शुरुआती लोगों के लिए अवसर

आईएफसी बाजार खाता खोलना

आईएफसी बाजार खाता खोलना

आईएफसी बाजार खाता खोलना

देश में बुनियादी ढांचे के लिए कर्ज मुहैया कराने वाली कंपनी के रूप में गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) खोलने की आईसीआईसीआई बैंक और ऐक्सिस बैंक की योजना में भारतीय रिजर्व बैंक रोड़े अटका सकता है। दोनों बैंकों ने रिजर्व बैंक के पास इन्फ्रा एनबीएफसी खोलने के लिए आवेदन किया था। दोनों ने ही रिजर्व बैंक को अपनी विस्तृत कारोबारी योजना सौंप दी है।
फरवरी में रिजर्व बैंक ने एनबीएफसी-आईएफसी नाम से एनबीएफसी की नई श्रेणी शुरू की। जिन वित्तीय संस्थाओं का बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 75 फीसदी निवेश होता है उन्हें ही यह दर्जा मिलता है। हाल ही में रिजर्व बैंक ने इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ऐंड फाइनैंस कंपनी (आईडीएफसी) को इन्फ्रा-एनबीएफसी का दर्जा दिया है। इन कंपनियों को कर लाभ के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड जारी करने, फंड उगाही का विकल्प मिलता है जो परिसंपत्ति वित्तीय कंपनी, ऋण कंपनी और निवेश कंपनी को नहीं मिलता है।
इस बारे में आईसीआईसीआई बैंक ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। ऐक्सिस बैंक ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, 'ऐक्सिस बैंक बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर काफी ध्यान दे रहा है और इस क्षेत्र की परियोजनाओं में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहता है। ऐसे में बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर ध्यान देने के लिए अगर एक एनबीएफसी होगी, तो बैंक के लिए इस क्षेत्र की परियोजनाओं के विकास में शामिल होना आसान रहेगा।' लेकिन रिजर्व बैंक को इस बात से आपत्ति है या नहीं इस बारे में बैंक ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। बैंक ने बताया, 'रिजर्व बैंक की जरूरी अनुमति मिलने के बाद हम जल्द से जल्द एनबीएफसी शुरू करेंगे।' ऐक्सिस बैंक के कुल गैर खुदरा ऋण में बुनियादी ढांचा क्षेत्र की हिस्सेदाारी 18-20 फीसदी ही है।
उद्योग सूत्रों ने बताया कि परिसंपत्ति-देनदारी में अंतर होने के कारण बैंकों को यह रणनीति अपनानी पड़ रही है। एक इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी के मुख्य कार्यकारी ने बताया, 'बैंकों के ऋण काफी छोटी अवधि के होते हैं जबकि बुनियादी ढांचा क्षेत्र को दिए गए ऋण लंबी अवधि के होते हैं कई मामलों में 15-20 साल तक। इसके अलावा एनबीएफसी पर नकद आरक्षी अनुपात और वैधानिक आरक्षी अनुपात बरकरार रखने का दबाव भी नहीं होता है।'
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष के दौरान बैंकों द्वारा दिए गए ऋणों में 1 साल से 3 साल की अवधि वाले ऋण की हिस्सेदारी काफी अधिक थी। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने कहा कि सरकारी बैंकों के लिए परिसंपत्ति और देनदारी में अंतर काफी अधिक रहा। रिजर्व बैंक ने पिछले वित्त वर्ष की चलन एवं विकास रिपोर्ट में कहा है, 'नए निजी बैकों ने मध्यम और लंबी अवधि की जमाओं में काफी रुचि दिखाई है। जबकि उन्होंने छोटी अवधि के ऋण अधिक दिए हैं।'

आईएफएससी फ़ाइंडर

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Sukanya Samriddhi Account: पोस्ट ऑफिस अकाउंट में ऑनलाइन ऐसे जमा करें पैसा, जानिए तरीका

Sukanya Samriddhi Account holder how to deposit money online in post office account

नई दिल्ली, आईएफसी बाजार खाता खोलना बिजनेस डेस्क। सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बालिका बचत योजना के तौर पर एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है। इसमें माता-पिता अपनी बच्ची के भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं। सरकार समर्थित इस योजना में 7.6% की दर से ब्याज मिलता है। इसकी मैच्योरिटी पीरियड 21 वर्ष और निवेश अवधि 15 वर्ष होती है। SSY खाता खोलने की सामान्य आयु-सीमा बच्चे के जन्म की तारीख से 10 वर्ष तक है। साथ ही खाता खोलने के लिए भारत का निवासी होना चाहिए। एक बार जब बच्ची 18 वर्ष की आयु तक पहुंच जाती है, तो वह खाताधारक बन जाएगी।

इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) के माध्यम से सुकन्या समृद्धि खाते कैसे ट्रांसफर करें पैसा, जानिए

  • अपने बैंक खाते से IPPB खाते में पैसे जोड़ें।
  • डीओपी उत्पादों पर जाएं। सुकन्या समृद्धि खाता चुनें।
  • अपना SSY अकाउंट नंबर और फिर DOP ग्राहक आईडी लिखें।
  • किस्त की अवधि और राशि चुनें।
  • IPPB आपको IPPB मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से किए गए सफल पेमेंट ट्रांसफर के लिए सूचित करेगा।

UCO Bank hike fd rate after RBI increase Repo rate (Jagran File Photo)

DakPay Digital Payments App

हाल ही में सरकार ने डाकपे डिजिटल भुगतान एप लॉन्च किया है। इसका उपयोग डाकघर और आईपीपीबी ग्राहक भी कर सकते हैं। DakPay इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी की ओर से दी गई डिजिटल वित्तीय और सहायक बैंकिंग सेवाएं देता है। इसके जरिये पैसे भेजने, क्यूआर कोड को स्कैन करने व्यापारियों के लिए डिजिटल रूप से भुगतान करने जैसी सेवाओं मिलती हैं।

ऑनलाइन कैसे चेक करें SSY अकाउंट बैलेंस

अपने संबंधित बैंक में आवेदन करें और अपने SSY खाते के लॉगिन क्रेडेंशियल जुटाएं। केवल कुछ ही बैंक अपने खाताधारकों को SSY खाता बैलेंस ऑनलाइन चेक करने दे रहे हैं)

SBI, ICICI और HDFC BANK में ऑनलाइन पीपीएफ खाता कैसे खोलें

SBI, ICICI और HDFC BANK में ऑनलाइन पीपीएफ खाता कैसे खोलें-

डाकघर बचत योजनाओं में, पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट (PPF) की 7.1 प्रतिशत प्रति वर्ष (यौगिक वार्षिक) की उच्च ब्याज दर के कारण निवेशकों के बीच सबसे अधिक अपील है, जो कि बैंक सावधि जमा पर वर्तमान ब्याज दरों से अधिक है। पीपीएफ में निवेश लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक ठोस विकल्प है जो एक महत्वपूर्ण वित्तीय भाग्य बनाना चाहते हैं क्योंकि इसकी परिपक्वता अवधि 15 वर्ष है और अंतर्निहित तरलता विकल्प के अपने फायदे हैं, जैसा कि आप जानते हैं। अपने नजदीकी डाकघर में जाकर पीपीएफ खाता खोला जा सकता है, लेकिन इस डिजिटल युग में कोई बाहर निकलना नहीं चाहता। नतीजतन, जो निवेशक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्रमुख बैंकों के साथ खाता पंजीकृत करना चाहते हैं, वे डिजिटल रूप से ऐसा कर सकते हैं।

पात्रता और जमा सीमा

एक निवासी भारतीय नागरिक, या नाबालिग या विकृत दिमाग के व्यक्ति की ओर से अभिभावक, एक पीपीएफ खाते तक सीमित है, जिसे देश के किसी भी डाकघर या बैंक में खोला जा सकता है। न्यूनतम जमा रु. 500 रुपये की अधिकतम वार्षिक जमा सीमा के साथ खाता खोलने के लिए 500 की आवश्यकता है। 1.5 लाख।

खाताधारक एकमुश्त या किश्तों में जमा कर सकते हैं। जमाकर्ता आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कर कटौती के लिए भी पात्र हैं, जिसे निवेशकों को ध्यान में रखना चाहिए। एक पीपीएफ खाता बंद कर दिया जाएगा यदि न्यूनतम जमा राशि रु। 500 किसी भी वित्तीय वर्ष में नहीं बनता है।

यदि किसी वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 500/- रुपये जमा नहीं किया जाता है, तो पीपीएफ खाता बंद कर दिया जाएगा। जमाकर्ता रु. का न्यूनतम शुल्क जमा करके एक समाप्त खाते को पुनः आरंभ कर सकता है। 500 प्लस रु. खाता परिपक्व होने तक प्रत्येक छूटे हुए वर्ष के लिए 50 डिफ़ॉल्ट शुल्क।

यह भी देखें- Fixed Deposit: एसबीआई, आईसीआईसीआई और एचडीएफसी (एफडी) पर मिलने वाली ब्याज दरें

