एक प्लेटफार्म चुनना

हमको इनमें से ही कोई एक प्लेटफार्म चुनना होगा.
सोशल मीडिया पर फेमस कैसे हो?
21वीं शताब्दी में सोशल मीडिया का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ गया है. बहुत सारे लोग चाहे बुजुर्ग हो या जवान सभी सोशल मीडिया platform जैसे Facebook, Instagram, LinkedIn आदि पर अपना समय व्यतीत करते हैं. इसी से हम इस बढ़ते trend का अंदाजा लगा सकते हैं.
सोशल मीडिया ने बहुत सारे लोगों को फेमस या प्रसिद्ध कर दिया है. इसका उपयोग करके लोग घर बैठे बैठे महीने का लाखों रुपए कमा रहे हैं.
अगर आप भी सोशल मीडिया का उपयोग एक प्लेटफार्म चुनना करके प्रसिद्ध बनाते हैं और अपनी जिंदगी एक फिल्म अभिनेता की तरह देखना चाह रहे हैं तो एक प्लेटफार्म चुनना यह आर्टिकल आपको जरूर पढ़ना चाहिए. इस आर्टिकल में आपको सोशल मीडिया पर फेमस होने के सारे तरीके बहुत ही details में दिए जाएंगे.
सोशल मीडिया पर फेमस कैसे हो – मूल मंत्र
Table of Contents
आज कल सोशल मीडिया स्टार किसी बॉलीवुड अभिनेता से कम नहीं माने जाते हैं. इसका अंदाजा लगाने के लिए आप – आदि जैसे लोगों के यूट्यूब चैनल और fan following को देखकर सोच सकते हैं. यह लोग आज एक फिल्म अभिनेता से कम नहीं है. यह अपना कार्य करते करते प्रसिद्ध भी है और लाखों-करोड़ों महीने का कमा भी रहे हैं.
आपके दिल में एक प्लेटफार्म चुनना भी कहीं ना कहीं इन्हीं लोगों के बराबरी या इनसे अच्छा करने की इच्छा होती होगी.
तो चलिए अपने सफर पर जहां मैं आपको बताऊंगा कि किस तरह से सोशल मीडिया का उपयोग करके काफी प्रसिद्ध हो सकते हैं.
सोशल मीडिया के प्रकार
सोशल मीडिया वैसे तो बहुत तरह के होते हैं :-
- Social Networking Sites
- Image Sharing Sites
- Video Sharing
- Microblogging
- Community Blogs
- Discussion Forums
इन सभी list में से हमको एक ही social media पर focus करना होगा.
किस प्रकार का content आपको बनाना है यह सबसे महत्वपूर्ण बात होती है. यह text, video, photo, audio आदि कुछ भी हो सकता है.
चलिए सोशल मीडिया स्टार बनने की यात्रा शुरू करते हैं:-
Social Media सेलिब्रिटी बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता है?
सोशल मीडिया पर सफलता पाने के लिए नीचे दिए गए तरीके अपना सकते हैं:-
- अपना Category ढूंढे
यह पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम होने एक प्लेटफार्म चुनना वाला है. इसमें आप किस चीज पर काम करने वाले हैं वह पता लगाना होगा.
- इसका पता लगाने के लिए आपको अपने interest की चीजों का ध्यान रखना होगा. अपने पसंद के काम की चीजों की लिस्ट बनाए जिसमें आपका knowledge भी हो और आपको boring भी ना लगे.
- इस लिस्ट को छोटा करने के लिए वह सभी चीजों को काट दें जिसमें लोगों को bore कर दे या लोगों को ज्यादा पसंद ना आए.
- यह लिस्ट को और छोटा करने के लिए देखें कि किस चीज में ज्यादा पैसे मिल सकते हैं. इसके लिए आप अपने competitors analysis कर सकते हैं. यहां से आपको बहुत अच्छा idea लग जाएगा कि किस टाइप की चीजें चलती है और किस टाइप चीजें नहीं चलती.
कुकू एफ एम के साथ क्यों बनायें पॉडकास्ट?
