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करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में?

करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में?
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करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में?

करंट अकॉउंट की सुविधा बिज़नेस चलाने वाले ग्राहकों को प्रदान की जाती है| यह रोजमर्रा के बिजनेस ट्रांजेक्‍शन करने की सहूलियत देता है। करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? करेंट अकाउंट में जमा पैसे को कार्यालयीन समय में बैंक की शाखा या एटीएम से निकाला करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? जा सकता है।

चालू खाता (Current Account) किसे कहते है चालू खाते के लाभ और नुकसान

Current Account

Step 1. Online Current Account खुलवाने के लिए सबसे पहले आपको SBI की वेबसाइट https://www.onlinesbi.com/ पर जाकर Apply for SBI/Current Account पर क्लिक करना होगा जिसमें आपको 2 ऑप्शन दिखेगें जिसमें आपको Current Account पर क्लिक करना हैं।

Step 2. इसके बाद आप एक नए पेज पर पहुंचेंगे जहां प्रॉसेस से जुड़ी जानकारी के साथ-साथ Start Now का विकल्प दिखेगा। इस पर क्लिक करने पर आपको तीन विकल्प Customer Application Form , Partially Filled Form , Print Account Opening Formदिखेगें।

Step 3. किसी एक विकल्प पर क्लिक करने पर उसके मुताबिक फॉर्म खुलेगा। Customer Information Sheet और Account Opening Form इसके दो हिस्से हैं। आप Customer Information Sheet भरने के बाद ही Account Opening Form भर पाएंगे।

Step 4. इसके बाद आपको ब्रांच का कोड, ब्रांच का नाम, पैन नंबर, जी एसटीएन, कॉन्टैक्ट नंबर आदि डिटेल्स भरकर Save and Continue बटन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आगे की Process करते जानी हैं।

Step 5. Online Account Opening Form भरकर आपको जमा करना हैं।

Step 6. Process Complete हो जाने के बाद आवेदक के बैंक करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक एप्लीकेशन रेफरेंस नंबर (ARN) आएगा। ARN का इस्तेमाल कर भरा हुआ Account Opening Form Download कर प्रिंट निकाल लें।

Step 7. भरे हुए अकाउंट ओपनिंग फॉर्म, फोटो और मान्य KYC दस्तावेज लेकर आपको बैंक ब्रांच में जाकर फ्रॉम जमा करना होगा और आपका Current Account खुल जाएगा।

चालू खाते और बचत खाते में अंतर

चालू खाताबचत खाता
Current Account में आप Unlimited Transaction कर सकते हैं।Saving Account में आप सिर्फ इतना ही पैसा निकाल सकते है जितनी बैंक ने लिमिट दी होती हैं।
करंट अकाउंट से आप को जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता हैं।सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर ब्याज दिया दिया जाता हैं।
करंट अकाउंट में आप को मिनिमम बैलेंस रखना होता हैं नहीं तो आपको इसके लिए चार्ज किया जायेगा।सेविंग अकाउंट में आप जीरो Balance पर भी अकाउंट खुलवा सकते है।
करंट अकाउंट में पैसे रखने की कोई लिमिट नहीं होती है।Saving Bank Account में बैलेंस रखने की लिमिट होती है अगर ज्यादा बैलेंस मेनटेन करते है तो टैक्स देना होता है।
सेविंग बैंक अकाउंट पर आप को कोई लिमिट या Terms and Conditions नहीं दिए जाते हैं।सेविंग अकाउंट कमर्चारियों, बिज़नेस करने वालों के लिए उपयोगी साबित करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? होता हैं।

चालू खाते के लाभ

  • Current Account में डिमांड ड्राफ्ट सुविधा से पैसा जमा करना और ट्रांसफर करना आसान हो जाता है।
  • इसमें बैंक डोर स्टेप बैंकिंग, टेलिफोनिक बैंकिंग, ऑनलाइन बैंकिग जैसे सुविधाएं देते हैं।
  • इस अकाउंट से लोन लेने में भी मदद मिलती है।
  • इसके कस्टमर देश में कहीं भी किसी भी ब्रांच से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।

