन के साथ 60 साल की उम्र में रिटायर होना चाहते हैं। वह नियमित और संभावित खर्चों जैसे कि घरेलू आवश्यक वस्तुओं, चिकित्सा बिलों, क्षति और मरम्मत आदि के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं, इस प्रकार, उन्होंने अनुमान लगाया कि सेवानिवृत्ति के बाद एक स्वतंत्र और आरामदायक जीवन जीने के लिए लगभग 5 करोड़ रुपये की आवश्यकता होनी चाहिए। कमल अब लगभग 15,000 रुपये के मासिक प्रीमियम के साथ यूलिप प्लान का विकल्प चुन सकते हैं। अपनी सेवानिवृत्ति के समय 60 वर्ष की आयु पर, वह अपनी आवश्यकताओं के आधार पर नियमित आय या एकमुश्त के रूप में रिटर्न प्राप्त करने का निर्णय ले सकता है। यूलिप प्लान आपको लाइफ़ कवर सुरक्षा प्रदान करते हुए आपके प्रीमियम को अपनी पसंद के फ़ंड के प्रकार में निवेश करके काम करते हैं।
यह कैसे काम करता है?
यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान के लिए आपके द्वारा भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम का उपयोग धन और जीवन बीमा बनाने के लिए किया जाता है। प्लान के शुरुआती वर्षों में, प्लान के खर्चों के लिए प्रीमियम की एक बड़ी राशि का उपयोग किया जाता है। बाद में, प्रीमियम को दो अलग-अलग खंडों में विभाजित किया जाता है- निवेश और बीमा।
आपकी पसंद के फंड में निवेश की गई राशि के लिए इकाइयां जारी की जाती हैं; यह ऋण, इक्विटी या दोनों का संयोजन हो सकता है। इकाइयों का आवंटन मूल निधि के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। शुरुआती 2 से 3 प्लान वर्षों में, उच्च खर्चों की कटौती के कारण, फंड का मूल्य कम रहेगा। इसके अलावा, मृत्यु दर में भी मासिक रूप से कटौती की जाएगी। यह किसी व्यक्ति को जीवन बीमा प्रदान करने के लिए बीमा राशि है और आपके द्वारा चुने गए फंड मूल्य के रूप में बदल जाएगी। इन फंडों के रखरखाव के लिए, एक राशि जिसे फंड प्रबंधन शुल्क के रूप में संदर्भित किया जाता है, काट लिया जाएगा।
Mutual Funds: 167 रुपये रोजाना बचाए तो रिटायरमेंट पर मिलेंगे 11.33 करोड़ रुपये! क्या आप जानते हैं ये तरीका?
Mutual Fund SIP Investment: म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए निवेश करके आप लंबी अवधि में करोड़ों रुपये बना सकते हैं. याद रहे कि म्यूचुअल फंड में निवेश लक्ष्य आधारित होता है. मतलब जिंदगी के कई पड़ावों में आपको कहां कहां पैसों की जरूरत होती है, इस लक्ष्य को सामने रखकर निवेश करना चाहिए.
- 167 रुपये बचा कर पाएं 11.33 करोड़ रुपये
- छोटी सी उम्र से ही निवेश की शुरुआत करें
- म्यूचुअल फंड्स में SIP से बनेंगे करोड़पति
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नई दिल्ली: Mutual Fund SIP: कई मायनो में पैसा कमाना आसान होता है, लेकिन पैसे को बचाना और उसे सही जगह निवेश करना सबसे मुश्किल काम है. निवेश के कुछ मूल सिद्धांतों में सबसे जरूरी है कि, निवेश की शुरुआत जल्द से जल्द करना. म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट तो यहां तक सलाह देते हैं कि जिस दिन आप नौकरी पर लगें, उसी दिन से रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू कर दें.
छोटी सी उम्र से ही निवेश की शुरुआत करें
निवेश के कई विकल्प हैं, सबकी अपनी खासियत और अहमियत है. निवेश सलाहकार हमेशा कम उम्र से ही निवेश शुरू करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इसमें आपको निवेश की एक लंबी अवधि मिलती और साथ ही रिस्क लेने की क्षमता भी ज्यादा होती है. म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए निवेश करके आप लंबी अवधि में करोड़ों रुपये बना सकते हैं.
