लाभदायक ट्रेडिंग के लिए संकेत

अलग स्टॉक हैं

अलग स्टॉक हैं

Stock Market : चीन में कोरोना संक्रमण बढ़ने से एशियाई बाजारों पर दबाव!

नई दिल्‍ली. भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) सहित एशिया के तमाम बाजारों पर सोमवार को दबाव रहेगा. चीन में कोविड-19 के मामले बढ़ने से दोबारा लॉकडाउन की स्थिति है, जिसने शंघाई कंपोजिट सहित एशिया के तमाम शेयर बाजारों की धड़कनें बढ़ा दी हैं. आज भारतीय निवेशकों के सेंटिमेंट पर भी इसका असर दिखेगा और शुरुआती ट्रेडिंग में ही बिकवाली जोर पकड़ सकती है.

सेंसेक्‍स पिछले कारोबारी सत्र में भी सेंसेक्‍स 87 अंक टूटकर 61,663 के स्‍तर पर बंद हुआ था जबकि निफ्टी 36 अंक टूटकर 18,308 पर पहुंच गया था. एक्‍सपर्ट का कहना है कि चीन में कोरोना से पहली मौत का मामला सामने आने के बाद एशियाई बाजारों में निवेशक ठिठक गए हैं. अमेरिका और यूरोप में तेजी के बावजूद आज सुबह एशिया के तमाम बाजारों में गिरावट दिख रही है. इसका असर भारतीय निवेशकों के सेंटिमेंट पर भी दिखेगा और वे शुरुआत से ही मुनाफावसूली की तरफ जा सकते हैं.

अमेरिका और यूरोपीय बाजारों में तेजी

अमेरिका में फेड रिजर्व के ब्‍याज दरें बढ़ाने के संकेतों और महंगाई व खुदरा बिक्री के निराशाजनक आंकड़ों के बावजूद निवेशकों का उत्‍साह बना हुआ है और वे जमकर खरीदारी कर रहे हैं. पिछले कारोबारी सत्र के दौरान अमेरिका के प्रमुख शेयर बाजारों में शामिल NASDAQ पर 0.01 फीसदी का उछाल दिख रहा था.

अमेरिका की तर्ज पर यूरोपीय बाजारों में भी पिछले कारोबारी सत्र के दौरान तेजी दिखी. यूरोप के ज्‍यादातर शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुए. जर्मनी के स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर पिछले सत्र में 1.16 फीसदी का उछाल दिखा तो फ्रांस का शेयर बाजार 1.04 फीसदी की तेजी पर बंद हुआ. इसके अलावा लंदन का स्‍टॉक एक्‍सचेंज भी 0.53 फीसदी की बढ़त बनाने में कामयाब रहा है.

दबाव में एशियाई बाजार

एशिया के ज्‍यादातर शेयर बाजार आज सुबह गिरावट पर खुले और लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. सिंगापुर स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर आज सुबह 0.32 फीसदी की गिरावट है, जबकि जापान का निक्‍केई 0.01 फीसदी की मामूली उछाल पर कारोबार कर रहा है. हांगकांग के बाजार में 1.88 फीसदी की बड़ी गिरावट है तो ताइवान का शेयर बाजार 0.12 फीसदी की बढ़त पर कारोबार कर रहा. दक्षिण कोरिया के कॉस्‍पी पर भी आज 1.09 फीसदी का नुकसान दिख रहा है.

इन शेयरों पर लगाए मुनाफे वाला दांव

एक्‍सपर्ट के अनुसार, दबाव के बावजूद आज के कारोबार में कई ऐसे शेयर हैं जो निवेशकों का मुनाफा करा सकते हैं. इन शेयरों को हाई डिलीवरी पर्सेंटेज की श्रेणी में रखा जाता है. आज की ट्रेडिंग में हाई डिलीवरी पर्सेंटेज वाले स्‍टॉक्‍स में ICICI Bank, NTPC, Atul, SBI Life Insurance Company और Havells India शामिल हैं.

विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी

भारतीय पूंजी बाजार में इस महीने विदेशी निवेशकों ने बंपर पैसे लगाए हैं, लेकिन कुछ सत्र में उनकी बिकवाली भी दिखी है. पिछले कारोबारी सत्र में भी विदेशी संस्‍थागत निवेशकों ने बााजर से 751.20 करोड़ के शेयर निकाल लिए. इसी दौरान, घरेलू संस्‍थागत निवेशकों ने 890.45 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी भी की है.

Positional Trading Meaning in Hindi | पोजीशनल ट्रेडिंग

नमस्कार डियर पाठक आज के इस लेख में हम जानेंगे कि पोजीशनल ट्रेडिंग क्या होती है (Positional Trading Meaning in Hindi) और पोजीशनल ट्रेडिंग कैसे करें? क्योंकि आपको बता दें कि इस ट्रेडिंग के जरिए लोग बहुत तगड़ा प्रॉफिट लेते हैं, और यह अन्य ट्रेडिंग के मुकाबले थोड़ा अच्छा प्रॉफिट कमा कर दे सकती है,

हालांकि रिस्क भी उतना ही है। हमारा मकसद आपको आर्टिकल में लुभाना नहीं है, बल्कि आप तक सही जानकारी पहुंचाना है हम ऐसा नहीं कह सकते कि आप पोजीशनल ट्रेडिंग कीजिए और करोड़ों कमाइए हालांकि यह करोड़ों कमाने का चांस दे सकता है। वह कैसे हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि पोजीशनल ट्रेडिंग किस प्रकार होती है? और क्या होती है?

चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं Positional Trading के बारे में

What is Positional Trade | पोजीशनल ट्रेडिंग क्या होती है

Positional Trading Meaning in Hindi – पोजीशनल ट्रेडिंग का मतलब होता है, ” स्थिति का व्यापार”। इस ट्रेडिंग में ट्रेडर स्टॉक कुछ हफ्तों, कुछ महीनों या फिर ज्यादा से ज्यादा 1 साल तक के लिए होल्ड करके ट्रेडिंग कर सकता है।

What is Positional Trading in Hindi

डियर पाठक आपको बता दें कि पोजीशनल ट्रेडिंग एक ऐसी रणनीति है जहां ट्रेडर्स, शेयर्स को लंबे टाइम तक होल्ड करके रख सकते हैं। इस सेगमेंट में स्टॉक्स को कुछ विक्स या कुछ महीनों और अधिक से अधिक 1 वर्ष तक निवेशक अपने डिमैट अकाउंट में होल्ड करके रख सकते हैं। और फिर उन्हें सेल करके अच्छा खासा प्रॉफिट बुक कर सकते हैं। और इसमें लॉन्ग और शार्ट टर्म दोनों ही अवेलेबल है।

चलिए एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं :- जैसे वर्तमान में किसी XYZ कंपनी के शेयर की करंट वैल्यू ₹1500 रुपये हैं। और अब आपने ट्रेडर के रूप में होमवर्क किया और कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस से आपको लगा कि आने वाले 7 से 8 महीनों के भीतर यह शेयर ₹1600 रुपये से ₹1650 तक पहुंच सकता है।

और इस स्थिति में आपने शेयर खरीद लिया और फिर आपने 7 महीने के बाद उस स्टॉक को बेच दिया तो आपने जो शेयर को अलग स्टॉक हैं 7 महीनों तक रोक के रखा इसे ही पोजीशनल ट्रेडिंग कहते हैं।

क्या पोजीशनल ट्रेडिंग सब ट्रेडर के लिए अच्छी है

देखिए स्टॉक मार्केट में लगातार अच्छा बिजनेस करने के लिए एक “रणनीति” होना बहुत आवश्यक है। और आपको बता दें एक चीज जो रणनीति आपकी पर्सनैलिटी से मैच करें आपकी लाइफ स्टाइल से मैच करें। क्योंकि हर व्यक्ति के जीवन का अलग-अलग रूटीन है। तो आप अपने हिसाब से सेलेक्ट कर सकते हैं कि आपके लिए क्या चीज सही है और आपके काम के हिसाब से आप कैसे मैनेज कर सकते हैं।