चालू खाते के नुकसान

  • करंट अकाउंट में जमा होने वाले पैसों पर ब्याज नहीं मिलता है।
  • SBI में करंट अकाउंट में मिनिमम दस हजार रखने होते हैं।

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SBI में करेंट अकाउंट के हैं ये फायदे, जानें कितना कैश जमा कराने पर नहीं देना होता चार्ज

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहकों को करेंट अकाउंट पर कई सुविधाएं दी जाती हैं। मसलन उन्हें पांच लाख रुपये तक का कैश जमा कराने पर कोई चार्ज नहीं देना होता। एसबीआई अपने ग्राहकों को 8 तरह के रेगुलर करेंट अकाउंट की सुविधा देता है जिनके अलग-अलग करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? फीचर हैं।

SBI में करेंट अकाउंट के हैं ये फायदे, जानें कितना कैश जमा कराने पर नहीं देना होता चार्ज

स्टेट बैंकऑफ इंडिया।

ऐसे लोग जो रोजाना ट्रांजेक्शन करते हैं उनके लिए बैंक करेंट अकाउंट की सुविधा देता है। करेंट अकाउंट में ग्राहक को कुछ हद तक सेविंग अकाउंट से ज्यादा बेहतर सुविधाएं मिलती हैं। करेंट अकाउंट व्यक्ति, पार्टनरशिप फर्म्स, प्राइवेट और पब्लिक लिमिटेड कंपनियां, सोसायटी, ट्रस्ट आदि खुलवा सकते हैं। ऐसे व्यक्ति जो कि रोजाना लेन-देन नहीं करते हैं वे सेविंग खाता खुलवा सकते हैं। सेविंग्स बैंक अकाउंट सैलरी पाने वाले इंप्लॉई या मंथली इनकम कमाने वालों के लिए या फिर बचत के लिए अकाउंट खुलवाने के उद्देश्य से है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहकों को करेंट अकाउंट पर कई सुविधाएं दी जाती हैं। मसलन उन्हें पांच लाख रुपये तक का कैश जमा कराने पर कोई चार्ज नहीं देना होता। एसबीआई अपने ग्राहकों को 8 तरह के रेगुलर करेंट अकाउंट की सुविधा देता है जिनके अलग-अलग फीचर हैं।

इनमें गोल्ड करंट अकाउंट, डायमंड अकाउंट, प्लेटिनम करंट अकाउंट, पावर पीओएस करंट अकाउंट, सुरभि करंट अकाउंट, पावर ज्योति करंट अकाउंट और पावर ज्योति करंट अकाउंट शामिल हैं।

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एसबीआई के करेंट अकाउंट वाले ग्राहकों को पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर भी ऑफर किया जाता है। हालांकि यह वैकल्पिक होता है जिसे केवाईसी की प्रक्रिया पूरा करने के बाद ही मुहैया करवाया जाता है।

करेंट अकाउंट खुलवाने के साथ ही ग्राहकों को पहली 50 चेक की बुक फ्री में मिलती है। कस्टमर्स के लिए मैक्सिमम बैलेंस की कोई लिमिट नहीं होती। हर महीने न्यूनत बैलेंस की अनिवार्यता भी है जो कि पर्सनल बैंकिंग (ब्रांच) में 10000 रुपये है।

1 जनवरी से इस बैंक के बदल जाएंगे नियम. 10 हजार रुपये से ज्यादा पैसे जमा करने पर देना होगा चार्ज

नियम बदलने के चलते एक बैंक ने अपने ग्रहकों के लिए कैश निकालने और पैसा जमा करवाने के लिए लिमिट तय कर दी है. मतलब की अब एक जनवरी से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के अकाउंट होल्डरों से एक लिमिट खत्म होने के बाद कैश जमा करने और निकालने के लिए चार्ज वसूला जाएगा. इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में सेविंग और करंट अकाउंट में ग्राहक बिना चार्ज के महीने में 10,000 रुपये ही जमा कर पाएंगे.