ध्यान रहे कि म्यूचुअल फंड में निवेश लक्ष्य आधारित होता है. मतलब जिंदगी के कई पड़ावों में आपको कहां कहां पैसों की जरूरत होती है, इस लक्ष्य को सामने रखकर निवेश करना चाहिए. जैसे घर खरीदना, शादी करना, कार खरीदना, बच्चों की पढ़ाई और फिर उनकी शादी वगैरह. आप विदेश घूमने जाना चाहते हैं तो उसके लिए भी SIP के जरिए निवेश करना चाहिए.
म्यूचुअल फंड्स में SIP से बनेंगे करोड़पति
फिलहाल हम आपको एक मोटा-मोटा कैलकुलेशन दिखा रहे हैं. मान लीजिए आपने 25 साल की उम्र में ही SIP के जरिए निवेश करना शुरू कर दिया. हर महीने 5000 रुपये यानी दिन का 167 रुपये भी अगर बचाकर SIP के जरिए म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर दिया तो रिटायरमेंट की उम्र यानी 60 साल में आपके पास 11.33 म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? करोड़ की मोटी रकम होगी. याद रहे कि SIP में आपको सालाना 10 परसेंट का इजाफा भी करते रहना है. समझिए ये कैलकुलेशन
मंथली निवेश 5000 रुपये
अनुमानित रिटर्न 14%
सालाना SIP बढ़ोतरी 10%
कुल निवेश अवधि 35 साल
कुल निवेश 1.62 करोड़ रुपये
कुल रिटर्न 9.70 करोड़ रुपये
मैच्योरिटी अमाउंट 11.33 करोड़ रुपये
इस बात का ध्यान रहे
तो आपने म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? देखा कि कैसे आप सिर्फ 5000 रुपये मंथली SIP के जरिए रिटायरमेंट तक 11.3 करोड़ रुपये का भारी भरकम अमाउंट जमा कर सकते हैं. लेकिन एक बात याद रहे कि हर साल जब आपकी सैलरी बढ़े तो उसी हिसाब से आपको अपना SIP निवेश भी बढ़ाना है. 35 साल की लंबी अवधि में आपको कंपाउंडिंग का जबर्दस्त फायदा मिलता है. म्यूचुअल फंड लंबी अवधि में आपको 12-16 परसेंट सालाना का रिटर्न देते हैं. जब आप हर साल निवेश बढ़ाते रहते हैं तो आप रिटायरमें के काफी पहले ही करोड़पति बन चुके म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? होते हैं, आपके रिटायरमेंट तक इतना पैसा इकट्टा हो चुका होता है कि आप अपनी जिंदगी आराम से काट सकते हैं.
Mutual Fund SIP : रोज 333 रुपए का निवेश आपके रिटायरमेंट को बना सकता है आसान, जानिए कैसे
लांग टर्म में म्यूचुअल फंड निवेश ने काफी हाई रिटर्न दिया है और वे रिटायरमेंट के बाद आपकी जिंदगी को काफी आसान बना सकते हैं। सेबी ने इन योजनाओं को एक अलग श्रेणी के रूप में नामित किया है ताकि निवेशक व्यवस्थित तरीके से अपनी रिटायरमेंट की योजना को तैयार कर सकें। इन रिटायरमेंट स्कीम की अवधि 5 वर्ष या रिटायरमेंट तक है।
रिटायरमेंट के लिए कितना फंड रहेगा काफी, ऐसे करें पता। (एक्सप्रेस इलेस्ट्रेशन)
म्यूचुअल फंड रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए एक शानदार विकल्प हैं क्योंकि वे आपके पैसे को कई तरह के शेयरों, डेट स्टॉक और मनी मार्केट सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। लांग टर्म में म्यूचुअल फंड निवेश ने काफी हाई रिटर्न दिया है म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? और वे रिटायरमेंट के बाद आपकी जिंदगी को काफी आसान बना सकते हैं। सेबी ने इन योजनाओं को एक अलग श्रेणी के रूप में नामित किया है ताकि निवेशक व्यवस्थित तरीके से अपनी रिटायरमेंट की योजना को तैयार कर सकें। इन रिटायरमेंट स्कीम की अवधि 5 वर्ष या रिटायरमेंट तक है।