अगर आपका व्यस्ततम लाइफ़स्टाइल है जैसा आप कोई नौकरी पेशा वाले हैं, तो आप ट्रेडिंग को अधिक समय नहीं दे पाते होंगे इस सिचुएशन में पोजीशनल ट्रेडिंग आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। बाकी ट्रेडिंग सेगमेंट के मुकाबले ट्रेडर के पास पोजीशनल ट्रेडिंग में निर्णय लेने का अच्छा समय होता है। अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं और ज्यादा स्ट्रेस नहीं लेना चाहते हैं तो आप पोजीशनल ट्रेडिंग का विकल्प चुन सकते हैं। शायद आपको यह बात समझ में आ गई होगी कि पोजीशनल ट्रेडिंग आपके लिए सही है या नहीं।

Positional Trading Strategy in Hindi

पोजीशनल ट्रेडिंग के लिए कुछ स्ट्रेटजी यानी रणनीतियां हैं जिन पर हम कुछ फोकस डालते हैं, और समझते हैं कि यह किस प्रकार पोजीशनल ट्रेडिंग में सहायक हो सकती है।

फंडामेंटल एनालिसिस :-

अगर आप किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना चाहते हैं तो तो इसके लिए सबसे जरूरी बात यह है कि आप यह चीज देकर की कंपनी किस सेक्टर में क्या काम करती है। और इसको जानने के लिए आप कंपनी की कमाई का रिकॉर्ड देख सकते हैं, फाइनेंसियल स्टेटमेंट देख सकते हैं और सीईओ कमेंट या फिर एसईसी फाइलिंग आदि के जरिए जान सकते हैं।

इन चीजों का माध्यम साहब देख सकते हैं कि कंपनी की परफॉर्मेंस कैसी है और कंपनी कितना प्रॉफिट दे रही है और आगे वर्तमान में इसकी क्या स्थिति होने वाली है, कुल मिलाकर फंडामेंटल एनालिसिस निवेशक को यह बताने में मदद करती है कि क्या कंपनी का स्टॉक प्राइस सही है? और अगर आप long-term क सोच रहे हैं तो कंपनी की क्या स्थिति हो सकती है। यह सब जानकारी आप फंडामेंटल एनालिसिस के जरिए ले सकते हैं और फंडामेंटल एनालिसिस की अधिक जानकारी के लिए आप यह लेख पढ़ सकते हैं👇👇

टेक्निकल एनालिसिस :-

टेक्निकल एनालिसिस का मतलब है, कि किसी शेयर की कीमत और मूवमेंट को स्टॉक चार्ट पेटर्न के माध्यम से एनालिसिस करना। स्टॉक मार्केट के चार्ट को समझने के लिए आप एक चार्ट को वॉच कर सकते हैं और जान सकते हैं कि स्टॉक वर्तमान समय में अप ट्रेंड में है या डाउनट्रेंड में हैं या अभी रुका हुआ है। चार्ट से रिलेटेड हमारे कंप्लीट लेख आप पढ़ सकते हैं।

Positional Trading के फायदे

पोजीशनल ट्रेडिंग के निम्नलिखित फायदे हैं –

  1. पोजीशनल ट्रेडिंग से ट्रेडर को अच्छा खासा मुनाफा होता है जोकि बिजी शेड्यूल के लोगों के लिए बहुत बेहतर ट्रेडिंग ऑप्शन है।
  2. Positional Trading से ट्रेडर को फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद आसानी से पता चल जाता है कि स्टॉक को किस समय खरीदना चाहिए और किस समय बेचना चाहिए।
  3. इसमें निर्णय लेने का थोड़ा टाइम मिल जाता है इसलिए नुकसान की आशंका कम हो जाती है।

निष्कर्ष : Positional Trading Meaning in Hindi

डियर पाठक पोजीशनल ट्रेडिंग या ट्रेडिंग का कोई भी सेगमेंट बिना रिस्क के नहीं है, तो केवल आप मुनाफे को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग नहीं करें। पोजीशनल ट्रेडिंग जब भी करें तब पूरे ध्यान के साथ में कंपनी का एनालिसिस करें, स्टॉक का एनालिसिस करें और उसके भविष्य का भी एनालिसिस करें कि यह आगे के टाइम में कितना उछाल ला सकता है शेयर में।

अगर आप Positional Trading Meaning in Hindi से रिलेटेड कोई सवाल करना चाहते हैं तो बेझिझक कमेंट बॉक्स में लिख दीजिए।