एसबीआई के साथ ऑनलाइन पीपीएफ खाता खोलने के स्टेप्स-

एक ऑनलाइन पीपीएफ खाता खोलने के लिए, आपके पास एक सक्रिय एसबीआई बचत खाता, एक सक्रिय नेट बैंकिंग खाता होना चाहिए, आपका बचत खाता आधार से जुड़ा होना चाहिए, और आपके पास अपना मोबाइल नंबर होना चाहिए।

1.https://www.onlinesbi.com/ पर जाएं और 'पर्सनल बैंकिंग' सेक्शन के तहत 'लॉगिन' पर क्लिक करें।
2.अब आप इस पेज https://retail.onlinesbi.com/retail/login.htm पर रीडायरेक्ट हो जाएंगे जहां आपको 'Continue To Login' पर क्लिक करना होगा।
3.अब 'लॉगिन टू ऑनलाइन एसबीआई' सेक्शन के तहत, अपना लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें और 'लॉगिन' पर क्लिक करें।
4.अब 'रिक्वेस्ट एंड इंक्वायरी' ऑप्शन के तहत 'न्यू पीपीएफ अकाउंट' पर क्लिक करें।
5.अब 'Apply For PPF Account' सेक्शन के तहत, आवश्यक विवरण जैसे नाम, पता, CIF नंबर और PAN दर्ज करें।
6.अगर आप अवयस्क की ओर से पीपीएफ खाता खोल रहे हैं तो बॉक्स पर टिक करें और शाखा कोड दर्ज करें। आईएफसी बाजार खाता खोलना
7.अब 'शाखा नाम प्राप्त करें' पर क्लिक करें और अगले पृष्ठ पर नामांकन विवरण दर्ज करें।
8.अब 'सबमिट' पर क्लिक करें और सफलतापूर्वक सत्यापन के बाद, आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक पुष्टिकरण संदेश प्राप्त होगा।
9.अब 'पीपीएफ ऑनलाइन आवेदन प्रिंट करें' टैब पर क्लिक करें और उसका प्रिंट आउट लें। केवाईसी दस्तावेजों के साथ आवेदन पत्र के साथ अपनी नजदीकी शाखा में जाएं और इसे ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के 30 दिनों के भीतर जमा करें।

एचडीएफसी बैंक के साथ ऑनलाइन पीपीएफ खाता खोलने के स्टेप्स-

एचडीएफसी बैंक के ग्राहक ऑनलाइन पीपीएफ खाता भी बना सकते हैं, लेकिन उनके पास अपने केवाईसी दस्तावेज होने चाहिए, जैसे कि पहचान का प्रमाण और निवास का प्रमाण। उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि उनके पास एक बचत खाता और एक सक्रिय नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग खाता होना चाहिए, उनका बचत खाता आधार से जुड़ा होना चाहिए, और उनके पास आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर होना चाहिए।


1.अपने खाते में साइन इन करने के लिए https://netbanking.hdfcbank.com/netbanking/ पर जाएं और अपना ग्राहक आईडी/उपयोगकर्ता आईडी नंबर दर्ज करें।
2.'ऑफ़र' अनुभाग के अंतर्गत, 'सार्वजनिक भविष्य निधि' पर क्लिक करें और नियम और शर्तों की पुष्टि करें।
3.अब आवश्यक निवेश राशि दर्ज करें, और यदि कोई हो तो नामांकित व्यक्ति का विवरण दर्ज करें।
4.अब व्यक्तिगत विवरण दर्ज करें और अपने बचत खाते का चयन करें जिससे आप पीपीएफ योगदान राशि में कटौती करना चाहते हैं।
5.अब आवेदन पत्र जमा करें और आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर और ईमेल पते पर एक सफल संदेश प्राप्त होगा।
6.एक बार जब आप अपना पीपीएफ खाता ऑनलाइन स्थापित कर लेते हैं तो आप अपने बचत खाते से सीधे अपने पीपीएफ खाते में धनराशि स्थानांतरित कर सकते हैं।

यह भी देखें- 5 टैक्स सेविंग तकनीक जिन पर आपको ध्यान देने की जरूरत

ऑनलाइन आईसीआईसीआई बैंक के साथ पीपीएफ खाता खोलने के स्टेप्स-

आईसीआईसीआई बैंक के ग्राहक नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करके ऑनलाइन पीपीएफ खाता खोल सकते हैं। ऐसा करने के लिए, नीचे दिए गए चरणों का पालन करें।