पॉडकास्ट की सफलता में प्लेटफार्म की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। पॉडकास्ट बनायें तो के बाद उसे एक सही प्लेटफार्म पर होस्ट करना अति आवश्यक है। आप क्षेत्रीय भाषा में पॉडकास्ट बनाकर दूसरी भाषाओं के लिसनर्स के बीच होस्ट करें, तो आपका पॉडकास्ट नहीं चल पाएगा। आपको अपने कॉन्टेंट के हिसाब से पॉडकास्ट का प्लेटफार्म चुनना चाहिए। कुकू एफएम एक ऐसा मंच है, जहां हिंदी अंग्रेजी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं के भी पॉडकास्ट उपलब्ध हैं। इसके साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं के लिसनर भी यहां मिल जाते हैं।
आप पॉडकास्ट बनाने का निर्णय कर चुके हैं तो
कुकू एफएम एक बेहतर मंच साबित हो सकता है। अब आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा होगा कि कुकू एफएम पर ही क्यों पॉडकास्ट बनायें? कुकू एफएम में ऐसा क्या है जो इसे बाकी के पॉडकास्ट प्लेटफार्म से अलग करता है? तो चलिए बात करते हैं कुकू एफएम के कुछ विशेष फीचर्स के बारे में।
1.पहुंच
कुकू एफएम एक ऐसा पॉडकास्ट प्लेटफार्म है जो अपने आप में सबसे अलग है। इसमें अन्य माध्यमों की अपेक्षा क्षेत्रीय भाषाओं में पॉडकास्ट की संभावना अधिक है। गूगल प्ले स्टोर पर आप इसे आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप को अभी तक 1 मिलियन से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं। वही प्लेस्टोर पर इसे 4.9 स्टार रेटिंग मिली है। ये अपने आप में काफी बेहतर पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म है। इसके साथ ही रोजाना तकरीबन एक लाख लिसनर कुकू एफएम पर पॉडकास्ट सुनते हैं। इसलिए यह ऐप आपको अपने पॉडकास्ट के प्रसार के लिए निश्चिंत रखता है। आपको अन्य माध्यमों की अपेक्षा यहां काफी ज्यादा लिसनर मिलते हैं।
कुकू एफएम पर पॉडकास्ट बनायें तो आप उसका सटीक विश्लेषण भी कर सकते हैं। आप इस पर अपनी कुल परफॉर्मेंस का पूरा रिकॉर्ड रख सकते हैं। साथ ही कुकू एफएम आपको एक ग्राफ देता है, जिस पर आपकी हफ्ते भर या महीने भर की परफॉर्मेंस को दिखाता है। इसके माध्यम से आप अपने कॉन्टेंट का विश्लेषण कर सकते हैं। कितने नए लोगों ने आपका पॉडकास्ट सुना, यह भी जाना जा सकता है। साथ ही कितने लोगों ने आपका पॉडकास्ट डाउनलोड किया और कितने नए लोग आप से जुड़े, यह भी जान सकते हैं। इसके अलावा आप एक प्लेटफार्म चुनना कॉमेंट्स में पॉडकास्ट का विश्लेषण जान सकते हैं।
3. प्रबंधन से समर्थन
कुकू एफएम की मैनेजमेंट टीम भी पॉडकास्ट क्रिएटर्स के साथ हमेशा रहती है। पॉडकास्ट रिकॉर्ड करने से लेकर मॉनिटाइज़ करने तक के सफर में कुकू एफएम की टीम साथ काम करती है। किसी भी तरह के संशय को दूर करने के लिए टीम हर वक्त तैयार रहती है। पॉडकास्ट लांच करने में भी प्रबंधन टीम क्रियेटर की मदद करती है । साथ ही पॉडकास्ट के चल जाने पर उसके प्रमोशन में भी सहायता करती है। पॉडकास्ट बेहतर बनाने में कुकू एफएम के विभिन्न फीचर्स भी आपकी मदद करते हैं। आपके पॉडकास्ट को एक अच्छी पहुंच दिलाने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका मैनेजमेंट टीम निभाती है।
कुकू एफएम पर अन्य माध्यमों की अपेक्षा काफी आकर्षक फीचर्स हैं। पॉडकास्ट रिकॉर्ड करने के बाद यदि आप रिकॉर्डिंग को एडिट करना चाहें तो भी आप कर सकते हैं। इसके विभिन्न एडिटिंग टूल एक सामान्य सी रिकॉर्डिंग को काफी खास बना देते हैं। रिकॉर्डिंग टूल से एडिट करने के बाद ध्वनि बहुत आकर्षक लगती है। इसके अलावा भी कुकू एफएम में कई आकर्षक फीचर्स हैं, जो इसे बाकी के पॉडकास्ट प्लेटफार्म से अलग करते हैं।
5. लिसनर्स की उपलब्धता