आशा करते हैं आज का लेख Positional Trading Meaning in Hindi आपको पसंद आया होगा और काफी नॉलेजेबल लगा होगा इस जानकारी को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अवश्य शेयर करें।

खाद के लिए किसानों ने किया हंगामा, कहा- छोटे किसानों से बदसलूकी

बांसवाड़ा। बांसवाड़ा अक्टूबर में रबी फसल अलग स्टॉक हैं की बुवाई के साथ खेतों में गहराते यूरिया संकट से आहत किसानों ने शुक्रवार सुबह बांसवाड़ा केवीएसएस के बाहर हंगामा किया। यहां पहुंचे 40 मीट्रिक टन यूरिया के वितरण पर हंगामा तब हुआ जब किसान घंटों कतार में खड़े रहे। लेकिन, उन्हें स्पष्ट जवाब देने वाला कोई प्रतिनिधि नहीं मिला। सुबह से शुरू हुई कतार धीरे-धीरे लंबी होती गई। वर्तमान में केवीएसएस प्रबंधन ने आपूर्ति और उपलब्धता को देखते हुए प्रति किसान दो से तीन बोरी यूरिया देने का निर्णय लिया है. लेकिन, भीड़ में कुछ किसान ऐसे भी थे, जिन्हें सिर्फ एक खेत यूरिया की जरूरत थी। यहां मौजूद किसानों ने आरोप लगाया कि वे छोटे किसान हैं, जिनके पास एक बीघे से लेकर पांच बीघे तक की जमीन है। केवीएसएस प्रबंधन द्वारा छोटे किसानों के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है, जबकि बड़े किसानों को उनकी सुविधा के अनुसार यूरिया पहले ही उपलब्ध करा दिया जाता है।

सहकारिता विभाग (सहकारिता प्रणाली) के तहत जिले को तीन केवीएसएस में विभाजित किया गया है। बांसवाड़ा, कुशलगढ़ और घाटोल अनुमंडल क्षेत्र बांसवाड़ा KVSS के अंतर्गत आते हैं। दूसरा गढ़ी और तीसरा बागीदौरा केवीएसएस है। इसके अनुसार सहकारिता विभाग द्वारा ही रबी के दौरान जिले में किसानों को 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध कराया जाता है। इसमें बांसवाड़ा अनुमंडल के किसानों की आवश्यकता लगभग 500 मीट्रिक टन है. बांसवाड़ा केवीएसएस के किसानों को रबी की फसल के लिए 500 मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत है। इसमें खरीफ फसल में लगने वाली खाद का 245 मीट्रिक टन यूरिया स्टॉक में था।

अक्टूबर माह में 150 मीट्रिक टन यूरिया की आवक हुई थी, जिसे बड़े किसानों में बांट दिया गया। शुक्रवार को नवंबर महीने का पहला स्टॉक आ गया है। इसकी शुरुआत 40 मीट्रिक टन से हुई है। चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार से रैक (स्टॉक) पहुंचने शुरू हो गए हैं। शेष यूरिया की आपूर्ति शनिवार से की जाएगी। बांसवाड़ा केवीएसएस के प्रबंधक प्रदीपसिंह राठौड़ ने कहा कि नवंबर माह के स्टॉक की आपूर्ति अभी शुरू हुई है. चित्तौड़गढ़ में रेक लगाया गया है। कुछ ही दिनों में खाद की समस्या खत्म हो जाएगी। बड़े किसान जिनके पास 10 बीघे से अधिक जमीन है। वे पहले से स्टॉक कर लेते हैं। उनके लिए अलग से कोई नियम नहीं है।

Flipkart ने शुरू किया Electric Scotty बेचना. मात्र 39999 में शुरू हुआ सेल. शोरूम की अब छुट्टी

Flipkart ने शुरू किया Electric Scotty बेचना. मात्र 39999 में शुरू हुआ सेल. शोरूम की अब छुट्टी

Flipkart के आने के साथ भारत के ज्यादातर दुकानों पर शॉपिंग कम हो गई और लोग ऑनलाइन सामान खरीदने लगे. लोगों को बेहतर दाम और Offer के साथ साथ ओरिजिनल और कस्टमर सेवाएं मिलने लगे जिसकी वजह से लोग ऑनलाइन शॉपिंग के ऊपर बढ़ते चले गए.

