मार्किट आर्डर

तोह मुझे उम्मीद है की इस पोस्ट से आप बहुत ही आसानि से समझ गए होंगे की share मार्किट में कैसे trade होता है .और शेयर मार्किट में trade करने के लिए आपके पास क्या क्या रहना जरुरी है .और यह जानकारी जानके आपको कैसा लागा है आप जरुर मुझे बताये कमेंट बॉक्स में comment के जरिये .और इसके अलावा शेयर मार्किट से जुड़े और भी कोई जानकारी चाहिए तोह आप मुझे कमेंट करके बाता दीजियेगा में जरुर आपको जानकारी देने का कोशिस करूँगा .
SHARE MARKET KI PURI JANKARI HINDI ME
हेल्लो दोस्तों आज एकबार फिर से आप सभी को internet sikho में बहुत बहुत स्वागात है .दोस्तों क्या आप share मार्किट के बारे में जानते है ?की share मार्किट कैसे काम करता है ?और शेयर मार्किट में होता क्या है ?आप आगर शेयर मार्किट के बारे में जानने को इच्छुक है तोह आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े क्यों की यह पोस्ट में आपको शेयर मार्किट के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हु .
दोस्तों जब भी हम किसी बाज़ार का बात करते है तोह हम यह सोचने लगते है की ऐसा कोई बाज़ार होगा जहा हम जाकर पैसा देकर सामान खरीद सकते है या बेच सकते है .लेकिन अगर share मार्किट का बात करे तोह यह बिलकुल ही अलग है .share बाज़ार में कुछ भी खरीदने का और बेचने का पूरा तरीका computer के माध्यम से ही होता है .कोई भी share खरीदने या बेचने वाला अपने एजेंट के द्वारा exchange पर अपना आर्डर देता है और एक second में ही आपके pending order के automaticaly किसी और बेचने वाला या खरीदने वालो के आर्डर से जुड़ जाता है और आपका आर्डर पास हो जाता है .
share मार्किट में खरीदारी और बिकवाली 3 कडिया से यह हो पता है
share बाज़ार की तीन कडिया है ,1)stock excahnge ,2)broker ,3)broker stock exchange के सदस्य केबल वोह ही उस stock exchnge में खरीदारी और बिकवाली कर सकता है .यानि की आप सीधे जाकर कोई share खरीदारी या बिकवाली नहीं कर सकते है .आपको शेयर मार्किट में trade करने के लिए किसी भी broker के माध्यम से ही करना पड़ेगा .
दोस्तों इंडिया में 2 stock exchange से अपना share का खरीदारी और बिकवाली कर मार्किट आर्डर सकते है .1)BSE -bombay stock exchange ,2)NSE -national stock exchange ,इन दोनों exchange पर शेयर का कारबार होता है .जादा से जादा companiya जिनका शेयर मार्किट में trade होता है उन् सरे कंपनी के शेयर मार्किट आर्डर इन् दोनों stock exchange में लिस्टेड होता है.और कोई कंपनी ऐसा भी रहता है जिनके शेयर इन् दोनों stock exchange में से किसी एक exchange में ही लिस्टेड रहता है .देश के सरे बड़े बैंक या उनका सब्सिडी companiya और बड़े बड़े companiya इन् exchange पर broker के रूप में काम करता है .
चार चीज़े जो जरूरी है किसी फ्रेंचाइजी कंपनी की मार्केटिंग शुरू करने से पहले
अक्सर जिन्हे नया काम शुरू करना होता है या पहली बार किसी फ्रेंचाइजी कंपनी को ढूंढ रहे होते है मार्केटिंग करने के लिए तो मार्किट आर्डर बड़ा जरूरी होता है कि आप बड़ी सावधानी से कंपनी का सिलेक्शन करे। जो पहले ही किसी कंपनी का काम कर रहे है उन्हें पता होता है कि एक फार्मा फ्रेंचाइजी कंपनी में क्या क्या क्वालिटीज होनी मार्किट आर्डर चाहिए। आज का दौर सेवा प्रधान दौर है , मार्किट भी सेवा प्रधान (सर्विस डिपेंडेंट मार्किट ) रह गयी है। कम्पनियो की भीड़ में वो ही टिक पाते है जो अच्छी सर्विस देते है। इस भीड़ में बहुत सी कंपनिया ऐसी है जो केवल प्रोडक्ट को सेल करना जानती है उन्हें पार्टी की मुश्किलो से कोई लेना देना नही होता।