नेट बैंकिंग के माध्यम से

1.https://www.icicibank.com/Personal-Banking/investments/ppf/ppf.page पर जाएं और 'अभी आवेदन करें' पर क्लिक करें।
2.अगले पृष्ठ पर 'इंटरनेट बैंकिंग में लॉगिन' अनुभाग के अंतर्गत अपने खाते में साइन इन करने के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें।
3.अब 'बैंक अकाउंट' सेक्शन में जाएं और 'पीपीएफ' चुनें।
4.अब योगदान राशि दर्ज करें और 'आगे बढ़ें' पर क्लिक करें।
5.अब अपने मोबाइल नंबर पर प्राप्त आधार नंबर और ओटीपी दर्ज करके ई-हस्ताक्षर प्रक्रिया को पूरा करें।
6.अब आपको पेज पर एक सफल मैसेज मिलेगा।

मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से

1.अपने मोबाइल फोन पर आईसीआईसीआई बैंक आईमोबाइल पे ऐप खोलें और अपने मोबाइल बैंकिंग खाते में साइन इन करें।
2.अब PPF/NPS ऑप्शन पर टैप करें और फिर 'Apply Now' पर टैप करें।
3.ध्यान रखें कि आईसीआईसीआई बैंक में ऑनलाइन पीपीएफ खाता खोलने के लिए वैध आधार अनिवार्य है।
4.अब आपको 'पीपीएफ खाता लाभ' पृष्ठ पर पुनः निर्देशित किया जाएगा जहां आपको नियम और शर्तों को स्वीकार करने और 'लेट्स गेट स्टार्टेड' पर टैप करने की आवश्यकता है।
5.अब निवेश राशि दर्ज करें, अपना डेबिट खाता संख्या चुनें, और अपना व्यक्तिगत विवरण दर्ज करें और 'सबमिट' पर टैप करें।
6.अब अपना वैध आधार नंबर दर्ज करें और 'आगे बढ़ें' पर टैप करें।
7.अब 'ई-साइन सर्विस' सेक्शन में अपना आधार नंबर/वर्चुअल आईडी डालें और पावती स्वीकार करें।
8.अब 'रिक्वेस्ट ओटीपी' पर टैप करें और अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त वन-टाइम पासवर्ड डालें।
9.अब 'सबमिट' पर टैप करें और आपका ई-साइन वेरिफिकेशन सफल हो जाएगा।
10.अब आपको एक प्री-कन्फर्मेशन पेज मिलेगा, 'कन्फर्म' पर टैप करें और अगले पेज पर आपको यह मैसेज मिलेगा कि 'आपका पीपीएफ अकाउंट सफलतापूर्वक बन गया है'।
11.आप आवेदन को देख और डाउनलोड कर सकते हैं और 24 घंटे के भीतर पीपीएफ अनुभाग के तहत अपने खाते का विवरण देख सकते हैं।

धान बेचने के बाद किसान हुए पैसे के मोहताज, बैंक अफसर बोले- चिंता नहीं करें

महासमुंद. खरीदी केन्द्रों में धान बेचने के बाद भुगतान के लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की महासमुंद ब्रांच से संबद्ध आठ सोसाइटियों के करीब 700 किसान ऐसे हैं, जिनका खाता अन्य बैंकों में हैं, इनमें से अधिकांश किसानों को धान बेचने के पखवाड़े और महीनेभर बाद भी धान का भुगतान नहीं मिल पाया है। भुगतान के लिए किसान अपनी सोसाइटी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा महासमुंद और अपने खाते वाले बैंक का चक्कर लगा रहे हैं।

CG news

भुगतान नहीं मिलने की शिकायत लेकर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा महासमुंद में बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं। बुधवार को भी दर्जनों किसान धान विक्रय की पर्ची और अपना बैंक खाते लेकर यह पता करने पहुंचे थे कि धान बेचने के इतने दिनों बाद भी उनके खाते में पैसा क्यों नहीं आया है। किसानों ने पत्रिका को बताया कि धान बेचने के बाद अपने बैंक खाते में पैसा आने का इंतजार कर रहे हैं। बैंक जाकर पता करते हैं तो कहा जाता है कि आपके खाते में पैसा नहीं आया है। सोसाइटी जाकर पता करते हैं तो कहा जाता है कि हमने तो अपना काम कर दिया है। नाम, गांव, खाता नंबर, सहित धान क्रय की पूरी जानकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक महासमुंद ब्रांच को भेज दी है। आप वहीं जाकर पता करें। इधर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक महासमुंद ब्रांच आने पर शाखा प्रबंधक द्वारा कहा जाता है कि खाता नंबर, आईएफसी कोड या बैंक के नाम आदि दर्ज करने में त्रुटि हुई होगी, ऑपरेटर के पास जाकर सुधार करा लें। इस पर किसान ऑपरेटर के पास जाते हैं, लेकिन किसानों के प्रति ऑपरेटर का व्यवहार बहुत रुखा होता है। किसानों को सही जानकारी नहीं दी जाती और काम करने में टाल-मटोल किया जाता है। गांव-गांव से आए किसान घंटों खड़े रहते हैं।