आज कम और बेस अधिकांश इलेक्ट्रिक इलेक्ट्रॉनिक सामानों के साथ-साथ फर्नीचर और अन्य भारी इलेक्ट्रिक उपकरण भी ऑनलाइन खरीद कर घर पर मंगा रहे हैं.

RelatedPosts

सस्ते में घर लाएं TVS Sport बाइक, अलग स्टॉक हैं इन वेबसाइट पर 80 फीसदी तक की छूट

अगर हो गया हैं Cheque Bounce तो जानिए क्या कर सकता हैं बैंक और कस्टमर का अधिकार

रद्द होंगे लाखों राशन कार्ड, सरकार ने तैयार कर ली है लिस्ट, कहीं आपका नाम तो नहीं, ऐसे करें चेक

हर गैस कनेक्शन के साथ मिलता हैं 50 लाख रुपए का Insurance. जानिए अपना अधिकार

Flipkart ने शुरू किया Online E-Scooter Sale.

Flipkart में अब अपने प्लेटफार्म पर इलेक्ट्रिक व्हीकल को बेचना शुरू कर दिया है. Flipkart के इस नए तैयारी से ग्राहकों को अब गाड़ियां खरीदने में भी सहूलियत मिलने शुरू हो जाएगी और अलग-अलग शोरूम में अलग-अलग नामों का चक्कर भी खत्म हो जाएगा.

Flipkart ने शुरू की है अपने इस नए सेक्शन में लगभग 100 से ज्यादा गाड़ियां लिस्ट कर दिया है जो अलग-अलग वेरिएंट और अलग-अलग कंपनी के हैं. मुख्य रूप से Flipkart पर अभी इन ब्रांड के गाड़ियां बिक्री के लिए उपलब्ध हो गए हैं.

  • Ampere
  • Ather
  • BGauss
  • Bounce Infinity
  • OKAYA

गाड़ियों के ऑनलाइन खरीदारी करने के बाद मात्र कुछ दिनों के भीतर गाड़ी की डिलीवरी है आपके घर पर कर दी जाएगी और साथ ही साथ पेपर का कार्य भी उससे पहले कस्टमर केयर के द्वारा करा दिया जाएगा.

गाड़ियां ऑनलाइन खरीदने के साथ ही गाड़ियों के सारे वारंटी वाले पेपर आपको घर पर ही डिलीवर कर दिए जाएंगे साथ ही साथ किसी भी प्रकार के कंप्लेन या सर्विस को लेकर आपको महज Flipkart के कस्टमर केयर को फोन करना होगा.

BGauss BG A2 Booking for Ex-showroom Price (With Charger, Caspian Blue)

गाड़ियों को आप लोन पर भी क्रेडिट कार्ड या पैन कार्ड के माध्यम से ले सकेंगे. खरीदारी करने के लिए आपके पास पैसे के अलावा पहचान के तौर पर Aadhar Card, Passport, Bank Passbook, Voter ID, Electricity Bill, LPG Connection Bill, Water Bill, Registered Rental Agreement में से कोई भी होना चाहिए.

सबसे सस्ता गाड़ी महज़ 39999 रुपये में

फ्लिपकार्ट के द्वारा लगाए गए सेल में सबसे सस्ती गाड़ी महज़ 39,999 रुपया में उपलब्ध है. हालाँकि इस सेल शुरू होने के कुछ समय बाद ही या गाड़ी धड़ल्ले से बिक गई है और आउट ऑफ़ स्टॉक मौजूदा समय ख़बर लिखने के समय तक हो चुकी है.