इसीलिए किसी भी कंपनी से जुड़ने से पहले पूरी तरह तस्सली कर लीजिये कि प्रोडक्ट्स की शॉर्टेज या प्रमोशनल इनपुट वाली कोई प्रॉब्लम तो नही है। आप शुरू करे और बाद में पता लगे कि प्रोडक्ट तो आपको समय से मिल नही पा रहा है। कंपनी की तरफ से कोई फॉलो-अप नही मिल पा रहा है। बहुत सारी चीज़े है जिनके बारे में आपको पहली ही सोच-विचार कर लेना चाहिए। केवल सेल या मार्किट का अनुभव ही काफी नही होता कोई भी काम शुरू करने के लिए इसके आलावा और भी बहुत सी चीज़े होती है। आये जानते है कुछ ऐसे ही फैक्टर्स जो आपकी सफलता और असफलता में अंतर पैदा कर सकते है :
गलत कंपनी को सेलेक्ट करना :
सबसे बड़ा जो फैक्टर है वो है आपका कंपनी सिलेक्शन। कंपनी से अपनी टर्म एंड कंडीशंस पहले ही तय कर ले। उनसे पूरा भरोसा ले ले कि प्रोडक्ट सप्लाई अच्छी तरह भी मिल पायेगी या नही। पहले आर्डर में ही आपको संकेत मिल जायेगे कि प्रोडक्ट सप्लाई अच्छी है क्या नही। यह जानने का एक उपाय में आपको बताता हूँ। कंपनी को फाइनल करके जब आप आर्डर देने जा रहे होते है तो पहले जिन भी प्रोडक्ट्स को आप कुछ समय बाद भी प्रमोट करना चाहते है उनका भी आर्डर पहले आर्डर में ही दीजिये। जो पप्रोडक्ट्स अभी आपको चाहिए उनको आप अच्छी क्वांटिटी में मंगवा सकते है बाकि प्रोडक्ट्स को एक या दो बॉक्स या 10 पीसेज वगैरह मंगवाए ताकि आप पर ज्यादा आर्थिक बोझ भी न पड़े। आपका सबसे बड़ा फायदा है इससे आपको पता चल जायेगा कि जो प्रोडक्ट्स उन्होंने प्रोडक्ट लिस्ट में दिए है वो सब वो बनाते भी है या नही। अगर आप 15 प्रोडक्ट्स का आर्डर देते है और कंपनी में 12 या इससे ज्यादा आपको पहले आर्डर में मिल जाते है तो अधिकतर मामलो में कंपनी के पास लगभग प्रोडक्ट्स होंगे। अगर आपको 10 या कम प्रोडक्ट्स मिलते है तो स्थिति कुछ अच्छी नही है। ध्यान रहे कि जो पहली कंपनी आप फाइनल करते है आपका नाम उससे ही मार्किट में जाना जाता है। बाद में तो चाहे कितनी कंपनिया मार्किट आर्डर आप ले लो , आपको लोग आपकी पहली कंपनी से ही जानेंगे।
गलत प्रोडक्ट्स का चुनाव :
आप अनुमान लगाते है कि आपका डॉक्टर इस प्रोडक्ट्स को लिख सकता है क्योकि वो दूसरी कंपनी के लिए इस प्रोडक्ट को मार्किट आर्डर ज्यादा लिखता है। हो सकता है आपके लिए वो इस प्रोडक्ट को न लिख पाये। आपके लिए वो कोई ओर यूनिक प्रोडक्ट लिख दे। आपके लिए आपका प्रोडक्ट्स सिलेक्शन बहुत जरूरी है आपको पता होना चाहिए कि आप किस प्रोडक्ट को डॉक्टर से प्रिस्क्राइब करा सकते है। उसके बाद ही मार्किट में काम शुरू करिये। कही ऐसा न हो कि आपको दोहरी इन्वेस्टमेंट करनी पड़ जाये। हो सके तो सबसे लेटेस्ट मॉलिक्यूल से शुरू करने की कोशिश करे ताकि कम कॉम्पिटिशन का सामना करना पड़े। वैसे प्रोडक्ट्स के बारे में आप मुझ से ज्यादा बेहतर जानते होंगे।
ज्यादातर काम इसलिए भी सफल नही हो पाते कि वो दुसरो के भरोसे शुरू किये जाते है। काम अकेले शुरू किया हो या पार्टनरशिप में। दोनों ही स्थिति में दुसरो पर निर्भरता काम होने से पहले ही उसकी असफलता की निशानी है। यह मैंने आज से कुछ साल पहले खुद के अनुभव से सीखा था। हम तीन दोस्तों ने मिलकर एक pcd कंपनी को लेकर काम करना शुरू किया। एक दोस्त मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव था , एक फार्मा प्रोडक्शन में और एक मै फ्रंचिसी मार्केटिंग देखता था। सभी को अपने अपने काम का अच्छा ज्ञान था। काम शुरू हुआ और शुरू होने के 3 महीनो के अंदर ही बंद भी हो गया। कारण साफ़ था हम दिनों एक पर्सन पर निर्भर थे यानि जो दोस्त मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव था। हमे अपने कामो का अनुभव था मगर हम एक टीम में उसको परिवर्तित नही कर पाये। और विफल हो गए। कभी भी अगर काम शुरू किया जाता है तो उसे अपने भरोसे शुरू करे न कि दुसरो के भरोसे। पार्टनरशिप में सभी को एक टीम की तरह पूरी टीम के फायदे के लिए काम करना चाहिए।
मार्किट आर्डर
UPNEDA (उत्तर प्रदेश नवीन एवमं नवीनीकरण ऊर्जा अभिकरण ) ने 25 मार्च के अपने नए आर्डर के जरिये पुरानी आवेदन की अंतिम तिथि (31 मार्च) को बढाकर30अप्रैल2021 कर दिया है । अतः जो लोग भी सोलर प्लांट लगाने पर सब्सिडी पाने इच्छुक है उन्हें 30 अप्रैल से पहले ही किसी अनुबंधित फर्म के माध्यम से आवेदन कर देना होगा । हलाकि सोलर प्लांट उसके बाद भी लगाए जायेंगे परन्तु जो अपफ्रंट सब्सिडी अभी मिल रही है उसका लाभ उपभोक्ता को नहीं मिल सकेगा ।
अभी तक सोलर लगाने पर उपभोक्ता को 1 किलो वाट से लेकर 3 किलो वाट तक15200 रुपयेप्रतिकिलो वाट की सब्सिडी और 4 किलो वाट से 10 किलो वाट तक 7600 प्रति किलो वाट की सब्सिडी मिल रही है जो अनुबंधित फर्म काट कर बचा हुआ बस उपभोक्ता से लेती है। यदि आप को 5 किलो वाट का सोलर प्लांट लगवाना है तो यदि मार्किट प्राइस 3 लाख है तो आप को 60800 की सब्सिडी को कम करके देना होता है । परन्तु 30 अप्रैल के बाद आपको पूरा पेमेंट करना होगा और सब्सिडी कम करने का लाभ उपभोक्ता को नहीं मिल पायेगा ।
Xiaomi Mi Band 3i हुआ AMOLED डिस्प्ले और 20 दिन के बैटरी बैकअप के साथ इंडिया में लांच: जाने फीचर और कीमत
शाओमी ने आज इंडियन मार्किट में अपने Mi Band 3i को लांच कर दिया है जो साफ़ तौर पर Mi Bnad HRX एडिशन का एक अपग्रेड वैरिएंट है। यह नया स्मार्ट-बैंड आज से mi.com पर प्री-आर्डर के लिए उपलब्ध होगा जिसकी कीमत 1,299 रुपए रखी गयी है। मार्किट आर्डर इसमें आपको AMOLED डिस्प्ले के साथ लगभग 20 दिन का बैटरी बैकअप देखने को मिलेगा तो चलिए इसके फीचरों पर एक बार डिटेल पर नज़र डालते है:
Mi Band 3i की कीमत और उपलब्धता
Mi Band 3i को इंडियन मार्किट में 1,299 रुपए की कीमत में पेश किया गया है। स्मार्टबैंड की को आप अभी से mi.com पर प्री-आर्डर कर सकते है और जल्द ही यह अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध हो जायेगा।
Xiaomi Mi Band 3i में आपको 0.78-इंच की AMOLED कलर टच डिस्प्ले 128×80 पिक्सेल रेज़ोलुशन के साथ दी है। यह आउटडोर में इस्तेमाल करने के लिए सामान्य है। इसके अलावा यह 5ATM वाटर रेसिस्टेंट है मार्किट आर्डर यानि 50 मीटर की गहराई तक 10 मिनट तक यह झेलने में सक्षम है। ब्लूटूथ 4.2 का सपोर्ट मिलता है। यह स्मार्टबैंड एंड्राइड 4.4 और iOS 9.0 के ज्यादा के वर्जन को सपोर्ट करता है।
Band 3i की अगर तुलना करे तो इसमें Mi Band 3 की तुलना में हार्ट-रेट मोनिटर नहीं दिया गया है। इसके अलावा बाकि सारी स्पेसिफिकेशन लगभग लगभग एक जैसी ही है। बैंड में आपको “फंड माय डिवाइस” का फीचर भी दिया गया है, साथ ही आप सामान्य फिटनेस ट्रैकिंग फीचर जैसे स्टेप काउंटर, स्लीप मोनिटर आदि देखने को मिलते है।
सरोजिनी नगर मार्किट अब ऑनलाइन!
हर लड़की को अपनी अलमारी में रंग-बिरंगे, तरह-तरह के कपड़े देखना पसंद होता है. कभी कॉलेज जाना हो या कभी किसी पार्टी में, या दोस्तों के साथ कहीं बाहर जाना हो, कपड़े हमेशा कम ही लगते हैं. सिर्फ लड़कियां ही नहीं, लड़कों को भी अलग-अलग तरह के कपड़ों का शौक होता है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली की सबसे मशहूर मार्किट जहाँ ज़ारा, मैंगो, गेस, बरबरी जैसे मेहेंगे ब्रांड्स लगभग आधे से भी काम दामों पर मिल जाते हैं, अब सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर उपलब्ध है! मोहम्मद आदिल द्वारा शुरू किया यह नया संकल्प, आपको मार्किट आर्डर घर बैठे-बैठे आकर्षित दामों में फैशन की विविधता का अनुभव देगा. कपड़े, बैग्स, जूतें, अक्सेसरीज़ आदि सब उपलब्ध है.