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  • नई दिल्ली,
  • 20 दिसंबर 2021,
  • (Updated 20 दिसंबर 2021, 2:08 PM IST)

जमा करने और निकालने पर अलग-अलग चार्ज

1 जनवरी से लागू होंगे नए नियम

नया साल आने वाला है और इस दौरान कई चीजों के नियम और शर्तें बदल जाती हैं. नियम बदलने के चलते एक बैंक ने अपने ग्रहकों के लिए कैश निकालने और पैसा जमा करवाने के लिए लिमिट तय कर दी है. मतलब की अब एक जनवरी से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के अकाउंट होल्डरों से एक लिमिट खत्म होने के बाद कैश जमा करने और निकालने के लिए चार्ज वसूला जाएगा. इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में सेविंग और करंट अकाउंट में ग्राहक बिना चार्ज के महीने में 10,000 रुपये जमा कर पाएंगे, लेकिन इससे ज्यादा पैसे जमा करने या निकालने के लिए ग्राहकों को एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ेगा.

क्या हैं बेसिक सेविंग अकाउंट के नियम?
इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक अपने ग्राहकों को तीन तरह के सेविंग अकाउंट देता है, जोकि बेसिक सेविंग्स अकाउंट, सेविंग्स अकाउंट और करेंट अकाउंट हैं. इनमें से तीनों पर ग्रहकों को कुछ फीचर्स एक जैसे दिए गए हैं, जबकि कुछ में बदलाव किया गया है. बेसिक सेविंग्स अकाउंट से हर महीने चार बार कैश निकालना फ्री है. लेकिन इसके बाद हर निकासी पर ग्रहकों को 0.50% चार्ज देना होगा जो कम से कम 25 रुपये होगा. हालांकि बेसिक सेविंग्स अकाउंट में पैसा जमा करने करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? पर कोई चार्ज नहीं लगेगा.

जमा करने और निकालने पर अलग-अलग चार्ज
हालांकि बेसिक सेविंग अकाउंट के अलावा सेविंग और करंट अकाउंट में ट्रांजेक्शन जैसा कोई प्रावधान नहीं है. इस पर महीने में 10,000 रुपये जमा करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा, लेकिन अगर इस लिमिट से ज्यादा पैसे जमा करते हैं तो आपको कम से कम 25 रुपये का चार्ज देना करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? होगा. बेसिक सेविंग अकाउंट के अलावा दूसरे सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट से हर महीने 25,000 रुपये निकालने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा. हालांकि फ्री लिमिट के बाद हर बार पैसे निकालने पर कम से कम 25 रुपये चार्ज देना होगा.

1 जनवरी से लागू होंगे नए नियम
जानकारी के अनुसार नए चार्ज के नियम आने वाली 1 जनवरी 2022 से लागू हो जाएंगे. इनके ऊपर जीएसटी/सेस बैंकिंग के अन्य नियमों के मुताबिक लगाए जाएंगे. इससे पहले इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने 1 अगस्त 2021 से डोरस्टेप बैंकिंग चार्ज की नई दरों को लागू किया था. इसके लिए प्रति कस्टमर 20 रुपये का चार्ज तय किया गया था.

ब्याज दरों को भी किया गया था संशोधित
1 जुलाई, 2021 से बचत खातों पर ब्याज दर को संशोधित किया गया जो खाते की शेष राशि पर निर्भर करती है. 1 लाख रुपये तक करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? के खाते की शेष राशि को संशोधित कर 2.5 प्रतिशत प्रति वर्ष कर दिया गया, जबकि 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक की शेष राशि में कोई बदलाव नहीं हुआ है. खाताधारकों को प्रति वर्ष 2.75 प्रतिशत की कमाई जारी रहेगी. खाताधारकों के लिए पेआउट की फ्रीक्वेंसी त्रैमासिक रखी गई है.

QR कोर्ड है सबसे यूनीक फीचर
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के सेविंग्स अकाउंट का एक सबसे यूनीक फीचर QR कोर्ड है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसी भी बैंकिंग प्रोसेस के लिए जाने से पहले ग्राहक को खाता संख्या या कोई पासवर्ड याद रखने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि- क्यूआर कार्ड की मदद से खाताधारक के बायोमेट्रिक्स का उपयोग करके प्रमाणीकरण किया जा सकता है. आईपीपीबी खाते के माध्यम से एनईएफटी (NEFT), आईएमपीएस(IMPS),आरटीजीएस(RTGS)के फंड ट्रांसफर मोड का भी लाभ उठाया जा सकता है.

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