Flipkart का चल रहा हैं Mobile Exchange Offer. 5G फ़ोन लीजिए मात्र 999 रुपये में: Flipkart ने शुरू किया Exchange Offer. realme 9i 5G मात्र 999 ले जाए घर

हीरा-पन्ना ज्वेलर्स तहखाने से 75 किलो से अधिक सोना- चांदी बरामद, आयकर विभाग की कार्रवाई, 50 करोड़ से अधिक टैक्स चोरी करने की आशंका

पटना के बोरिंग रोड और डाक बंगला रोड स्थित हीरा-पन्ना ज्वेलर्स में आयकर टीम ने छापेमारी की। छुपा कर रखे गये 25 किलो से अधिक सोना और 50 किलो से अधिक चांदी मिली है।

bihar Heera-Panna Jewelers cellar 75 kg gold and silver recovered Income Tax action in Patna 50 crore tax evasion feared | हीरा-पन्ना ज्वेलर्स तहखाने से 75 किलो से अधिक सोना- चांदी बरामद, आयकर विभाग की कार्रवाई, 50 करोड़ से अधिक टैक्स चोरी करने की आशंका

कागजात की जांच के बाद ही और खुलासे होने की संभावना है।

Highlights भारी मात्रा में सोना और चांदी का स्टॉक जमा है। आयकर विभाग की टीम इसकी जांच में जुटी है। कागजात की जांच के बाद ही और खुलासे होने की संभावना है।

पटनाः बिहार की राजधानी पटना में बड़े ज्वेलर्स में शुमार हीरा पन्ना के खिलाफ आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। आयकर विभाग पिछले 4 दिनों से हीरा पन्ना ज्वेलर्स के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी में जुटा हुआ है। आयकर विभाग को जानकारी मिली थी कि हीरा पन्ना ज्वेलर्स में टैक्स की बड़ी चोरी की है और इनके पास भारी मात्रा में सोना और चांदी का स्टॉक जमा है।

पटना के बोरिंग रोड और डाक बंगला रोड स्थित हीरा-पन्ना ज्वेलर्स में आयकर की टीम ने छापेमारी की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन ठिकानों पर छापेमारी के दौरान गुप्त स्थानों पर छुपा कर रखे गये 25 किलो से अधिक सोना और 50 किलो से अधिक चांदी मिली है। बताया जा रहा है कि ज्वेलर्स द्वारा 50 करोड़ से अधिक टैक्स चोरी करने की आशंका है।

इससे हड़कंप मच गया है। इसके अलावा कई कागजात जब्त किये गये हैं। आयकर विभाग की टीम इसकी जांच में जुटी है। फिलहाल सभी कागजात की जांच के बाद ही और खुलासे होने की संभावना है। इसके अलावा रियल एस्टेट में भी कंपनी के मालिकों ने निवेश कर रखा है। इसे आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

हीरा पन्ना ज्वेलर्स के खिलाफ आयकर विभाग की यह छापेमारी कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 4 दिनों से यहां छापेमारी जारी है और अभी भी प्रॉपर्टी के साथ-साथ अन्य तरह की गड़बड़ियों से जुड़े दस्तावेज आयकर विभाग के अधिकारियों को मिल रहे हैं।

हालांकि, अब तक आयकर विभाग ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। उल्लेखनीय है कि, हीरा पन्ना ज्वेलर्स का पटना में बड़ा जलवा रहा है। ज्वेलरी की खरीदारी करने वाले लोग बड़ी तादाद में इस प्रतिष्ठान में पहुंचते हैं। धनतेरस और दिवाली पर इस ज्वैलर ने करोड़ों का कारोबार किया है और टैक्स चोरी को लेकर आयकर विभाग के पास त्योहारों के बाद ही लीड पहुंची थी।

आयकर विभाग के पास यह इनपुट भी पहुंचा कि बगैर डॉक्यूमेंट के सोना और चांदी का बड़ा स्टॉक हीरा पन्ना ज्वेलर्स ने कर रखा है। हैरत की बात, यह है कि हीरा पन्ना जैसे बड़े ज्वैलर जो ग्राहकों से जीएसटी वसूलते हैं और आभूषण की खरीद पर मोटा टैक्स लेते हैं।

नियमों का हवाला देते हैं। लेकिन खुद टैक्स की चोरी में शामिल पाए जाते हैं। फिलहाल इससे छापेमारी को लेकर हिरा- पन्ना ज्वेलर्स के मालिकों ने चुप्पी साध रखी है। उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। आयकर विभाग की छापेमारी के बाद जो अधिकारिक जानकारी आएगी और ज्यादा चौका सकती है।

रेटिंग: 4.86
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 670
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *