ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है?

उदाहरण से समझते हैंः आपने एक फिक्स्ड तारीख पर XYZ कंपनी के 50 शेयरों को 100 रुपये में खरीदने के लिए एक फ्युचर कोन्ट्राक्ट खरीदा है. जब ये कॉन्ट्रैक्ट की एक्स्पायरी होगी तब आप उसकी मौजूदा कीमत के बावजूद, 100 रुपये पर ही शेयर प्राप्त करेंगे. यहां तक कि अगर कीमत 120 रुपये तक जाती है, तो भी आपको प्रत्येक शेयर 100 रुपये पर मिलेगा, जिसका मतलब है कि आप 1,000 रुपये का शुद्ध लाभ कमाते हैं. यदि शेयर की कीमत 80 रुपये तक गिरती है, तो भी आपको उन्हें 100 रुपये पर खरीदना होगा, ऐसे में आपको 1,000 रुपये का नुकसान होगा.
ऑप्शन ट्रेडिंग
डेरिवेटिव ट्रेडिंग की मूल धारणा, खासकर ऑप्शंस की जानकारी। ऑप्शंस के भाव तय करने के प्रचलित मॉडल और ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? ऑप्शन ट्रेडिंग में सफलता की रणनीतियां जो विशेष रूप से निफ्टी ऑप्शंस पर आजमाकर देखी गई ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? हैं। यहां के लगभग 30 लेखों से ऑप्शंस ट्रेडिंग को समझा जा सकता है।
जून महीने के डेरिवेटिव सौदों में निफ्टी ऑप्शन का शुक्रवार से गुरुवार तक का पहला चक्र कल पूरा हो गया। इस दौरान निफ्टी 4.68% बढ़ा है। 29 मई को निफ्टी 9580.30 पर बंद हुआ था, जबकि कल 4 जून को उसका बंद स्तर 10,029.10 का रहा ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? है। आइए, देखते हैं कि हमने शुक्रवार के भावों के आधार पर निफ्टी ऑप्शंस में ट्रेडिंग के जो चार तरीके अपनाए थे, उनका अंततः क्या हश्र हुआ है। बटरफ्लाई स्प्रेड: बटरफ्लाईऔर और भी
जुगत प्रीमियम कमाने या मुनाफे की
ऑप्शन राइटर बाज़ार के बेहद मंजे हुए खिलाड़ी होते हैं। वे ऐसे ही स्ट्राइक मूल्य के ऑप्शन बेचने की जुगत में लगे रहते हैं जिनमें उनको मिला हुआ प्रीमियम हाथ से निकल जाने की गुंजाइश ही न रहे। वे बहुत ज्यादा लालच नहीं करते, लेकिन ज्यादा से ज्यादा ऑप्शन बेचकर अपनी प्रीमियम आय बढ़ाने में लगे रहते हैं। दूसरी तरफ ऑप्शन खरीदनेवाले हैं, जिनमें से अधिकांश रिटेल ट्रेडर हैं और ज्यादा लालच में फंसकर अपना प्रीमियम गंवातेऔर और भी
हमने ऑप्शन के भावों को समझने के दौरान पाया कि इसे निर्धारित करने में वोलैटिलिटी, विशेष रूप से इम्प्लायड वोलैटिलिटी बहुत अहम भूमिका निभाती है। इसी ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? तरह की वोलैटिलिटी को एनएसई का एक सूचकांक हर दिन पेश करता है। वो है India ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? VIX जो निवेशकों में छाई धारणा को दिखाता है कि एक्सपायरी तक निफ्टी कितना ऊपर ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? या नीचे हो सकता है। यह असल में ऑप्शंस के प्रीमियम की इम्प्लायड वोलैटिलिटी की माप है। साथ ही इससेऔर और भी
सीख-समझ लें ऑप्शंस ट्रेडिंग यहां से
हमने ऑप्शन ट्रेडिंग की इस अध्ययन श्रृंखला में शुरू में जाना कि आईटीएम, एटीएम व ओटीएम ऑप्शन का क्या मतलब है, कॉल व पुट ऑप्शन क्या होते हैं, उन्हें खरीदने और बेचने में लाभ का फॉर्मूला क्या है, ऑप्शन राइटर या बेचने वाला ही ज्यादातर क्यों कमाता है, उसे कितना बड़ा मार्जिन देना पड़ता है, आज के ऑप्शन राइटर और कल के बदला फाइनेंसर में क्या समानता है, आदि-इत्यादि। सब कुछ उदाहरण के साथ समझते गए। फिरऔर और भी
ट्रेडिंग बुद्ध में स्टॉक्स ट्रेडिंग का सिलसिला 8 जून को अनलॉक-1 के पहले दिन के साथ दोबारा शुरू हो जाएगा। इस बीच आज से शुक्रवार, 5 जून तक हम ऑप्शन ट्रेडिंग को सीखने, समझने और आजमाने का क्रम जारी रखेंगे। एक बार हम फिर उन्हीं तीन रणनीतियों को बाजार में अपनाते हैं जिनसे ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? हमने पहली बार में ही हफ्ते भर में 77.91 प्रतिशत का सांकेतिक रिटर्न कमाया था। साथ ही एक नया सौदा भी करेंगे। बटरफ्लाई स्प्रेड:और और भी
इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है
1) कैश ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।
2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग
इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग करते है ।
डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग 2 तरह के होते है
a) फ्यूचर ट्रेडिंग
शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।
b) ऑप्शन ट्रेडिंग
शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।
बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।
1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक
F&O: फ्यूचर्स-ऑप्शंस देते हैं कम लागत में ज्यादा पैसा कमाने का मौका
- Vijay Parmar
- Publish Date - July 27, 2021 / 02:38 PM IST
Future & Option: कम इन्वेस्टमेंट करके ज्यादा मुनाफा कमाना कौन नहीं चाहेगा? सभी लोग ऐसा चाहते हैं और उसके लिए मार्केट में कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं. आज हम ऐसे ही एक विकल्प, यानी फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) डेरिवेटिव्स के बारे में जानेंगे. यह आपको केवल स्टॉक नहीं, बल्कि कृषि वस्तुओं, पेट्रोलियम, सोना, मुद्रा आदि में भी ट्रेडिंग करके पैसा कमाने का मौका देता है. इससे आपको कीमतों में उतार-चढ़ाव के जोखिम से बचने में मदद मिलती है.