अपने रिटायरमेंट इंवेस्टमेंट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए निवेशकों को लंबे समय तक शामिल रखने के लिए यह एक प्रभावी रणनीति है। खास बात तो यह है ऐसी स्कीम में आपको ज्यादा रुपया निवेश करने की भी जरुरत नहीं है। रोज 333 रुपए का निवेश आपको काफी मदद कर सकता है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर ऐसे कौन से रिटायरमेंट फंड हैं, जो आपकी जिंगदी को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं।
एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड – इक्विटी प्लान
एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड इक्विटी प्लान डायरेक्ट-ग्रोथ के पास 1,777 करोड़ की प्रबंधन के तहत संपत्ति है, जिससे यह अपनी श्रेणी में एक मीडियम साइज फंड बन गया। फंड का एक्सपेंस रेश्यो 0.98 फीसदी है, जोकि अधिकांश अन्य मल्टी कैप फंडों द्वारा लगाए गए एक्सपेंस रेश्यो से अधिक है। एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड इक्विटी प्लान डायरेक्ट-ग्रोथ का पिछले एक साल का रिटर्न 60.08 फीसदी है। इसने अपनी स्थापना के बाद से प्रति वर्ष औसतन 21.44 फीसदी का रिटर्न दिया है। आप इस योजना में लगातार रिटर्न प्राप्त करने के लिए हर महीने 10,000 रुपए की एसआईपी के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं। अगर आप 10 हजार रुपए एकमुश्त म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? जमा करते हैं तो पांच वर्षों में 22,297 रुपए हो जाएंगे। यानी आपको 12,297 रुपए का लाभ होगा। दिलचस्प बात यह है कि ज्यादातर मामलों में, ये रिटायरमेंट स्कीम उन लोगों के लिए हैं जो अपने निवेश के साथ लापरवाह हैं और अपना पैसा नहीं रख सकते हैं। इन म्यूचुअल फंड में 5 साल या रिटायरमेंट का लॉक-इन पीरियड होता है।
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एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड – हाइब्रिड इक्विटी प्लान
एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड – हाइब्रिड इक्विटी प्लान डायरेक्ट-ग्रोथ का एयूएम 684 करोड़ रुपए है। फंड का एक्सपेंस रेशियो 1.28 फीसदी है, जो कि ज्यादातर दूसरे एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स द्वारा चार्ज किए गए एक्सपेंस रेशियो से ज्यादा है। फंड में अब 66.08 प्रतिशत स्टॉक एलोकेशन और 15.85 प्रतिशत डेट एलोकेशन है। एचडीएफसी रिटायरमेंट सेविंग्स फंड – हाइब्रिड इक्विटी प्लान डायरेक्ट-ग्रोथ का 1 साल का रिटर्न 42.98 प्रतिशत है। इसकी स्थापना के बाद से इसका औसत वार्षिक रिटर्न 19.13 प्रतिशत रहा है। अगर आप लगातार तीन साल हर महीने 10 हजार रुपए की एसआईपी करते हैं तो आपका कुल निवेश 3.60 रुपए हो जाएगा। साथ ही आपको इस दौरान मिलने वाला ब्याज 1.56 लाख रुपए होगा। यानी आपके पास कुल रकम 5.16 लाख रुपए हो जाएगी।
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स प्रोग्रेसिव प्लान
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स फंड प्रोग्रेसिव प्लान डायरेक्ट-ग्रोथ का एयूएम 1,127 करोड़ रुपए है। फंड का एक्सपेंस रेश्यो 0.68 प्रतिशत है, जो अधिकांश अन्य मल्टी कैप फंडों द्वारा लगाए गए एक्सपेंस रेश्यो से कम है। इस फंड ने एक साल में 39.79 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसकी स्थापना के बाद से इसका औसत वार्षिक रिटर्न 17.02 प्रतिशत रहा है। हर दो साल में फंड ने निवेश को चार गुना कर दिया है। अगर आप हर महीने 10 हजार रुपए की एसआईपी करते हैं तो आपका कुल निवेश 6 लाख रुपए होगा और ब्याज म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? की रकम 3.35 लाख रुपए के साथ पांच साल में आपको 9.35 लाख रुपए मिल जाएंगे।