कुकू एफएम पर लगभग हर क्षेत्रीय भाषा के लिसनर और क्रिएटर आपको मिलते हैं। इसलिए यह जरूरी नहीं रह जाता कि आप हिंदी में या अंग्रेजी में ही पॉडकास्ट बनायें । आप किसी क्षेत्रीय भाषा जैसे मराठी या गुजराती आदि में भी पॉडकास्ट बना सकते हैं। यहां आपको हर क्षेत्रीय भाषा का लिसनर मिलेगा, जिससे आप अपने पॉडकास्ट के प्रसार के लिए निश्चिंत हो सकते हैं। साथ ही पॉडकास्ट भारत में एक नया प्लेटफार्म है, जिसके कारण यहां प्रतिस्पर्धा कम है। तो आप यहां आसानी से एक बेहतर करियर तलाश सकते है।
कुकू एफएम पर मौजूद इन विशेष फीचर का इस्तेमाल करके आप आसानी से लोकप्रिय पॉडकास्ट बनायें। साथ ही आप इसमें करियर और कमाई का जरिया भी तलाश सकते हैं। तो आज ही इंस्टॉल करिए कुकू एफएम और शुरू कीजिए एक बेहतरीन करियर।
कोरोना की एक तस्वीर ऐसी भी. फूल भी नहीं चुन पाए थे परिजन
कोटा. कोरोना के रोगी व इस महामारी से मौत के मामले भले ही थम गए हैं, लेकिन कोरोना के दर्द की तस्वीरें अब भी टीस देने को पर्याप्त है। इसे कोरोना का खौफ कहें या मजबूरी। कोरोना के कारण काल का ग्रास बने कई लोगों की अस्थियों को चुनने के लिए भी कोई नहीं आया।
कोटा. कोरोना के रोगी व इस महामारी से मौत के मामले भले ही थम गए हैं, लेकिन कोरोना के दर्द की तस्वीरें अब भी टीस देने को पर्याप्त है। इसे कोरोना का खौफ कहें या मजबूरी। कोरोना के कारण काल का ग्रास बने कई लोगों की अस्थियों को चुनने के लिए भी कोई नहीं आया। कुछ राख छूने से कोरोना के भय से कुछ अन्य मजबूरियों के कारण अपनों के फूल चुनने नहीं गए। कुछ ने अंतिम संस्कार करवाने में मदद करने वाली संस्थाओं को ही अस्थियां संग्रहित करने की जिम्मेदारी दे दी। ऐसे मृतकों की संख्या 37 के करीब है।
AKTU, HBTU, MMMTU तीन विश्वविद्यालयों में B.Tech के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन
प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा विभाग के एक प्लेटफार्म चुनना अधीन संचालित तीन राज्य विश्वविद्यालय अपने बीटेक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए न सिर्फ अलग-अलग पंजीकरण करा रहे हैं, बल्कि अलग-अलग पंजीकरण शुल्क भी ले रहे हैं। यह हाल तब है जब तीनों ही जेईई-मेंस की मेरिट से प्रवेश लेने वाले हैं।
प्रवेश के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए हरकोर्ट बलटर प्राविधिक विश्वविद्यालय कानपुर (एचबीटीयू) में पंजीकरण कराने पर 2500 रुपये, मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमएमएमटीयू) में 2000 रुपये और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ (एकेटीयू) में 1000 रुपये जमा कराया जा रहा है। एकेटीयू में हो रहे पंजीकरण के माध्यम से प्रदेश के ऐसे सभी सरकारी व गैर सरकारी तकनीकी संस्थानों में प्रवेश मिलेगा, जो एकेटीयू से संबद्ध हैं।
UTS App: टिकट की लंबी लाइन से चाहते हैं मुक्ति, रेलवे का यूटीएस एप आएगा बहुत काम
By: ABP Live | Updated at : 02 Sep 2022 01:27 PM (IST)
जनरल टिकट भी एप से पाएं (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Online Train Ticket: अक्सर लोगों को शिकायत रहती है कि विभिन्न ट्रेनों में सफर करने के लिए अनारक्षित टिकट (Unreserved Ticket) लेने के दौरान लंबी लंबी लाइन में लगना पड़ता है. रेग्यूलर पैसेंजर और प्लेटफार्म टिकट लेने वालों को भी ऐसी ही समस्या का सामना करना पड़ता है. भारतीय रेलवे का यूटीएस एप (UTS App) इन्हीं तमाम झंझटों एक प्लेटफार्म चुनना से मुक्ति दिलाता है. जी हां, रेलवे के यूटीएस एप के सहारे आप कहीं भी डिजिटल टिकट खरीद सकते हैं. इस एप के माध्यम से रेग्यूलर टिकट, सीजनल टिकट, प्लेटफार्म टिकट भी खरीदी जाती है. यानी कि अब स्टेशन के टिकट काउंटर पर लंबी लाइन से छुट्टी मिल गई है. हम आपको बता रहे हैं कि आप इस एप का उपयोग किस तरह कर सकते हैं.