Option Trading Kaise Sikhe : ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे
Option Trading Kaise Sikhe : यदि आप अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक, म्यूच्यूअल फण्ड ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? या ब्रांड में आगे जाना चाह्ते है तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट है ऑप्शन ट्रेडिंग शुरवाती में आपको कठिन लग सकता है लेकिन आप इसे बड़ी आसानी से सीख सकते है, ऑप्शन ट्रेडिंग भारत में सबसे ज्यादा किया जाने वाला ट्रेडिंग है क्योकि ऑप्शन ट्रेडिंग काफी आसान होता है और ऑप्शन ट्रेडिंग करने के बहूत सारे फायदे है.
आज के इस लेख में आप जानेंगे की ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?, ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे, ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे किया जाता है?, शेयर मार्किट में ऑप्शन क्या होता है, कॉल ऑप्शन क्या होता है?, ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है और फ्यूचर और ऑप्शन में क्या अंतर है इन सभी के बारे में आज के इस लेख में हम जानेंगे तो चलिए शुरू करते है इससे पहले आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट QuickFayde.Com पर अगर आप शेयर मार्किट, ट्रेडिंग, मेक मनी ऑनलाइन, पर्सनल फाइनेंस के बारे में रूचि रखते है तो आप हमारे वेबसाइट को visit कर सकते है.
ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे – Option Trading Kaise Sikhe
ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे तो सबसे पहले आपको यह जाना पड़ेगा कि ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं और उनके लिए कितना पैसा लगाना पड़ेगा आप जितना पैसा लगाना चाहते हैं उन हिसाब से ट्रेडिंग पसंद करनी पड़ेगी अगर आप कम पैसा लगा रहे हैं तो F&O से शुरू किया जा सकता है.
कई लोग सोचते हैं पहले थोड़ा पैसा लगाकर देखते हैं अगर अच्छा मुनाफा हुआ तो ज्यादा लगाएंगे यह सोच ही फ्यूचर एंड ऑप्शन में घाटा कराने को काफी है मार्जिन ट्रेडिंग में भी दूसरे तरीके हैं मगर नए लोगों के लिए एक सलाह के लायक नहीं है नए लोगों को उसने सबसे बढ़िया तरीका कैश मार्केट वाला है जितना पैसा है उतना लगाओ कैश मार्केट में भी दो प्रकार हैं यह समय के साथ आप खुद सीख जायेंगे
ट्रेडिंग कैसे सीख सकते है – Trading Kaise Sikhe
ट्रेडिंग सीखना आपकी सोच पर निर्भर करती है कई लोग मानते हैं कि पानी में कूद पड़ो धीरे-धीरे आ ही जाएगा कई लोग को प्रोफेशनल दिमाग होता है जो सिस्टमैटिक तरीके से किसी चीज को सीखते है, आप इधर-उधर स्टॉक मार्केट बुक्स पढ़कर और जान पहचान वाले के साथ रहकर कुछ सालों में ट्रेडिंग सीख ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? सकते हैं दूसरा तरीका ट्रेनिंग क्लास ज्वाइन करके सीख सकते है आजकल ऑनलाइन क्लासेज भी चलते हैं तीसरा तरीका सबसे नया है जो कि पर्सनल कोचिंग का है कोई भी तरीका अपनाएं और आगे बढ़े एक बार मार्केट मार्किट अच्छी तरह से आ गया तो तो अन्य काम फीके लगाने लगेंगे
मेरी शुभकामनाएं
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Gold Options: गोल्ड ऑप्शंस क्या है, जानिए कैसे हो सकती है बंपर कमाई
What Is Gold Options: गोल्ड को अपने पोर्टफोलियो में रखने की चाहत हर किसी की होती है. बहुत से निवेशक और ट्रेडर कम रिस्क के साथ ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने की इच्छा रखते हैं. ऐसे लोगों के लिए ऑप्शंस (How To Buy Gold Options) से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. दरअसल, ऑप्शंस में निवेश के जरिए अपने रिस्क को सीमित किया जा सकता है और अधिक से अधिक मुनाफा भी कमाया जा सकता है.
आज की इस ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? रिपोर्ट में हम गोल्ड ऑप्शंस की बारीकियों को समझने की कोशिश करेंगे और साथ में यह भी समझेंगे कि इसमें निवेश से हमें क्या फायदा मिल सकता है और क्या नुकसान है.