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स मॉडरेट फंड
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स फंड मॉडरेट प्लान डायरेक्ट-ग्रोथ का एयूएम 1,493 करोड़ रुपए का है। फंड का एक्सपेंस रेशियो 0.66 फीसदी है, जो कि ज्यादातर दूसरे एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स द्वारा चार्ज किए गए एक्सपेंस रेशियो से कम है। बीते एक साल में इस फंड ने 34.14 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसने अपनी स्थापना के बाद से हर साल औसतन 16.92 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। अगर आप महीने में 10 हजार रुपए की एसआईपी करते हैं तो पांच साल के बाद आपको 2.93 लाख रुपए के प्रोफिट के साथ 8.93 लाख रुपए मिलेंगे।
निप्पॉन इंडिया रिटायरमेंट फंड – वेल्थ क्रिएशन स्कीम
निप्पॉन इंडिया रिटायरमेंट फंड – वेल्थ क्रिएशन स्कीम डायरेक्ट-ग्रोथ 2,169 करोड़ का एयूएम है। फंड का एक्सपेंस रेश्यो 1.15 फीसदी है, जोकि अधिकांश अन्य मल्टी कैप फंडों द्वारा लगाए गए व्यय अनुपात से अधिक है। बीते एक साल में इस फंड ने 48.49 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसकी स्थापना के बाद से इसका औसत वार्षिक रिटर्न 9.34 प्रतिशत रहा है। अगर आप हर महीने 10 हजार रुपए का निवेश करते हैं तो पांय साल के बाद प्रिंसीपल अमाउंट 6 लाख रुपए के साथ 2.29 लाख रुपए का प्रोफिट भी मिलेगा।
एक्सपर्ट की सलाह से करें निवेश
म्यूचुअल फंड बाजार जोखिम के अधीन होते हैं, ऐसे में हम आपको किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह बिल्कुल भी नहीं दे रहे हैं। इसके लिए आप किसी एक्सपर्ट से सलाह कर सकते हैं, जोकि सेबी से रजिस्टर्ड हो, ताकि आपका रुपया सेफ रहे।
रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए इन 5 इन्वेस्टमेंट प्लान पर करें विचार, 60 के बाद भी रहेगी आपकी ठाठ
Investment Plans for Retirement: रिटायरमेंट की योजना बनाना उतना ही जरूरी है जितना कि जीवन जीने के लिए कमाई करना। रिटायरमेंट प्लान कैसे बनाए यह एक बड़ी चुनौती होती है। इसलिए आपके रिटायरमेंट यात्रा के लिए हम 5 सबसे बढ़िया निवेश विकल्प बता रहे है।
Investment Plans for Retirement: जिस व्यक्ति ने अभी अभी कमाई करना शुरू किया है अगर उससे रिटायरमेंट के लिए योजना बनाने की बात कही जाए तो इसे टालकर वर्तमान योजनाओं पर ध्यान दे सकता है, क्योंकि वह उज्ज्वल भविष्य की योजनाएं समझने में समर्थ नहीं है शायद। लेकिन जैसे जैसे समय बीतता जाता है आपको रिटायरमेंट फंड में अधिक निवेश करना पड़ सकता है। बहुत से व्यक्ति रिटायरमेंट प्लान के लिए प्रतीक्षा करते है, ऐसा करते हुए समय कब बीत जाता है उन्ह पता ही नहीं चलता। ऐसे में जब तक आप बिंदु पर नहीं पहुंच जाते तब तक प्रतीक्षा क्यों करें? रिटायरमेंट के बाद स्वस्थ जीवन शैली का आनंद लेने के लिए अपनी कमाई को तुरंत निवेश करने के कुछ बढ़िया तरीकों की जांच करें।
क्यों जरूरी है रिटायरमेंट प्लानिंग?
रिटायरमेंट की योजना बनाना उतना ही अनिवार्य है जितना कि जीवन जीने के लिए कमाई करना। इनकम का एक्टिव सोर्स नहीं रहने के बाद रिटायरमेंट प्लान इसे बनाए रखने में मदद करती है। यह सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति अपना शेष जीवन शांतिपूर्वक तरीके से व्यतीत करें। रिटायरमेंट प्लान यह भी सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति किसी पर निर्भर नहीं रहेगा और हाथ में धन लेकर अपने खर्चों का मैनेज करेगा।
आपको किन वित्तीय साधनों में निवेश करना चाहिए?
वैसे तो बाजार में चुनने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन नीचे 5 सबसे अच्छे विकल्प दिए गए हैं, जिनमें रिटायरमेंट के लिए निवेश करने पर विचार किया जा सकता है।
5 Best Investment Plan for Retirement
1. पेंशन योजनाएं (Pension Plan)
लांग टर्म में एक फाइनेंसियल कुशन बनाने के पेंशन योजनाओं को मूल रूप से रिटायरमेंट प्लान के रूप में ही डिजाइन किया गया था। पेंशन योजना (Pension Plan) में निवेश करने वाले व्यक्ति को रिटायरमेंट के समय तक मासिक आधार पर एक पूर्व निर्धारित राशि का योगदान करना होता है और संचित राशि व्यक्ति के रिटायरमेंट के समय पेंशन या वार्षिकी के रूप में वापस दी जाती है।
इसके आलवा कई प्रकार के प्लांस भी उपलब्ध हैं जैसे कि इमीडियेट एन्युटी प्लांस, लाइफ एन्युटी प्लांस, संपूर्ण जीवन यूलिप, NPS आदि। ये योजनाएं टैक्स छूट, निकासी में लचीलापन आदि जैसे कई लाभों के साथ आती हैं। बताये गए योजनाएं में निवेश करने से पहले मासिक खर्च, मुद्रास्फीति दर, मेडिकल एक्सपेंस, एसेट और लोन पर विचार करना चाहिए।
2. सामान्य भविष्य निधि (Public Provident Fund )
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) सरकार द्वारा लोगों के बीच बचत की आदतों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई एक योजना है। पीपीएफ ब्याज दरें सरकार द्वारा तिमाही आधार पर घोषित की जाती हैं और ये आमतौर पर बचत खातों के लिए ब्याज दरों से अधिक होती हैं। फंड की मैच्योरिटी अवधि 15 साल है जिसे मैच्योरिटी के बाद अगले पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है। सभी चरणों को टैक्स छूट दी गई है। आप अधिकतम हर साल 1,50,000 का निवेश कर सकते है।
3. बैंक डिपाजिट (Bank Deposit)
कोई भी बचत खाता पारंपरिक रूप से रिटायरमेंट प्लान का हिस्सा बन सकता है। RD या FD में निवेश अधिक ब्याज की गारंटी देता है। इन राशियों को लंबी अवधि के लिए RD या FD में रखने से मिलने वाला ब्याज आपके लिए सम्मानजनक राशि हो सकता है। लेकिन फिक्स्ड डिपाजिट से रिटर्न बहुत कम है इसलिए वे मुद्रास्फीति को मात देने में सक्षम नहीं हो सकते हैं जो आपके निवेश के मूल्य म्यूचुअल फंड्स के साथ अपना रिटायरमेंट कैसे प्लान करें? को प्रभावी ढंग से कम कर देगा।
4. म्यूचुअल फंड्स (Mutual Fund)
12 से 15% तक के उच्च रिटर्न के साथ, म्यूचुअल फंड आदर्श निजी योजनाएं हैं जो किसी को रिटायरमेंट के लिए एक बड़ा फंड बनाने में मदद करती हैं। लंबी अवधि के क्षितिज को ध्यान में रखते हुए निवेश करने से कंपाउंडिंग की शक्ति को उजागर करने में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों द्वारा अक्सर यह सलाह दी जाती है कि जब कोई छोटा होता है और कम जिम्मेदारियां और अधिक जोखिम लेने की क्षमता होती है, तो उसे इक्विटी म्यूचुअल फंड का विकल्प चुनना चाहिए। उम्र और जिम्मेदारियों में वृद्धि के साथ डेट फंड और बैलेंस्ड फंड की ओर धीरे-धीरे स्विच किया जा सकता है।
5. सोना और चांदी (Gold And Silver)
सोना और चांदी जैसी धातुएं समय के साथ अपनी चमक नहीं खोती हैं। ज्यादातर मामलों में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी है। इसलिए सोने और चांदी में कुछ राशि को आभूषण के रूप में नहीं बल्कि एक कमोडिटी के रूप में रखना समझदारी है, जिसे गोल्ड फंड या गोल्ड ईटीएफ में निवेश करके किया जा सकता है।