डॉलर हुआ मजबूत

उसी प्रकार रूस की करेंसी रूबल लगातार मजबूत ही हो रही है. कारण है कि रूसी तेल व गैस का निर्यात बढ़ता जा रहा है और पूंजीगत प्रवाहों पर रूस सरकार द्वारा नियंत्रण के चलते पूंजी का बर्हिगमन नहीं हो रहा है. यह सही है कि वैश्विक उथल-पुथल और अमेरिका में बढ़ती ब्याज दरों के चलते डॉलर मजबूत हो रहा है, लेकिन यह लंबे समय तक नहीं चल सकता. जब दुनिया की दूसरी मुद्राओं में उठाव आयेगा, भारत से कूच कर गये निवेशक पुनः बाजारों की खोज में भारत और दूसरे मुल्कों में जायेंगे, तो डॉलर का नीचे जाना अवश्यंभावी हो जायेगा.
रुपया 14 पैसे मजबूत होकर 79.76 रुपये प्रति डॉलर पर
हालांकि, कारोबार के अंत में रुपया 79.76 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ जो पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में 14 पैसे की मजबूती दिखाता है। पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 79.90 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था।
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.38 प्रतिशत गिरकर 106.32 पर रहा। इससे भी रुपये को थोड़ा समर्थन मिला।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.25 प्रतिशत बढ़कर 104.49 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार के मुताबिक, भारतीय रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कारोबारी सप्ताह की शुरुआत मजबूती के साथ की है। इसमें कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और क्षेत्रीय मुद्राओं में आई मजबूती का भी योगदान रहा।
परमार ने कहा, ‘‘इस सप्ताह फेडरल रिजर्व की अहम बैठक होने वाली है जिसमें ब्याज दर में 0.75 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी किए जाने का अनुमान बाजार ने लगाया हुआ है।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये को 79.30 के स्तर पर समर्थन है और 80.10 के करीब उसे प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है।
'रुपया कमजोर नहीं हो रहा, इसका प्रदर्शन काफी अच्छा. डॉलर मजबूत हो रहा है', रुपये की गिरावट पर बोलीं निर्मला डॉलर हुआ मजबूत सीतारमण
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि रुपये ने अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। वित्त मंत्री ने ये टिप्पणी उस समय की है जब लगातार रुपये का भाव डॉलर के मुकाबले गिर रहा है। रुपया हाल में 82.69 के सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर गया था। गिरावट के बारे में बताते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऐसा डॉलर के मजबूत होने के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा है।
डॉलर हुआ मजबूत, रुपए में आई रिकॉर्ड गिरावट, जानिए दुनिया की सबसे शक्तिशाली मुद्राओं के बारे में
राज एक्सप्रेस। सोमवार डॉलर हुआ मजबूत को डॉलर के मुकाबले रूपए में गिरावट आने से भारतीय मुद्रा अब तक के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। सोमवार को भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 43 पैसे गिरकर 78.28 रूपए पर बंद हुई। इसी के साथ इतिहास में यह पहला मौका है जब भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 78 रुपए के नीचे जा पहुंची है। रूपए में गिरावट का बड़ा कारण विदेशों में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती को माना जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको दुनिया की 5 सबसे मजबूत मुद्राओं के बारे में बता रहे हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें दुनिया की सबसे डॉलर हुआ मजबूत लोकप्रिय मुद्रा अमेरिकी डॉलर का नाम शामिल नहीं है।
USD/INR - अमरीकी डॉलर भारतीय रुपया
USD INR (अमरीकी डॉलर बनाम भारतीय रुपया) के बारे में जानकारी यहां उपलब्ध है। आपको ऐतिहासिक डेटा, चार्ट्स, कनवर्टर, तकनीकी विश्लेषण, समाचार आदि सहित इस पृष्ठ के अनुभागों में से किसी एक पर जाकर अधिक जानकारी मिल जाएगी।
मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com - मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार की सोमवार को नरम शुरुआत हुई। बेंचमार्क सूचकांकों निफ्टी50 में 0.3% और सेंसेक्स में 0.29% या.
मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com - घरेलू बाजार ने मंगलवार को मिले-जुले बाजार संकेतों के बीच नरम शुरुआत की, क्योंकि निवेशक चीन द्वारा कोविड-19 महामारी के सबसे गंभीर परीक्षण को.
अंबर वारिक द्वारा Investing.com-- अधिकांश एशियाई मुद्राएं मंगलवार को थोड़ी बढ़ीं क्योंकि वे हाल के सत्रों में तेज गिरावट से उबर गईं, हालांकि फेडरल रिजर्व के कुछ अधिकारियों की.
USD/INR - अमरीकी डॉलर भारतीय रुपया विश्लेषण
# USDINR दिन के लिए ट्रेडिंग रेंज 81.41-82.05 है।# कमजोर यू.एस. डेटा और फ़ेडरल रिज़र्व के कार्यवृत्त के बाद रुपये में वृद्धि ने यू.एस. की दरों में कम आक्रामक वृद्धि की उम्मीदों पर.
# USDINR दिन के लिए ट्रेडिंग रेंज 81.6-82.14 है।# व्यापारियों ने कहा कि एक बड़े कॉर्पोरेट के नकद डॉलर के बहिर्वाह के बीच रुपये में गिरावट आई, जबकि स्थानीय मुद्रा पर प्रीमियम में.
# USDINR दिन के लिए ट्रेडिंग रेंज 81.5-81.94 है।# रुपया चार सत्रों में टूट गया, जबकि व्यापारियों ने भारतीय रिजर्व बैंक के डॉलर बेचने की ओर इशारा किया।# आरबीआई ने भारत की दूसरी.
तकनीकी सारांश
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वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
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हमेशा मजबूत नहीं रहेगा डॉलर
पिछले कुछ समय से भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होते हुए फिलहाल 80 रुपये प्रति डॉलर के आसपास है. रुपये की इस कमजोरी से नीति निर्माताओं में स्वाभाविक चिंता व्याप्त है और विपक्ष भी सरकार को घेरने की कोशिश में है. यह पहली बार नहीं है कि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है.
साल 1991 से अभी तक रुपया डॉलर के डॉलर हुआ मजबूत मुकाबले औसतन 3.03 प्रतिशत सालाना की दर से कमजोर होता रहा है. यह डॉलर हुआ मजबूत अवमूल्यन सभी वर्षों में एक जैसा नहीं रहा. पिछले पांच महीनों में रुपये का अवमूल्यन 7.28 प्रतिशत तक हो चुका है. पहले रुपया डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड, येन, युआन समेत कई अहम करेंसियों के मुकाबले भी कमजोर होता रहा है. साल 1991 से अभी तक रुपया पाउंड के मुकाबले 137 प्रतिशत, यूरो के मुकाबले 489 प्रतिशत और येन के मुकाबले 241 प्रतिशत कमजोर हुआ है, जबकि डॉलर के मुकाबले यह अवमूल्यन 252 प्रतिशत रहा है.