पैसा नहीं मिलने से परेशान तो हैं ही, पैसा क्यों नहीं मिल रहा और कब तक मिलेगा, इसका जवाब नहीं मिलने से और भी परेशान हो जाते हैं। ऑपरेटर के सामने दयनीय मुद्रा में खड़े चार-पांच किसानों से पत्रिका टीम ने बातचीत कर उनका पीड़ा जानने की कोशिश की तो ऑपरेटर भड़क गया और अपनी कुर्सी से उठकर चला गया। किसानों का कहना था कि इसका तो यही रवैया है। ज्ञात हो कि भुगतान के लिए भटक रहे ज्यादातर किसान छोटे और मझोले किसान हैं, सालभर की मेहनत की कमाई हाथ आने में एक-एक दिन का इंतजार उन्हें बहुत भारी पड़ रहा है। वे रोज चक्कर काट रहे हैं।

साफ्टवेयर में अपडेट नहीं है खाते नंबर
पत्रिका पड़ताल में पता चला है कि धान खरीदी के पूर्व किसानों ने पंजीयन कराते समय बैंक पासबुक की छायाप्रति सहित बैंकिंग संव्यवहार की पूरी जानकारी दस्तावेज में दी थी। लेकिन साफ्टवेयर में कई किसानों की जानकारी गलत दर्ज की गई है। इसके चलते भी किसानों के खाते में राशि नहीं पहुंच पा रही है। अधिकारियों का कहना है कि हम किसानों को जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखाओं में खाते खोलने की अपील कर रहे हैं, ताकि ऐसी समस्याएं न हो।

एक-दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक महासमुंद ब्रांच के अंतर्गत झालखम्हरिया, नायकबांधा, कनेकेरा, पिटियाझर, खट्टी, बेलसोंडा, बरोंडाबाजार और खम्हरिया आठ सोसाइटियां हैं। इन सभी सोसाइटी क्षेत्र के किसान इस दिक्कत से जूझ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि सोसाइटी वाले सहकारी बैंक और अन्य बैंकों के खातेधारी सभी किसानों का एक लिस्ट बनाकर भेज देते हैं। इस कारण दिक्कत होती है। वहीं सोसाइटी वाले प्रमाण दिखाते हैं कि हमने अलग-अलग जानकारी भेजी है।

paddy

बैंक पहुंचे किसानों ने बताई अपनी पीड़ा
ग्राम लाफिनखुर्द के किसान पुरानिक साहू व दानवीर ने बताया कि उन्होंने बरोंडाबाजार समिति में ७-८ दिसंबर को धान बेचा है, लेकिन भुगतान अभी तक नहीं मिला है। लभराकला के शोभाराम निषाद ने बताया कि उन्होंने खट्टी सोसाइटी में धान बेचा है, उनका खाता जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक महासमुंद में है, फिर भी भुगतान अटका हुआ है। ऑपरेटर द्वारा ग्रामीण बैंक में पता करो कहा जा रहा है। इसी प्रकार लभराखुर्द के हेमलाल चंद्राकर ने बताया कि उनका खाता स्टेट बैंक में है, १३ तारीख को धान बेचा है। साराडीह के समारू बंजारे ने बताया उन्होंने बेलसोंडा सोसाइटी में ८ तारीख को धान बेचा है, उन्होंने छत्तीसगढ़ ग्रामीण आईएफसी बाजार खाता खोलना बैंक का खाता नंबर दिया है, लेकिन भुगतान अब तक नहीं मिला है।

खाते की फोटोकॉपी लेकर आरटीजीएस कर रहे
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक महासमुंद से धान के भुगतान की राशि एक्सिस बैंक को भेजी जाती है। एक्सिस बैंक से आरटीजीएस कर अन्य बैंकों में किसानों के खाते राशि भेजी जाती है। आईएफसी कोड या खाता नंबर गलत होने के कारण ऐसी दिक्कत आ रही हैं। ऐसे किसानों के खाते की फोटोकॉपी लेकर आरटीजीएस कर रहे हैं।
एनएस ठाकुर, शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक महासमुंद

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